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nice aur kaamuk update ...अपडेट- 30 B………
सीन- श्याम नवाबी और रात गुलाबी जारी रखते हुए…….॥
रात गुलाबी…….
पिछले भाग मे।।
वीर का नाम BS ने लिया ही था की चन्दा ने गुस्से भरी नजरों से BSको देखा, और लंड को जोर से दबा दिया और हल्का सा सुपाड़े को दातों से दबा दिया
BS की चीख निकाल गई। “ओह चन्दा क्या करती हो”
पर बात तो चन्दा को ये सच लगी, उसने झट से BS को बिस्तर पर पीछे धकेल दिया, BSके पैर थोड़े से बिस्तर से लटक रहे थे उसकी कमर और सर बिस्तर पर टिक चुके थे, उसके चेहरे पर मुस्कान फैल गई और चन्दा भी ये देखकर मुस्कुरा दी, उसको पता था क्या होने वाला है उसने एक तकिया खिचा और सर के नीचे लगा लिया।
अब आगे।।
आगे कहानी मे भीमसिंघ- BS, रामलाल- RL,चन्दा- Ch लिखा जाएगा
BS- चन्दा आज भी तुम्हारी अदाए कितनी कातिल है, दिल लूट लेटी हू।
चन्दा अपनी तारीफ सुनकर मुस्कुराई, उसने अपने स्तन तो कमीज मे से बाहर निकाल ही रखे थे, अब उसने झट से पूरे कपड़े निकाल कर जमीन पर ही फैक दिए, चुदाई का भूत चन्दा पर बुरी तरीके से चढ़ चुका था।
चन्दा- पर आज मैं चाहती हू आप मेरी लूट लो, इस चूत निगोड़ी को चोदकर इसको शांत कर दो राजा। (चन्दा खड़ी खड़ी चूत को ऊपर से मसलते हुए बोली)
चन्दा अपनी चूत के बाल हमेशा साफ रखती थी।, उसकी चूत कंचन की तरह फूली हुई थी, पर उसके चूत के होंठ बड़े मोटे थे और हल्की गदराई चूत थी, पर उसकी चूत का भगनासा बहुत बड़ा था, मटर के दाने जैसा, इसी वजह से चन्दा को मोटे खुरदुरे खीरे जैसा लंड पसंद था, जो उसकी भगनासा पर रगड़ा मार दे।
BS- तो आजा चन्दा ये ले मेरा राजा तेरी रानी के लिए बिल्कुल तैयार है (bs ने अपने लंड को पकड़कर सीधा कर दिया, मोटा सुपाड़ा सीधा छत की और मुंह करके खड़ा था, भीमसिंघ का मोटा लंबा लंड भयंकर लग रहा था ये वही लंड था जो गाँव मे लड़किओ और औरतो की चूत का भोंसड़ा बना दिया करता था पर चन्दा को तो ऐसे ही लंड पसंद थे, और भीमसिंघ का लंड उससे सबसे ज्यादा मजा देता था)
चन्दा- आज तो इसे निचोड़ लूँगी (ये बोलकर चन्दा बेड पर चाड गई और लंड को पकड़कर अपने दोनों पैरों को BS के बराबर कर लिया)
BS- निचोड़ लो रानी इसके सारे रस पर तुम्हारा ही हक है
चन्दा- आज ये घोड़ी इस मूसल का पूरा मजा लेगी (चन्दा ने अपने मोटे 42 इंची चूतड़ों को BS के पेडू पर टिका दिया, इससे लंड चन्दा के मोटे चूतड़ों की दरार मे रगड़ खा रहा था, चन्दा ने अपनी चूत को पेट पर रगड़ते हुए, लंड को अपनी चूतड़ों की दरार मे दबोच लिया और अपने दाए हाथ से लंड को स्थिर करते हुए, 4-5 लंबे लंबे झते लगा दिए)
BS- घोड़ी तो लग रहा है दौड़ के लिए तैयार है (BS ने चन्दा की चूत का रस महसूस करते हुए कहा और साथ ही मे चन्दा मे मोटे मोटे चूतड़ों को अपने मजबूत हाथों मे दबोच लिया)
