chapter 1
Life Change ( Sex System )
सूरज निकल चुका था लेकिन एक लरका जो बहोत ही दुबला पतला जिसके सरीर की हड्डी भी साफ बाहर निकल आई थी बोले तो सरीर का मास हड्डी के अंदर जाते जा रहा था उस लरके की हालत बहोत खराब थी बहोत कमजोर हो गया था अगर ऐसे ही चलता रहा तो समझो वो मर जायेगा आप सोच रहे होगे लेकिन लरके की हालत इतनी बुरी कैसे हो गई तो जवाब है उनके घर वालो की वजह से हा सही सुना उनके घर वालो की वजह से
चलिये जानते है ऐसा कियु हुवा की हमारे हीरो की हालत ऐसी हो गई
पेहले ( introduction )
हीरो - अर्जुन - उमर 18 - घर मे सब से छोटा बहोत ही मासूम दिल का साफ सीधा साधा सभी के लिये दया दिल मे प्यार रखने वाला

हीरो मा - सुमन - उमर 44 - बहोत ही खूबसूरत होत बरे चुचे कमर कयामत गहरी ढोरी गांड बाहर निकले हुवे इस उमर मे 5 बच्चो की मा है फिर भी बॉडी किसी मॉडल से कम नही

हीरो पिता - जुगेश - उमर 45 साल - इस भाई साहब का कुछ कहा नही जा सकता दिल का कैसा है अपनी बीवी के आगे इसकी नही चलती घर मे सुमन की ही चलती है

हीरो भाई - मुकेश - उमर 22 - शादी सुधा है देखने मे अच्छा है लेकिन एक नंबर का हरामी है अपने हीरो से जलता है

हीरो भाभी - जूही - उमर 21 साल - बहोत की खूबसूरत दिल की साफ

हीरो बेहन - मोना - उमर 21 साल - शादी सुधा है दो बच्चो की मा हीरो कि बरी बेहन बोले तो आग है आग बहोत ही खूबसूरत इतना समझ लो कोई देखे तो उसका देख कर ही पानी निकल जाये

हीरो की दूसरी बेहन - जीना - उमर 20 साल - शादी सुधा है एक बच्चो की मा जीना भी बहोत ही खूबसूरत हॉट है जाहिर सी बात है मा खूबसूरत है तो बेटी भी होगी ही

हीरो कि तीसरी बेहन - माया - उमर 19 साल - शादी होने वाली है दिन फिक्स हो चुका है ये भी बहोत ही खूबसूरत है

ये रही हीरो की फैमलि सभी अपने हीरो से बहोत प्यार करते है बोले तो हीरो सब का लाडला है लेकिन एक को छोर कर वो है हीरो का बरा भाई मुकेश अपने हीरो से नफरत करता कियु कियुंकी सभी अपने हीरो को बहोत प्यार करते है उसपे ध्यान देते है इस लिये और यही भाई है जो हमारे हीरो की लाइफ तबाह कर देता है यहा सभी मा बेहन भाभी हमारे हीरो से बहोत प्यार करते थे बाद मे नफरत करने लगते है तो सब कैसे हुवा आगे किया होगा चलिये जानते है
अरे हा हीरो की घर की हालत के बारे मे आप लोगो को बताया ही नही तो हमारे हीरो अर्जुन के घर कि हालत ना अच्छी है ना बुरी अर्जुन का परिवार गाव मे रेहता है घर घास फुस का ही है जमीन अच्छी खासी थी तो जुगेश सुमन ने जमीन बेच कर दोनो बेटी बेटे की शादी की है और माया की भी होने वाली है
3 महीने पेहले
आज हमारा हीरो अर्जुन 18 साल का हो गया है इस लिये घर सजा हुवा था कियुंकी अर्जुन का जन्मदिन बनाने वाले थे अर्जुन की दोनो बेहने जीजा सब आये हुवे थे
साम के 3 बज रहे थे अर्जुन बहोत खुश था कियुंकी आज पेहली बार घर मे किसी का जन्मदिन बनाया जा रहा था अर्जुन कमरे मे था तभी कमरे मे माया जीना आती है
