साथ में तुम हो तभी ये सुहानी रात है
हो करीब तो लग रहा है रूहानी रात है
हाथ में तुम्हारा हाथ और कांप रही हैं देह
बिन हवा के लग रहा है ये कोई तूफानी रात हैं
हो करीब तो लग रहा है रूहानी रात है
हाथ में तुम्हारा हाथ और कांप रही हैं देह
बिन हवा के लग रहा है ये कोई तूफानी रात हैं