चन्दा- हआ मेरे राजा, ये घोड़ी आज इनाम जीत कर रहेगी
BS- तो लेले चन्दा, तेरी चूत को इनाम जरूर मिलेगा (ये बोलकर भीमसिंघ ने दोनों मोटे चूतड़ों पर चंपत लगा दी, चन्दा की गदराई गांड चंपत लगते है हिलोड़े मारने लगी।
चन्दा- आह मेरे राजा, तो ले आई मैं (ये बोलकर चन्दा ने अपनी भारी गंड उठा ली , और लंड के सुपाड़े को अपने हाथों से उनलिओ से पकड़ लिया और दूसरे हाथ से हल्का स थूक लेकर अपनी चूत पर चुपड़ दिया और बाकी लंड पर माल दिया, लंड अभी भी चन्दा के थूक से गीला था और चन्दा के चूतड़ों के बीच का भाग उसकी चूत का रस रगड़न की वजह से गीला हो गया था)
चन्दा की भारी 42 इंच चूतड़ और 38 इंच d कप की मोटी मोटी चुचिया भीमसिंघ के आगे हिलोड़े मार रही थी और उसका लंड वासना मे जल रहा था।
चन्दा बहुत जोश मे थी उसने भीमसिंघ की आँखों मे आंखे डालते हुए लंड को पकड़कर नीचे होने लगी उसकी चूत के छेद और लंड के बीच की दूरी कम होती जा रही थी, और दोनों को जिस घड़ी का इंतज़ार था वो आने वाली थी।
बाहर वीर जो अपने माँ-बाप की विडिओ बना रहा था, अपनी माँ का नंगा बदन और अपने बाप का मोटा मूसल देखकर हैरान हो गया था, उसके मन मे उत्तेजना और जिज्ञासा दोनों थी, की इतना मोटा मूसल उसकी माँ की चूत मे कैसे जाएगा, आज की आज मे उसने दो औरतो के नंगे बदन और दो चूत देख ली थी, एक तो कंचन की दूसरी अपनी मा की, हलाकी कंचन के आगे चन्दा बहुत फीकी थी, कंचन का खूबसूरत चेहरा भरी गदराई जवानी और भारी मोटी गांड के आगे चन्दा टिक नहीं सकती थी। पर वीर अपनी मा का बदन पहली बार नंगा देख रहा था, उसके अंदर अजीब सी वासना उभर रही थी
वीर दरवाजे की चोखट के अंदर से विडिओ बना रहा था, उसको वह से चन्दा भीमसिंघ पर लेटी हुई दाई ओर से और हल्के से सामने से दिख रही थी, मतलब वो अपनी माँ की सामने से मोटी मोटी चूचियाँ हिलते हुए देख रहा था, और अपने बाप का मोटा लंबा लंड भी देख रहा था।
वीर मन मे- माँ का बदन तो इतनी उम्र मे भी की सुंदर और भरा हुआ है, एक दम गदराया शरीर है, दोनों स्तन मोटे होने के बाद भी लटके हुए नहीं है, बिल्कुल तने हुए है, और गांड भी कितनी चोड़ी और भारी है
वीर कुछ देर के लिए कंचन की जवानी को भूल गया था, क्यू की उसके सामने एक भरी गदराई औरत की, जो की उसकी माँ थी, एक रंडी बनकर चुदने वाली थी।
लिंगदेव और योनिदेवी, ये सब होता हुआ देख रहे थे, लिंगदेव ने अपने शक्ति के प्रभाव से वीर की कामुत्तेजना काफी बढ़ा दी और उसको एक शक्ति प्रदान कर दी।
योनिदेवी- ये आप क्या कर रहे है देव आपने वीर को शक्ति प्रदान कर दी
लिंगदेव- हआ देवी, इसका अठारवा बरस कुछ ही 2 हफ्तों मे हो जाएगा, और तब इसके ऊपर जिम्मेदारी अआ पड़ेगी, इसको अभी से इस शक्ति की आदत डालनी शुरू करनी पड़ेगी
