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nice update ..doodh ready ho gaya hai ..अपडेट- 26…………
पिछले भाग मे।।
कंचन- अभी नहीं बाबू जी रात को करेंगे ये बोलकर कंचन ने धोती के ऊपर से लंड को सुपाड़े पर से पकड़ कर खीच दिया और जल्दी से दूध की गैस को बंद करके मायदेवी के पास भाग गई, मायादेवी की वजह से फिर से दोनों की प्यास मिट नहीं पाई
रामलाल- आह बहू ओह (रामलाल कंचन को भागता हुआ देख रहा था, कंचन के भारी मोटे फैले हुए चूतड़ों का हिलोड़ देखकर वो मन ही मन सोचता है आज रात को इन्ही मोटे चूतड़ों को घोड़ी बनाके सवारी नहीं करी तो मेरा नाम भी रामलाल नहीं )
अब आगे।।
सीन- श्याम नवाबी और रात गुलाबी जारी रखते हुए…….॥
रात गुलाबी…….
कंचन भागी भागी सीधा माया के कमरे मे जाती है, माया ने सोने की तैयारी करते हुए, ढीले कपड़ो वाली nighty पहन ली थी, और उसकी जो आदत थी सोने से पहले वो डायरी लिखा करती थी इसीलिए उसने पास की नजर के चसमे डाल रखे थे, माया के हाथ मे फोन था, वो बिस्तर के कोने पर बैठी बात कर रही थी, उसने कंचन को देखते ही फोन पर बोला।
माया- हआ बहू आ गई, अभी बात कराती हू
फिर सामने से उसे दूसरा आदमी जवाब देता है, उसकी सुनकर फिर माया बोलती है
माया- नहीं मेरे सामने करो, मेरे सामने क्या शर्म आती है।
कंचन इधर सोच मे पड़ जाती है किसका फोन है क्या हो रहा है, पर इतने मे ही माया इधर से बोल पड़ती है
माया- हआ अभी देती हू, बहू लो बात कर लो, इधर मेरे पास बैठो बहू
इसी बीच मे रामलाल की आवाज आती है, एजी ठुकराईंन मैं थोड़ा पड़ोस मे होकर आता हू भीमसिंक के पास, तुम बहू से बात करो तब तक, और बहू हमने हल्दी डाल दी है दूध मे और दूध तैयार हो गया है
कंचन ये सुनकर समझ गई की उन्होंने दूध मे पुड़िया डाल दी है और दूध तैयार हो चुका है।
माया- ठीक है जी, आप मिल आइए उनसे
माया कंचन को अपने दाई और बिठा लेटी है, ताकि दोनों की बाते अच्छे से सुन पाए, माया देख रही थी बहू का चेहरा हल्का लाल हो रख था और देखने मे एक दम चमक रहा था, माया अपनी बहू की ऐसी खूबसूरती देखकर बहू पर नाज करती थी।
कंचन- माँजी किसका फोन है
माया- तुम बात करो पता लग जाएगा
कंचन ने फोन लिया और वो सोच ही रही थी किसका फोन होगा, उसने फोन की स्क्रीन पर नाम देखा तो पाया राकेश, उसके पति, का फोन था।
कंचन- हैलो, कैसे हो आप (कंचन थोड़ा शरमाते हुए बोली, राकेश से मिले उसे करीबन एक महिना हो गया, और सांस की मौजूदगी मे वो शर्मा रही थी)
राकेश- मैं अच्छा हू तुम कैसी हो
कंचन- मैं भी अच्छी हू, आपका ऑफिस कैसा चल रहा है
राकेश- अच्छा चल रहा है, मुझे शायद जल्द ही प्रमोशन देकर मैनेजर हेड बना देंगे (राकेश बहुत ही मेहनती था और समझदार भी, उसने शुरू से ही काम को तवज्जो दी थी)
कंचन- ये तो बहुत अच्छी बात है, मुझे सुन कर बड़ी खुशी हुई
राकेश- हआ इसके बाद मेरे ऑफिस के वक्त के बदलाव हो जाएगा, मैं घर ज्यादा वक्त बीता पाऊँगा, और तुम्हारे साथ, मतलब घरवालों के साथ वक्त लगा पाऊँगा