माया - छोटे मेरे प्यारे भाई चल तुझे मे रेडी करा देती हु
जीना माया को देख - नही माया मे अपने छोटे भाई को तैयार करुगी
तभी मोना भी अंदर आते हुवे सभी को देख - मे सब से बरी बेहन हु इस घर की तो मे अपने छोटे भाई का तैयार करुगी
जीना मोना को देख - दीदी ये गलत बात है आप बरी हुई तो किया हुआ मे ही अर्जुन को रेडी करुगी
माया - नही मे मझली तो किया हुआ मे रेडी करुगी
मोना - अच्छा तो तुम दोनो मुझसे पंगा लोगी
अर्जुन बेचरा खरा अपनी तीनों बेहन को लरता देखता रेहता है अर्जुन अपनी तीनों बहनो को देख
अर्जुन थोरा तेज आवाज मे - आप तीनों मेरी प्यारी बेहने चुप हो जाओ
अर्जुन की आवाज सुन माया मोना जीना तीनों लरना छोर अर्जुन को देखने लगते है
अर्जुन अपनी तीनों बहनो को पकर के बाहर धक्का देते हुवे - आप लोग भी ना दीदी मे अब बरा हो गया हु मे अब बच्चा नही रहा ये आप तीनों कब सम्झेगी मेरे खुद रेडी हो जाउंगा
अर्जुन तीनों को धक्का देखे कमरे से बाहर कर दरवाजा बंद कर देता है
अर्जुन एक गहरी सास छोरते हुवे - चलो अब मे आराम से रेडी हो सकता हु
अर्जुन मन मे - मेरी तीनों बेहने मुझसे बहोत प्यार करती मे किस्मत वाला हु मेरी तीन बरी बेहने है और मे तीनों बहनो का छोटा लाडला भाई
बाहर माया मोना जीना हैरान तीनों एक दूसरे का चेहरा देखने लगते है
फिर तीनों जोर जोर से हसने लगते है
मोना हस्ते हुवे - हमारा छोटा भाई अब बरा हो गया हो और सरमिला भी देखा नही कैसे हमे भागा दिया
जीना हस्ते हुवे - सही कहा वैसे छोटे ने सही कहा आज हमारा छोटा भाई 18 का हो गया है
माया हस्ते हुवे - आज बरा हो गया लेकिन जब वो छोटा था तब हम ही उसे नहाते रेडी करते थे आज देखो हमे भागा रहा ही
तीनों बेहने हस हस कर बाते कर रहे थे आँगन मे तभी सुमन आते हुवे तीनों को देख
सुमन - तुम तीनों पागलो कि तरह हसे कियु जा रहे हो हा
सुमन की आवाज सुन मोना माया जीना सुमन को देखते ही
मोना सुमन को देख हस्ते हुवे - मा आपका छोटा लाडला आज बरा हो गया है ( मोना फिर सुमन को सब बता देती है)
मोना की बात सुन सुमन भी जोर जोर से हस्ते हुवे - अच्छा ये बात है लेकिन मेरे लाल ने सही तो कहा अब वो बरा हो गया है जवान हो गया हो माया की शादी के बाद जल्दी ही उसकी भी शादी करा दुगी
मोना सुमन को देख - मा लेकिन अर्जुन के लिये मे ही लरकी पसंद करुगी
जीना आगे आते हुवे - नही मे अपने छोटे भाई के लिये लरकी पसंद करुगी
माया - बिल्कुल नही मे पसंद करुगी अपने छोटे भाई के लिये लरकी
जूही आते हुवे सभी को देख - आप मे से कोई नही बलकी मे अपने प्यारे देवर जी के लिये लरकी पसंद करुगी
मोना नही मे 'माया नही मे 'जीना नही मे 'जूही नही मे ' फिर सभी तीनों बेहने भाभी के बीच लराइ सुरु हो जाती है
सुमन सभी को लरता देख अपना सर पकर - फिर सुरु हो गये सभी किया करू मे इन सब का