योनिदेवी- आप जो भी करते है सोचकर ही करते है, प्रणाम आपको
चन्दा ने अब अपने चूतड़ों को धीरे धीरे नीचे करना शुरू किया, जल्द ही भीमसिंघ का मोटा सुपाड़ा उसकी मटर जैसी भगनासा से जा टकराया, जिससे चन्दा की हल्की सिसकारी निकाल गई, और देखते ही देखते चन्दा की चूत के गुलाबी होंठ सुपाड़े की मोटाई की वजह से फैलने शुरू हो गए, चूत इतनी गीली थी की सुपाड़ा बिना रुके अंदर धसता जा रहा था, सुपाड़ा इतना मोटा था की चूत का छेद पूरा उसकी मोटाई मे छुप गया था, और दोनों होंठों को छेद के साथ अंदर धकेल रहा था। देखते ही देखते 2 इंच लंबा सुपाड़ा चूत मे समय गया और इसके साथ ही चन्दा ने अपने निचले होंठ को काट लिया जिसमे से हल्का खून उभर आया और एक मीठे दर्द की तरंग उसकी चूत मे उठ पड़ी।
चन्दा और भीमसिंघ दोनों की इसके साथ सिसकारी छूट पड़ी “ओह ईसस ईसस आह”
BS- चन्दा क्या गरम चूत है तेरी, एक दम रसीली है, इतना मोटा सुपाड़ा कितनी आराम से खा लिया इस भूखी चूत ने
चन्दा दर्द मे तड़प रही थी बहुत दिनों से चुदाई नहीं हुई थी तो चूत मे ठोड़ी कसावत अआ गई थी, थोड़ तड़पते हुए बोली- आराम कहा से मेरे राजा, कितना दर्द दिया है इस बेरहम ने, पर ये दर्द भी कितना मीठा, आज नहीं रोकेंगे, करने दो इसे अपने मन की
और देखते ही देखते चन्दा की गीली चूत ने पूरा लंड खा लिया, चन्दा के मोटे चूतड़ों के बीच गांड के छेद पर मोटे टट्टो ने अपनी दस्तक दे दी थी, ये देखकर बाहर खड़ा वीर हैरान हो गया की इतना मोटा और लंबा लंड इतनी आसानी से कैसे खा लिया माँ ने।
चन्दा- ऊई मा री, निगोड़ी कितना रस छोड़ती है फिर भी लंड लेटे वक्त दर्द मे दोहरी हो जाती है
BS- चन्दा तेरी गदराई जवानी को मेरे मोटे मूसल की ही जरूरत है चल अब शुरू होज रानी (भीमसिंघ ने चन्दा के दाए चूतड़ पर चंपत लगाते हुए बोला)
चन्दा- आह ये घोड़ी आज जाम कर चुदेगी
ये बोलकर चन्दा ने अपने चूतड़ों को धीरे धीरे आगे पीछे हीलाना शुरू कर दिया, और लंड चूत मे पच पच पच पच करता हुआ, चूत की दीवारों को फैलाता हुआ चन्दा की प्यास मिटाने लगा, लंड भगनासा पर रगड़ भी मार रहा था और अंदर मोटा सुपाड़ा गर्भाशय पर ठोकर भी मार रहा था, चन्दा जो अब तक दर्द मे थी, अब वो आनंद के सागर मे गोते लगा रही थी।
BS- ओह चन्दा आह (भीमसिंघ ने अपने हाथ बढ़ाकर अब दोनों स्तनों को थाम लिया, जो लगातार हिलते हुए उसको दबोचने का न्योता दे रहे थे)
चन्दा के स्तन दबोचे जाने से उसकी आनंद की तरंगे तेज हो गई, उसकी आंखे बंद होने लगी थी, अब तक जो धीरे धीरे वो आगे पीछे झटके लगा रही थी, वो अब ऊपर नीचे होकर भारी थापे लगा रही थी, भीमसिंघ ने भी चन्दा के मोटे चूतड़ों को अपने पंजों मे दबोच लिया था, और जोर जोर अपनी गांड उठा कर वो भी लंड को पूरा अंदर तक ठूस देता था। चन्दा की अब सिसकारिया बदल कर चीखे नियकलनी शुरू हो गई थी।
