यह जो घटनाक्रमों का प्रत्यक्ष रूप दिखाई दिया उससे भारद्वाज फेमिली ही कटघरे में आ खड़े हुए । जिस फेमिली के लिए हम सहानुभूति दिखाते रहे वो ही विलेन नजर आता दिखा ।
आर्य के सगे मौसा सुकेश जी , मौसेरे भाई तेजस एवं माशुका पलक ही ताश के जोकर निकले ।
आर्य ने सब कुछ पहले ही अंदाजा कर लिया होगा इसीलिए उसके चेहरे पर कोई हैरानी भरा भाव नहीं दिखाई दिया ।
प्रहरी के ये लोग न सिर्फ खूंखार भेड़ियों को ही संरक्षण देने का काम किया अपितु कुछ ऐसे मायावी ताकतों को भी पाल रखा था जो उनके हित साधने में मददगार होते ।
नित्या कौन थी ! क्या थी यह ! यह उन लोगों के लिए महाजनिका नामक रीछ स्त्री की छद्म परछाईं ही थी जिसे वो महाजनिका के रूप में इस्तेमाल करते ।
पता नही और कितने सुपर नेचुरल शक्तियों को इन्होंने संरक्षण दिया होगा जो काफी विनाशकारी हैं ।
इस अपडेट से मुझे ऐसा भी लगता है जैसे अपस्यू हमें फिर से नजर आयेगा । शिवम मुनि की बातें ऐसा ही इशारा कर रही है ।
रिचा और पैट्रिक की मौत ने मुझे काफी आहत किया.. खासकर रिचा की मौत ने । आर्य ने कुछ अच्छे पल बिताए थे उनके साथ ।
लेकिन यह भी खराब लगा कि आर्य ने उसकी मौत पर कोई इमोशनल भाव नहीं दिखाया । रिचा के साथ बिताए हुए पल और वो भी इतना नजदीकी से , कैसे कोई इग्नोर कर सकता है ।
भारद्वाज फेमिली के ये होनहार सदस्य अपनी ही पुत्री और उसके ससुराल के खिलाफ हैं ।
विश्वा जी , उनके पुत्र एवं बहू , और पुत्री रिचा..... कभी भी इन्होंने सपनों में भी कल्पना किया होगा कि भूमि के गार्डियन ही विषधर कालसर्प है ।
अद्भुत अपडेट नैन भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड
जगमग जगमग ।
बहुत ही चौंकाने वाला अपडेट था यह ।