सुमन सभी को लरता छोर अर्जुन के कमरे के दरवाजे पे खरी होके
सुमन - अर्जुन बेटा रेडी हो गया की नही
अर्जुन - हो गया मा
अर्जुन जाके दरवाजा खोलता है तो सुमन अभय को नये कमरे मे देख अर्जुन के गाल मे किस करते हुवे - मेरा लाल बहोत हैंड्सम लग रहा है
अर्जुन सुमन के गाल पे किस करते हुवे - और मेरी प्यारी मा आप भी बहोत खूबसूरत लग रही ही
सुमन मुस्कुराते हुवे - सच केह रहा है मे खूबसूरत हु
अर्जुन - सच्ची आप के सामने तो मॉडल भी फेल है
सुमन हस्ते हुवे - अच्छा तु केहता है तो मान लेती हु
तभी वहा मोना माया जीना जूही आ जाते है और अभय को देखते हुवे
मोना - मेरा भाई तो बहोत हैंड्सम लग रहा है
जीना - सही कहा दीदी मेरा भाई है ही इतना हैंड्सम
माया - ये भी केहने कि बात है अब तो हमारे छोटे भाई के पीछे तो लरकियो की लाइन लगने वाली है
जूही हस्ते हुवे - जरूर लगेगी मेरे देवर जि इतना हैंड्सम जो है
अर्जुन सर्माते हुवे सुमन को प्यार से देख - मा देखो ना सब कैसी कैसी बाते कर मुझे परेसान कर रहे है
सुमन अर्जुन को बाहों मे लेके - मेरा बच्चो ( सुमन सभी का देख) तुम सब मेरे लाल को छेरना बंद करो
तभी अर्जुन के पापा जीजा आते हुवे - अरे भाई अब जन्मदिन का केक भी काट लिया जाये या ऐसे ही तुम लोग लगी रहोगी
सुमन जुगेश को देख - आपने ठीक कहा चलो केक काटने का समय हो गया है
ये सब कुछ मुकेश देख रहा था अर्जुन को सभी का इतना प्यार दुलार मिलता देख मुकेश के अंदर अर्जुन के लिये जलन गुस्से से फटने लगता है
मुकेश गुस्से से मुठी को कसते हुवे अर्जुन को देख मन मे - सुरु से देखता आ रहा हु तुम्हे सब प्यार दुलार देते आये ही सब तेरे ही पीछे परे रेहते है साला मुझसे से तो कोई हाल चाल भी पूछने नही आता मुझे ऐसा फिल होता है कि मे इस घर मे ह ही नही साली मेरी बीवी भी देवर देवर करते हुवे उसके पीछे परी रेहती है साला हरामी अगर ये पैदा ही नही हुआ होगा तो सभी मुझपे ध्यान जरूर देते मे ही इस घर का अकेला एक्लौटा बेटा होगा और वारिस भी छोटे तेरी खुशी मुझसे सही नही जा रही अब मुझसे बर्दास्त से बाहर हो गया है
तभी जूही मुकेश के पास आते हुवे - आप कहा खोये है चलिये देवर जि केक काटने वाले है
जूही की आवाज सुन मुकेश होस मे आता है और जूही को देख मुस्कुराते हुवे - कियु नही जान चलो चलते है अर्जुन तो मेरा प्यारा दुलारा छोटा भाई है उसका जन्मदिन तो अच्छे से मानना परेगा था
जूही मुकेश को देख मुस्कुराते हुवे - सही कहा आप ने चलिये चलते है
आँगन मे एक कुर्सी पे केक रखा जाता है अर्जुन खरा था बाकी सभी घेरा बना के खरे थे सभी बहोत खुश थे अर्जुन का जन्मदिन बनाने के लिये लेकिन उनके बीच मुकेश जलन गुस्से से अर्जुन को ही देखे जा रहा था
केक मे मोमबत्ति लगा दी जाती है जला भी दी जाती है और फिर सभी happy birthday अर्जुन तालियां बजाते हुवे विस करने लगते है अर्जुन बहोत खुश था आज पेहली बार घर मे किसी का जन्मदिन मनाया जा रहा