चन्दा- आह मेरे राजा, फाड़ दो इसको भुज दो मेरी प्यास, ओह हाय मेरी माँ मर गई
BS- ओह चन्दा ले खा
10 इंच लंड पूरा सटासट चूत के अंदर बाहर हो रहा था, लंड अब पूरी तरह चन्दा की चूत के रस मे गीला हो गया था, दोनों टट्टो तक पहुच रहा था, टट्टो की मार से चन्दा की गांड अब लाल हो चली थी और कमरे मे “थप थप थप ठाप ठाप ठाप पच पच पच पच” और “हम्म हम्म हम्म ओह आह हाय माँ” गूंज रही थी।
बाहर खड़े वीर का ये सब देखकर बुरा हाल हो चल था उसकी निक्कर मे उसका लंड पूरा लोहे की तरह टन कर खड़ा था, उसके बदन मे गजब की गर्मी बन रही थी, उसका ध्यान पूरा कमरे मे हो रही संभोग क्रिया पर था, इसीलिए उसे बस अपनी निक्कर मे जोर मार रहे लंड का पता लग रहा था।
वीर मन मे- मेरा लंड तो आज फट ही जाएगा, पहले भाभी और अब ये, क्या हो रहा है आज सब औरतो को, माँ ऐसे मोटे लंड को इतनी आसानी से ले रही है, क्या इतना मजा आता है चुदाई मे। कितनी गरम हो गई है मम्मी।
इसके साथ वीर का हाथ अनायास ही उसके लंड पर चल जाता है, और वो उसको सहलाने लगता है।
योनिदेवी और लिंगदेव ये सब देख रहे होते है,
योनिदेवी- हे देव हमे इसे ये होने देने से रोकना पड़ेगा, कही इसका मन इसकी मा पर अआ गया तो
लिंगदेव- ऐसा नहीं होगा देवी, जल्द ही इसकी नई शक्ति इसको रास्ता दिखा देगी
योनिदेवी- पर कही ये उससे भोंकला गया तो
लिंगदेव हस्ते हुए- देवी, आप बस देखती जाए
योनिदेवी- ठीक है देव।
वीर लगतार अपने लंड को मसलने लगता है, कंचन को देखते हुए वो अपने आप पर काबू नहीं कर पाया था और उसने ना चाहते हुए भी अपना वीर्य पहली बार मूठ मरते हुए कंचन की कच्छी पर निकाल दिया था। जिसने आजतक हस्तमैथुन नहीं किया वो आज दिन मे ही दूसरी बार मूठ मारने पर मजबूर हो गया था।
अंदर चन्दा और भीमसिंघ का हवस का नंगा-नाच चल रहा था।
चन्दा- हआ ऐसे ही जोर से और जोर चोदो (चन्दा ने अब अपने दोनों हाथ भीमसिंघ की छाती पर रख लिया थे और अपने दोनों पैरों को थोड़ा फैला कर अपने चूतड़ों को ऊपर उठा लिया था, और भीमसिंघ चन्दा के दोनों चूतड़ों को थामकर जोर जोर ठाप लगा रहा था।)
चूत के दोनों होंठ लंड के साथ खिचकर अंदर बाहर हो रहे थे, 4 इंच मोटे लंड की वजह से चूत के होंठ लंड के साथ 1 इंच तक बाहर अआ रहे थे, चन्दा भी चुदाई मे माहिर थी अपनी चूत के संकोचन की वजह से उसने लंड को चूत की मांसपेशियों से जकड़ रखा था, जिससे भीमसिंघ को अपार आनंद मिल रहा था, भीमसिंघ ने बेशक बहुत लड़किया और औरते चोदी थी पर चन्दा की चूत जैसा मजा उसे आजतक नहीं मिल था।
चन्दा की चूत की गरमी और पकड़ की वजह से दोनों, चन्दा और भीमसिंघ को वासना मे डूबकर प्रमानद की अनुभूति हो रही थी।
