शाम तक राम्या भी कॉलेज से वापिस आ गई और सभी लोग बैठे हुए शाम की चाय का लुत्फ ले रहे थे। आज सबसे ज्यादा खुश काम्या और राम्या दोनो थी क्योंकि राम्या का आज जन्मदिन था और काम्या आज महीनों के बाद चुदी थी। काम्या के चेहरे पर आज एक अलग ही चमक दिखाई दे रही थी।
माही:" मम्मी बहुत दिनों के बाद आपको खुश देखा हैं अच्छा लगा रहा हैं आपको ऐसे मुस्कुराते हुए देखकर!!
काम्या:" माही दुख तो बहुत हैं मुझे करण का लेकिन ज़िन्दगी कैसी भी हो जीना तो पड़ता ही हैं आखिरकार ।
समर:" मैं पापा की जगह तो नहीं ले सकता लेकिन वादा करता हूं कि आप सबको अब कोई दिक्कत नही आने दूंगा।!!
काम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने सोचा कि बेटा जगह तो तू ले ही चुका है अपने बाप की पत्नी को कब्जा लिया हैं
राम्या करण के बारे में बाते सुनकर दुखी हो गई और उसकी आंखे डबडबा गई तो वो उठकर अपने कमरे में जाने लगी। सभी लोगो को दुख हुआ तो समर उसे मनाने के लिए उसके पीछे आया।
राम्या अपने रूम में आ गई और बेड पर लेटकर रोने लगी। समर जैसे ही कमरे में घुसा तो उसने देखा कि राम्या बेड पर पड़ी हुई रो रही है तो वो उसके पास बैठ गया और उसके आंसू को साफ करने लगा तो राम्या और जोर जोर से रोने लगी तो समर ने उसे अपने गले लगा लिया और उसकी पीठ थपथपाने लगा।
:" राम्या रोते नहीं मेरी बहन, मौत पर किसी का बस नहीं चलता । मैं वादा करता हूं कि हमेशा तेरा ध्यान रखूंगा। तेरा भाई तुझे हर खुशी देगा। बस अब चुप होजा मेरी गुड़िया
राम्या अपने आंसू रोकने की पूरी कोशिश करती हैं और धीरे धीरे उसके आंसू थम गए। समर ऐसे ही उसकी पीठ थपथपाता रहा तो राम्या भी उससे चिपकी हुई खड़ी रही। समर राम्या की हसाने के लिए उसके पेट में गुदगुदी कर दिया तो राम्या की हंसी छूट गई।
राम्या हंसते हुए:" हट जाओ भाई मुझे बहुत गुदगुदी होती हैं पेट पर , मत छेड़ो मुझे
समर अपनी बहन को हंसते हुए देखकर बहुत खुश हुआ और उसे
ज्यादा गुदगुदी करने लगा तो राम्या उससे बचने के लिए छूटने की कोशिश करने लगी तो समर ने उसे जोर से कस लिया तभी राम्या को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने समर के पर पेट पर गुदगुदी कर दी तो जैसे ही समर की पकड़ ढीली हुई तो वो वो मौके का फायदा उठाकर नीचे की तरफ भाग गई।
समर भी हंसता हुआ उसके पीछे पीछे ही नीचे की तरफ आ गया तो काम्या और माही दोनो राम्या को हंसते हुए देखकर बहुत खुश हुई। आखिरकार उनकी ज़िंदगी फिर से ट्रैक पर आ गई।
सबने खाना खाया और फिर सब सोने के लिए चले गए। राम्या अब कभी कभी अपनी मा के पास सो जाती थी तो कभी अपने रूम में ही उपर। आज वो उपर अपने रूम में लेती हुई थी और सोने की कोशिश कर रही थी।
माही और समर आज बहुत दिनों के बाद अपने बेडरूम में अकेले थें। दोनो बेड पर लेटे हुए थे और एक दूसरे की तरफ देख रहे थे।
समर:" माही अब मम्मी और राम्या का पूरा ध्यान रखना क्योंकि अब उनका हमारे सिवा कोई नही है।:!
माही:" आप बेफिक्र रहो, मैं उन्हें कभी कोई कमी महसूस नहीं होने दूंगी आपकी कसम खाती हूं।
और ऐसा कहकर माही समर के सिर पर हाथ रख कर कसम खाती हैं तो समर उसे अपने गले से लगा लेता हैं और उसका गाल चूम लेता है तो माही भी उससे लिपट गई।
जल्दी ही दोनो के जिस्म से कपडे उतर गए । माही की चूत पुरी तरह से गीली थी । उसने समर को अपने उपर खीचं लिया तो समर 69 की पोजिशन में आ गया और दोनो लंड चूत चूसने लगे। जैसे ही समर ने अपनी जीभ माही की चूत में घुसाई तो माही पिघल गई और अपने दोनो टांगे खुद ही उठाकर समर के कंधे पर रख दी तो लंड अपने आप चूत पर जा लगा समर ने माही की गोल मटोल चूचियां दबाते हुए चूत पर लंड का दबाव तो सुपाड़ा अन्दर घुस गया
:" आह , घुस गया टोपा , हाय मा, कितना दर्द करता हैं ये !".