सुमन अर्जुन को बाहों मे लेके- चलो बेटा फुक मार कर मोमबत्ति बुझा के विस मागो
अर्जुन मा को देख खुश होते हुवे - जी मा
अर्जुन मोमबत्ति बुझा के आख बंद कर मन मे - हे उपर वाले मे दुनिया का सब से अमीर इंसान बनाना चाहता हु ताकि मे अपनी मा पापा बेहन भाभी भाई सभी को हर एक खुशी और एक अच्छी लाइफ दे सकु और सभी का प्यार मेरे उपर ऐसे ही बना रहे
सुमन अर्जुन को देख मुस्कुराते हुवे - मांग लिया विस
अर्जुन मुस्कुराते हुवे - जी मा
मोना हस्ते हुवे - मुझे पता ना किया मांगा
जीना हस्ते हुवे - जरूर खूबसूरत बीवी मांगी होगी
माया हस्ते हुवे - मुझे भी यही लगता है
अर्जुन सुमन को देख प्यारा सा चेहरा बना के - मा देखो ना फिर सभी दीदी मुझे छेर रहे है
सुमन अर्जुन को बाहों मे लेके मोना जीना माया को देख हस्ते हुवे
सुमन - तुम तीनों कियु मेरे लाल को छेर रही हो
जुगेश - अरे भाई मस्ती बाद मे चलो केक काटो
सुमन - ठीक है बेटा चलो केक काटो
अर्जुन - जी मा
अर्जुन केक काटता है और पेहले मा को खिलाता हैसुमन भी अर्जुन को खिलाती है फिर अर्जुन पापा को फिर तीनों बहनों फिर भाई भाभी जीजा को सभी भी अर्जुन को खिलाते है खुसियो का माहौल था हर कोई अर्जुन के लिये खुश था लेकिन मुकेश को छोर कर ये सब देख मुकेश का गुस्सा जलन फटने पे आ चुका था
अब बारी थी गिफ्ट देने कि
पेहले सुमन अर्जुन को गिफ्ट देती है जिसे देख अर्जुन बहोत खुश हो जाता है अर्जुन को फोन चाहिये था लेकिन सुमन ने मना कर दिया था और कहा था जब 18 के होगे तो मिलेगा और आज सुमन ने अपना वादा पुरा किया
सुमन अर्जुन को देख - बेटा जायदा मेहगा नही है तेरे पापा मेरी तरफ से तुझे जन्मदिन का गिफ्ट है
अर्जुन सुमन के गले लगते हुवे - मा आप बहोत अच्छी है किया हुवा मेहगा नही है लेकिन आपने मुझे प्यार से दिया यही बहोत हो मेरे लिये
जुगेश - बेटा मे भी हु मुझपे भी ध्यान देदे
अर्जुन अपने पापा के गले लगते हुवे - पापा आपका भी बहोत थैंक्स इस गिफ्ट के लिये
जुगेश अर्जुन को बाहों मे भरते हुवे - कोई बात नही बेटा पापा मा का फर्ज़ है बेटे की इक्छा पूरी करना
उसके बाद मोना आगे आके अर्जुन को एक घड़ी गिफ्ट करती है अर्जुन घड़ी को देखता है जो बहोत अच्छी दिख रही थी
मोना अर्जुन को देख - कैसा लगा भाई मेरे गिफ्ट
अर्जुन मोना के गले लगते हुवे - बहोत अच्छा गिर्फ है मेरे हाथो मे बहोत अच्छी लगेगी थेंक्स दी
अब जीना आगे आके अभय को एक लॉकेट गिफ्ट करती है अर्जुन लॉकेट देखता है तो उसके नाम का लॉकेट था
अर्जुन जीना के गले लगते हुवे - दीदी बहोत अच्छा सुंदर गिफ्ट हा आप का बहोत सुक्रिया
जीना अर्जुन के गाल पे किस करते हुवे - तुझे पसंद आया मुझे खुशी हुई ये जान
अब माया आगे आके अर्जुन को कपड़े गिफ्ट करती है अर्जुन का जीन्स सर्ट बहोत पसंद आते है
माया अर्जुन को देख - छोटे प्यारे भाई इस कपरो मे तुम बहोत अच्छे लगोगे