कंचन ये सुनकर भावुक हो जाती है, राकेश भी कंचन को याद कर रहा था और वो अभी थोड़ी देर पहले ही राकेश को याद कर रही थी, पर माया के होते हुए वो ज्यादा कुछ बोल नहीं सकती थी, और कंचन बोलती है- ये तो और खुशी की बात है, आपको अब सहूलियत हो जाएगी।
राकेश- हआ वो तो है, तुम्हारा मन तो वहा लग ही गया होगा, मम्मी बता रही थी तुमने सब अच्छे से संभाल रखा है
कंचन- हआ मन क्यू नहीं लगेगा, माँजी और बाबू जी है यहा पर, आप बताइए आपका मन लगा हुआ है वहा
राकेश- हम भी यहा खुश ही है ऑफिस का काम ज्यादा रहता है, रामू कॉलेज मे बिजी रहता है, वो वक्त निकाल जाता है
कंचन माया के रहते कुछ बोल नहीं पा रही थी, उसने जल्दी से जिस बात के लिए माया ने उसे बिठाया था, और वो माया की मौजूदगी मे बात करने हिचकिचा भी रही थी, और उसका मन घबरा गया था की कॉनसी ऐसी बात थी जिसकी वजह से माया ने उसे अपने पास बिठा लिया था वो बात करने की सोची और बोली- अच्छा, हआ हमारा भी पूरा दिन निकाल जाता है काम मे, आप बताइए आज रात मे कैसे याद किया
राकेश- वो यही बात थी की शायद अब प्रमोशन के बाद अब मुझे टाइम मिल जाएगा, तो मम्मी कह रही थी हम गाव ही रहने लग जाए
ये सुनकर कंचन के भाव जो अभी तक दुख मे थे वो खुशी मे बदल गए, वो अब तक बहुत परेशान और अकेला महसूस कर रही थी, पर ये सुनकर उसकी सारी परेशानिया दूर हो गई
कंचन थोड़ा सिसकते हुए – स स सच मे, क्या ये सच है आप मजाक तो नहीं कर रहे ?
राकेश- नहीं नहीं ये सच है
कंचन- तो फिर मुझे दिन मे क्यू नहीं बताया फोन पर
राकेश- अरे बस मुझे भी अभी पता चल, और फिर तभी मम्मी का फोन भी आ गया
कंचन- अच्छा अच्छा ठीक है
राकेश- तुम खुश तो हो ना इससे,
कंचन- मैं बहुत खुश हू, इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है तो फिर आप कब आ रहे है
माया भी साथ बैठी अपनी बहू को देख रही है और दोनों की बाते सुन रही थी, उसे साफ दिख रहा था की बहू का चेहरा एक दम से खिल गया था, वो ये देखकर बहुत खुश थी, और माया की तो जैसे मन्नतें पूरी हो गई थी, अब बहू बेटा साथ ही गाव मे रहेंगे, पूरा परिवार साथ हो जाएगा। और माया मन मे ये भी सोच रही थी मेरी वजह से बहू बेटे अलग रह रहे है, अब दोनों मिल जाएंगे और दोनों को जवानी के दिनों मे ऐसे ज्यादा दिन दूर रहना भी ठीक नहीं था, अब भगवान की कृपया से दोनों फिर से एक हो जाएंगे।
राकेश- बस मुझे शायद कुछ ही दिनों मे प्रमोशन ऑर्डर मिल जाएगा उसके बाद मैं आ जाऊंगा
कंचन- ये तो बहुत अच्छा है, मुझे इंतज़ार रहेगा
माया- बीच मे बेटा रामू को लेकर आना
कंचन माया को ऐसे बीच मे कूदकर बात करके सुनती है तो हल्के से हस देती है, वो भी अब खुश हो गई थी की राकेश और रामू दोनों कुछ दिन मे आ जाएंगे
राकेश- ठीक है माँजी ले आ आऊँगा, कहा है वो जरा मेरी बात करा,
कंचन- माँजी मैं आपका दूध ले आती हू, तब तक आप बात कर लीजिए
माया-बहू दूध तो आता रहेगा तुझे बात नहीं करनी,
कंचन- मैं बाद मे बात कर लूँगी, दूध उबला हुआ फिर ठंडा हो जाएगा
माया- ठीक है बहू, ले आओ