चन्दा अब दूर नहीं थी झड़ने के लिए, वो पल आने ही वाला था की उसकी चूत अपना रस छोड़ने वाली थी। चन्दा ने अपनी गांड जोर जोर से भीमसिंघ के मोटे मूसल पर मारना शुरू कर दिया, भीमसिंघ भी समझ गया था की चन्दा झड़ने वाली है। उसने भी दोनों हाथों से चन्दा के मोटे चूतड़ों पर पकड़ मुजबूत करते हुए, जोर जोर से अपनी लंड की थापे मारनी शुरू कर दी, चन्दा की जांघे और चूतड़ दोनों लाल हो चुके थे, चन्दा का चेहरा भी लाल हो चुका था, जिसपर पसीना उभर ये था, चन्दा के दोनों स्तन पसीने की बूंदों से चमक रहे थे।
चन्दा- आह मेरे राजा, मैं झड़ने वाली हू, ऐसे ही मुझे चोदते रहो। आह ईश हम्म हम्म हम्म क्या मोटा लंड है
BS- ले मेरी रानी ले, (भीमसिंघ ने लंबे लंबे भरी ठाप मारने शुरू कर दिए)
चन्दा की बड़ी चीख निकाल गई “आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह आह्ह ओह” करके चन्दा स्थिर हो गई और वो झड़ने लगी, भीमसिंघ ने इसके साथ जड़ तक अपना लंड ठूस दिया और रुक गया, चन्दा के चूतड़ झड़ने के साथ हल्के हल्के थिरकने लगे। चन्दा की आंखे बंद थी, और वो भीमसिंघ पर झुक कर लेट गई थी। उसके बालों का बंधा जुड़ा अब ढीला हो गया था।
बाहर वीर का लंड उसने निक्कर से थोड़ बाहर निकाल लिया था और उसको वो मसल रहा था, उसको लगा अब माँ झाड गई है तो चुदाई खतम हो गई थी, पर अभी तो तूफान आना बाकी था, भीमसिंघ अभी तक झड़ा नहीं था।
वीर मन मे- क्या झड़ी है माँ, माँ मे कितना जोश है अभी भी, पर लगता है अब चुदाई बंद हो गई, मेरा लंड मा की चुदाई देखकर फटने को हो रहा है, मुझे अब यहा से जाना चाहिए इससे पहले की माँ और बाप को पता लगे।
वीर वह से हटने ही वाला था, पर उसने देखा अंदर अभी भी हलचल बनी हुई है, विडिओ मे उसने मा का कांपता हू सखलन देख लिया था, ऐसा उसने आजतक नहीं देखा था ना ही सुन था।
चन्दा झड़ने के बाद ठोड़ी हल्की हो गई थी, पर उसकी चुदास अभी खतम नहीं हुई थी, चूत मे मीठी कसक और खुजली अभी भी बनी हुई थी। वो मुस्कुरात्ती हुई सीधी हो जाती है और फिर से भीमसिंघ की तरफ देख कर होंठों को चबाने लगती है।
भीमसिंघ- रानी तुम्हारा तो हो गया और हमारा अभी बाकी है, हम यही बोल रहे थे।
चन्दा और भीमसिंघ, जब भी चुदाई करते तो उनकी चुदाई बहुत लंबी चलती थी, चन्दा एक चुदाई मे ही 4-5 बार आराम से झाड जाती थी, और भीमसिंघ एक ही बार झड़ता था, फौजी होने की वजह से उसमे बहुत ताकत और बल था।
चन्दा- कोई बात नहीं मेरे राजा, ये घोड़ी दौड़ पूरी करेगी, तुमको आधे मे नहीं छोड़ेगी
ये बोलकर चन्दा ने अपनी टाँगे उठा ली, और धीरे धीरे लंड को अपनी चूत से बाहर निकाल लिया, भीमसिंघ और वीर दोनों ने देखा मोटे लंड की चुदाई की वजह से चूत का छेद फैल चुका है, और जैसे ही लंड का सुपाड़ा चूत से बाहर आया” तो “पक” की आवाज कमरे मे गूंज गई, जिसको सुनकर भीमसिंघ ने अपनी मर्दानगी पर नाज करते हुए मुस्कुराहट भिकहेर दी, जिसे चन्दा और वीर दोनों ने देख लिया।