अर्जुन माया को गले लगते हुवे - आपका सुक्रिया दीदी आपने सही कहा इस कपरो मे मै बहोत हैंड्सम दिखूँगा
अब जूही आके आके अर्जुन के हाथ मे एक चाभी देते हुवे - देवर जी आपके भाई मेरी तरफ से ये नई साइकल की चाभी
अर्जुन तो बहोत खुश हो जाता है नई साइकल पाके अर्जुन
जूही का गले लगा के - ओ भाभी आपका सुक्रिया बता नही सकता मे कितना खुश हु आपका गिफ्ट पाके
जूही हस्ते हुवे - समझ गई बाबा लेकिन अपने भाई को थैंक्स कहिये
अर्जुन मुकेश के पास जाके गले लगते हुवे - थैंक्स भाई मुझे साइकल गिफ्ट देने के लिये मुझे साइकल भी चाहिये था और आपने मुझे लाके दे दी
मुकेश अंदर ही अंदर बहोत गुस्से मे था लेकिन किसी को दिखाता नही और चेहरे पे झूठा मुस्कान लाते हुवे अर्जुन को प्यार दिखाते हुवे
मुकेश - अरे मेरे प्यार छोटे भाई मे तेरा बरा भाई हु ये तो मेरा फर्ज़ है बरे भाई होने का
मुकेश मन मे गुस्से से - साले तुझे तो मे एक रुपया ना दु ये तो मेरी बीबी कमीनी को पता चला तुझे साइकल चाहिये तो मेरे पीछे पर गई तेरे लिये साइकल खरीद कर देने के लिये तो मजबुरन उसकी बात माननी परी
सभी ने गिफ्ट दे दिया था अर्जुन के जीजा दीदी का साथ मे गिफ्ट था तो अब अर्जुन का जन्मदिन खतम हुवा
(रात 7 बजे )
एक कमरे मे मुकेश अपने दोनो जीजा के साथ बैठ दारू पीने मे लगा हुवा था बाते भी चल रही थी लेकिन मुकेश के मन मे बस अर्जुन ही चल रहा था
मुकेश मन मे - जिस तरह से सभी मुझे इंग्नोर करते आये है मुझे जितना बुरा दर्द फिल किया जितना मेने अब तक देखते सेहते आया हुई अब बस छोटे अब तुझे सब सेहना परेगा फिर मे तुझे देख मुझे सुकून मिलेगा
अर्जुन के जन्मदिन के 5 दिन बाद मोना जीना अपने ससुराल चली गई और अभय अपने स्कूल नई साइकल से जाने लगा मोना जीना ससुराल मे रेहने के बाद भी रोज अभय से बाते करते रेहते थे तो वही मुकेश अपने छोटे भाई की ही जिंदगी सिर्फ जलन की वजह से गुस्से मे आके बर्बाद करने कि प्लानिंग बनाने मे लगा हुआ था किसके बारे मे कोई दूर दूर तक सोच भी नही सकता था
वही हमारा अर्जुन तो अपने भाई को बहोत अच्छा मानता था और साइकल मिलने के बाद और भी मानने लग गया था लेकिन बेचारे अर्जुन को नही पता था उसका भाई किया करने वाला है
( 1 महीने बाद )
साम 4 बजे अर्जुन स्कूल से घर की तरफ जा रहा था पर जो अपने घर नही अपने प्यार के घर हा अर्जुन का प्यार साइकल के पीछे खुशबु नाम कि एक बहोत ही खूबसूरत लरकी भी बैठी हुई थी जो अर्जुन के उमर कि ही थी
अर्जुन खुशबु को उसके घर छोराने जा रहा था अर्जुन खुशबु से 6 महीने से प्यार करता था लेकिन उस समय दोनो adult नही हुवे थे इस लिये अभय इंतज़ार कर रहा था सही समय वक़्त का
खुशबु का घर थोरि दूर पे था तो अर्जुन साइकल रोक देता है खुशबु अर्जुन की सामने आके
खुशबु - अर्जुन थैंक्स यार तुम्हारी वजह से मुझे चल कर नही आना परता है