कंचन उठी और जल्दी से रसोई मे चली गई, देखा तो पतीले मे दूध तैयार था, कंचन ने रसोई की जल्दी से सफाई कर दी, और कचरा कूड़ेदानी मे फेक दिया। और दूध गिलास मे लेकर फिर से माया के कमरे मे चली गई तब तक माया पर ही बात कर रही थी,
माया- बेटी यह मेज पर रख दो दूध
कंचन- ठीक है माँजी, माँजी मैं भी सोने की तैयारी कर लेटी हू अब, रात बहुत हो चुकी है
माया- हआ बेटी कर ले, तेरे बाबू जी भी आ जाएंगे तब तक दूध भी पीने लायक हो जाएगा
कंचन- ठीक है माँजी
कंचन अब पूरी तरह आसवास्त थी, उसको रात मे रामलाल का साथ मिलने वाला था कितने दिनों बाद वो रात एक मर्द के साथ गुजारेगी, और कुछ ही दिनों मे उसका पति भी आ जाएगा, पर उसके मन मे था जैसे रामलाल ने उनके मिलन के लिए इतना कुछ किया है वो भी आज रात रामलाल को अच्छे से खुश कर दे, बस इसी सोच के साथ कंचन रात की तैयारी करनी शुरू कर देती है।
इधर रामलाल भीमसिंगह से मिलने गया था, भीमसिंगह के साथ रामलाल की क्या बातचीत होती है………….जानिए अगले अपडेट मे
बाकी अगले अपडेट मे॥ मिलते है कुछ वक्त बाद।।
Ji aise hi chup chupa kar sex scene krna, sahi rahta hai. VQ ji ne bhi rahi raai di thi, main aage aise hi thrill banaye rakhne ke poori koshish krungamast update ..maya devi se baat karte huye ramlal ke lund ko chhu rahi thi pair se kanchan aur baadme short blowjob bhi diya..
bahut hoshiyari se massage ke liye mana liya maya devi ko dono ne..
Jaldil hi, aage ki kai scene me sirf sex hi chalega
Isme raamlal ki bhi koi galti nahi, use pata hi nahi ye sab kanchan kar rahi hai jaanbhujkarnice update ..ramlal kanchan ki garmi dekhkar usko chodne ke liye utawla ho raha hai....
aur ab neend ki dawaai bhi nikal li doodh me daalne ke liye jisse maya devi so jaaye .
aur aaj to saali ki bhi yaad aa gayi ramlal ko..
yonimaa ne sahi se rasta dikhaya kanchan ko ..aur 45 din virya grahan karke warangal pahuchna hai kanchan ko jisse usko saari shaktiya mil jaaye ..
ramlal to bahut horny ho gaya jo kitchen me hi kanchan ko daboch liya.
nice update ..doodh ready ho gaya hai ..
aur kanchan ke pati ko promotion honewala hai aur wo gaon me aa jayega ..
maya devi ke paas akkal thodi kam hai aisa lagta hai.. pati se baat karne ke liye apne paas bithake rakha kanchan ko
..
ab raat me kya hota hai sasur bahu ke bich dekhte hai..
जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका, मुझे दिल से ख़ुशी हुई की आपको कहानी पसंद आयी, मैं कोशिश कर रहा अप्डेट लिखने की जल्द ही पोस्ट करूँगा।Meri surwat kanchan ki story se hui thi story world me
Ab kanchan ki nayi kahanj par ke fir se wahi maje ki duniya me sair karna hai
Please cont.... Dear
जी मसाला जैसा खाना होगा उसके हिसाब से तेज और कम चलता रहता है, ऐसे ही कहानी में सीन के हिसाब से शब्दों का फेर बदल चलेगा।Dirty language bhi ho sath me to char chand lag jaye