तभी समर एक तगड़ा धक्का लगा दिया तो लंड चूत में पूरा जड़ तक जा घुसा। माही के मुंह से दर्द भरी सिसकारियां निकल पड़ी ।
" हाय मा, मर गई री, उफ्फ ये लंड इतना मोटा क्यों हैं , फट गई मेरी चूत।
माही धक्के के लिए तैयार नहीं थी इसलिए उसकी दर्द भरी सिसकारियां जोर से गूंज गई जो राम्या ने भी सुन ली। राम्या की चूत आज तक सिर्फ दो बार ही चुदी थी इसलिए उसने लंड का मजा चख लिया था। ।
माही की सिसकियां उनके कानो में पड़ते ही उसके होंठो पर स्माइल आ गई और जिस्म में हलचल होने लगी तो उसे करण की याद आ गई । उसे याद आए वो हसीन पल जो उसने अपने बाप की बांहों में गुजारे थे। उसकी आंखे नम हो गईं।
उधर समर ने बिना देर किए माही को चोदना शुरू कर दिया। माही के नाजुक जिस्म पर समर पूरी तरह से फैल गया और लंड को पूरी ताकत से अंदर बाहर करने शुरू कर दिया। हर धक्के में लंड पुरा अंदर जाता और सिर्फ सुपाड़े तक बाहर आता और फिर से अंदर घुस जाता । माही को बहुत मजा आ रहा था इसलिए उसने अपनी गांड़ उठानी शुरू कर दी तो चुदाई की रफ्तार बढ़ गई और माही की सिसकियां और ऊंची होती चली गई।
" हाय समर मेरी जान, चोद ले मुझे, कितना तगड़ा लंड हैं तेरा हाय बच्चेदानी में लगता हैं हर बार!!
समर ने उसकी एक चूची को मुंह में भर कर कुछ तगड़े धक्के लगाने शुरू कर दिए तो माही मजा बढ़ जाने के कारण आपे से बाहर हो गई।
" घोड़ी बना के चोद मुझे , चढ़ जा मेरे उपर हाय बहुत मज़ा आता हैं घोड़ी बन कर चुदने में तेरे लंड से!!
उधर राम्या पड़ी हुई उसकी सिसकियां सुन रही थी जिस कारण उसका जिस्म भी तपने लगा। उसकी सांसे भारी होने लगी और गला सूखता चला गया। चूचियां अपने आप उपर नीचे उछलने लगी । उसने शॉर्ट नाइटी पहनी हुई थी हो मुश्किल से उसकी जांघो तक आ रही थी।
माही की सिसकियां हर धक्के के साथ ऊंची होती जा रही थी जिससे राम्या की आग और बढ़ती जा रही थी। उसके हाथ अपने आप अपनी चूची पर चला गया और खुद ही अपनी चूची कपडे के उपर से ही दबानी शुरू कर दी
।। मजे से उसकी दोनो आंखे बंद हो चुकी थीं । उसके कानों में माही की सिसकियां गूंज रही थी कि कितना मोटा लन्ड हैं समर का और सीधे बच्चेदानी में लगता हैं।
उफ्फ जब वो चुदी थी एक बार भी करण का लंड अंदर नहीं लगा था। तभी उसकी आंखो के आगे समर का लंड लहरा गया और उसे याद आ गया वो दृश्य जब उसने अपने भाई का लंड देखा था। उफ्फ कितना मोटा था किसी सांड के जैसा, कितना लंबा और मोटा था उसका सुपाड़ा एक दम लाल मोटे टमाटर के जैसा।
वो जोश से पागल हो गई और अपनी नाइटी को कंधे पर से सरका दिया और चूची को हाथ में लेकर दबा दिया तो उसे बहुत मज़ा आया। उसकी चूत में चिंगारी सी उठ रही थी , चूत इस कदर गर्म हो गई थी मानो जल ही जाएगी। चूत से रस टपकना शुरू हो गया और उसकी चूत पुरी तरह से गीली हो गई। उसका एक हाथ अपने आप ही नीचे आया और नाइटी को उपर करके उसने चूत को सहलाना शुरू कर दिया
। जैसे ही चूत पर उसकी उंगलियां लगी तो उसका जिस्म कांप उठा और उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।
तभी माही की सिसकियां फिर से सुनाई दी कि घोड़ी बना कर चोदो मुझे तो राम्या सोच में पड़ गई कि घोड़ी कैसे बनाया जाता हैं। उसने अपनी नाइटी उतार फैंकी और पूरी तरह से नंगी होकर अपने रूम से बाहर निकल गई।
समर के रूम के सामने आ गई और अंदर झांकने लगीं लेकिन गेट पूरी तरह से बंद था और पर्दा भी लगा हुआ था जिस कारण उसे कुछ नजर नहीं आया। तभी उसकी नजर खिड़की पर पड़ी लेकिन खिड़की भी बंद थी।
अंदर समर ने माही को घोड़ी बना दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसकी चुदाई करने लगा । चूत पर पड़े हर धक्के पर माही स्वर्ग में तैर रही थी। वो अपनी गांड़ लंड पर धकेलने लगीं
" हाय समर, उफ्फ हाय आह मेरी चूत एसईईईआईआईआई
उफ्फ एक तो इतना मोटा लन्ड उपर से उसकी मोटी तगड़ी दो गांठ , इस चुदाई का मजा उफ्फ हाय मेरी मा मेरी चूत !!