चन्दा अब भीमसिंघ के ऊपर से उठ कर भीमसिंघ के बाई और आकार घोड़ी बनकर अपने मोटे चूतड़ों को हिलाकर बोलती है- आओ राजा, अपनी घोड़ी की घुड़सवारी करो, और ये बोलकर मुसकुराते हुए वो अपने बाय हाथ से अपने चूतड़ पर हल्की चपत लगा देती है।
अब वीर को पहली बार अपनी माँ की चूत का छेद अच्छे से दिखता है, जो की अंदर से खुल गया था, उसमे से हल्का लाल-गुलाबी रंग दिख रहा था, दोनों होंठ चोड़े हो गए थे, और भगनासा हल्का फड़क रहा था।
वीर को अपनी मा की ऐसी हवस देखकर टाजूब हो रहा था, इतने मोटे लंबे लंड से चुदने के बाद भी कोई औरत कैसे इतनी जल्दी दोबारा चुदाई के लिए तैयार हो सकती है।
वीर मन मे- मा बिल्कुल रंडी के जैसे घोड़ी बन गई है, कितनी खुल चुकी है मा की चूत, पापा के लंड ने क्या हाल बना दिया इसका, मा की गांड कितनी मादक है, पापा को कितना मजा आता होगा माँ की लें मे, इतने मोटे चोड़े चूतड़, हाय माँ क्या नजारा है
ये सोचकर वीर ने अपने लंड पर वही खड़े खड़े मूठ लगानी शुरू कर दी।
योनिदेवी- मुझे लगता है ये सही नहीं हो रहा है, ये हद से आगे जा रहा है। अगर इसने अपना वीर्य चन्दा को देखकर निकाल दिया, तो ये भी बुराई के चंगुल मे प जाएगा
लिंगदेव- नहीं देवी ऐसा नहीं होगा, आप भरोसा रखे
योनिदेवी- आप ऐसा कैसे कह सकते है, हम तो देख रहे है आपको नहीं दिख रहा
लिंगदेव- आप ये क्यू भूल जाती है की हम भूतकाल और भविशयकाल मे देख सकते है, और हम भविष्य मे देख रहे है ऐसा कुछ नहीं होगा।
योनिदेवी- परंतु देव आप देखो तो
लिंगदेव शांत स्वभाव से- देवी आप धैर्य रखे और देखती जाए।
योनिदेवी थोड़ा झिलाते हुए- ठीक है देव, जैसा आप कहे।
भीमसिंघ भी बेड से उतरकर चन्दा के पीछे अआ गया, उसका मोटा लंबा 10 इंच का लंड फूला हुआ और चूत के रस से भीगा हुआ बहुत भयंकर लग रहा था।
वीर मन मे- हाय पापा का लंड तो बहुत खतरनाक है, माँ ने कैसे कितनी आसानी से खा लिया ये
भीमसिंघ- आधी पारी तो हो गई है रानी, पूरी पारी खेलने के लिए तैयार हो जाओ रानी (ये बोलकर भीमसिंघ ने दाय हाथ से जोरदार चपत चन्दा के चूतड़ पर लगा दी, चपत लगते ही गदराए 42 इंच मादक कातिलाना चूतड़ एक जोर का हिलोड़ मार देते है।
बाकी अगले अपडेट मे॥ मिलते है कुछ वक्त बाद।।
lovely aur erotic update ..
धन्यवाद, आज ही अप्डेट ३० C आएगा, उसमें वीर की शक्ति के बारे में पता चलेगाnice aur kaamuk update ...
आएगा सीन वो भी, अगला ही अप्डेट में ये शुरू हो जाएगा।bhai aap jese likhto ho kamal ka likhte ho, par muje ramlal ki khokhar jordaar chudai ka intazaar hai kyuki ek ramlal hi hai jo iss kahani ki sabhi heriono ki choot aur gaand ko shant kar sakta hai.....
Padne walo ka bhi family hota hai, wo bhi time nikalte haiOk bhai intazar rahe ga
आज अपडेट 30 का आखरी भाग C आएगा वो देखना