समर पूरी ताकत से तगड़े धक्के लगाने लगा । हर धक्के पर बेड हिल रहा था और बेड के चरमराने की आवाज और माही की कामुक सिसकियां बाहर राम्या सुन रही थी । काफी कोशिश के बाद भी जब वो अंदर नहीं झांक पाई तो उसने बाहर खड़े खड़े ही अपनी चूची के निप्पल को मुंह में भर कर चूसना शुरू कर दिया और एक उंगली अपनी गीली चूत में घुसा दी और अंदर बाहर करने लगी। उसका जिस्म मजे से भर गया और उसकी चूत और उंगली के बीच जंग छिड़ गई।
अंदर चुद रही माही की सिसकियां राम्या की उत्तेजना को और ज्यादा बढ़ा रही थी। समर का लंड अब चूत पर भारी पड़ने लगा तो माही की चूत में कम्पन होना शुरू हो गया।
" आह समर, मेरी चूत चुद गई, हाय मेरा रस निकलने वाला हैं घुसा दे पूरा लंड दोनो गांठो सहित जड़ तक हाय मेरी मा।
समर ने एक तगड़ा धक्का लगाया और माही ने भी अपनी गांड़ लंड पर उछाल दी तो लंड पुरा घुस गया और बच्चेदानी से जा टकराया और उसके साथ ही माही की चूत ने अपना रस बहा दिया।
" आह गई मेरी चूत, हाय मा री मर ना जाऊ इस मजे से, हाय मेरी चूत , उफ्फ चुद गई मैं।।
उधर माही का रस छूटते ही राम्या का भी धैर्य जवाब दे गया और उसने अपनी चूत में उंगली घुसा कर उसे अपने चूत रस से नहला दिया और फर्श पर ही ढेर हो गई।
जैसी ही चूत से रस टपकना बन्द हुए समर ने लंड को फिर से अंदर घुसा दिया।माही के मुंह से दर्द भरी सिसकारियां निकल पड़ी
" आह नहीं समर, उफ्फ मेरी चूत आह नहीं हट जा मेरी चूत गई , उफ्फ
समर ने पूरी स्पीड से माही को चोदना शुरू कर दिया और माही की सिसकियां जोर पकड़ने लगी।
बाहर पड़ी हुई राम्या फिर से उसकी दर्द भरी सिसकारियां सुनने लगी।
समर के लंड में भी तूफान सा उठना शुरू हो गया। उसने एक तगड़ा धक्का चूत में लगाया और माही की चूचियों पर गिर पड़ा।
उसके लंड ने पिचकारी मारनी शुरू कर दी। माही ने अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर बांध दिए और उसे कस लिया।
बाहर खड़ी हुई राम्या भी अपने कमरे में आ गई। उसे आज लग रहा था कि उसे चुदाई का कुछ भी
ज्ञान नहीं है। अब उसकी आंखो के आगे बस समर का लंड घूम रहा था। उफ्फ क्या करू ! कैसे चुदू अपने भाई से , वो तो माही से इतना प्यार करता है शायद किसी और की तरफ देखेगा भी नहीं।
क्या अपने भाई से चुदना सही होगा!
तभी उसके मन में ख्याल आया कि बाप से चुद सकती हूं तो भाई से चुदने में क्या बुराई हैं ।
इन्हीं विचारों के साथ वो अपनी कशमकश में सो गई।