अर्जुन साइकल लगा के खुशबु को देखता है फिर आस पास देखता ही तो कोई पास पास अर्जुन को दिखाई नही देता तो अर्जुन एक गुलाब का फूल बैग से निकाल के जो अर्जुन ने बैग मे संभाल कर रखा था हाथो मे लेके खुशबु के सामने घुटनों पे बैठ फूल आके करते हुवे
अर्जुन - खुशबु जब से मेने तुम्हे देखा था तब से मुझे तुमसे प्यार हो गया था तुम मेरी पेहली प्यार हो मे तुमने बहोत प्यार करता हु तुमसे शादी करना चाहता हु तुम्हारे साथ पूरी जिंदगी गुजारना चाहता हुई किया तुम मुझसे शादी करोगी
खुशबु पूरी तरह से हिल जाती है अर्जुन ने तो सीधा शादी का परपोस् रख दिया था
खुशबु अर्जुन को देखती है फिर अर्जुन के हाथो से गुलाब का फूल लेते हुवे - सच कहु तो मुझे भी तुमसे प्यार है तुम्हारे साथ मुझे भी पूरी जिंदगी गुजारनी है
अर्जुन खुश होते हुवे खुशबु को गले लगाते हुवे - तुम्हारा सुक्रिया जो तुमने मेरे प्यार को सुविकार् कर लिया आई लोव यु खुसबी
खुशबु भी अर्जुन के गले लगाते हुवे - आई लोव यू अर्जुन
थोरि देर बाद दोनो अगल होते है खुशबु अर्जुन को देख
खुशबु - अर्जुन ये सच ही मे तुमसे प्यार करती हुई शादी भी तुम्ही से करुगी लेकिन हमारे घर वाले नही मानेंगे तो
अर्जुन खुशबु को देख - मेरी जान मेरे घर वाले तो ये जान खुश होगे की मेने घर कि बहु को ढूंढ लिया है रही तुम्हारी घर वालो कि तो मे उन्हे भी बना लुगा
खुशबु सर्म से लाल होते हुवे - जैसा तुम कहो
अर्जुन खुशबु को सर्माते देख हस्ते हुवे - हाय हाय पेहली बार तुम्हे सर्माते हुवे देख रहा हु लेकिन ये तेरा सरमाना मुझे घ्याल कर रहा है
खुशबु अर्जुन के सीने पे प्यार से मारते हुवे - ऐसे मत बोलो ना शर्म आती है
अर्जुन - मेरी जान सब छोरो एक किसी देदो तो मजा आ जाये आज और हमारे नये रिश्ते कि सुरवात हो सके

खुशबु अर्जुन कि बात सुन और सर्मा जाती है लेकिन खुशबु अर्जुन के होठो पे किस करते हुवे शर्मा के भाग जाती है और बेचारा अर्जुन खुशबु को जाते हुवे देखता रेहता हो जब खुशबु अर्जुन को देखाई नही देती तब अर्जुन अपने होठो को छुटे हुवे मुस्कुरा के
अर्जुन - मेरा पेहला प्यार मेरा पेहला किस मिल ही गया आज मुझे
अर्जुन साइकल पे बैठ अपने घर कि तरफ जाते हुवे खुशी से गाना गुनगुनाते हुवे निकल परता है
( रात 10 बजे )
खाना खाने के बाद अर्जुन बिस्तर पे लेता खुशबु के खयालो मे ही खोया हुवा था और अर्जुन को कल खुशबु से मिलने का बेसबरी से इंतज़ार था
तभी कमरे मे सुमन आती है तो देखती है अर्जुन ख्यालो मे खोया हुवा है ये देख सुमन मुस्कुराते हुवा अर्जुन के पास बैठ जाती है लेकिन अर्जुन को पता भी नही चलता
सुमन मुस्कुराते हुवा अर्जुन को देख - किस लरकी के ख्यालो मे खोया है मेरा लाल
अर्जुन ख्यालों मे ही - खुशबु के मा
तभी अर्जुन का झटका लगता ही और अर्जुन होस मे आते हुवे अपनी मा को सामने बैठे हुवे देखता ही तब अर्जुन को समझ मे आता ही उसने किया बोल दिया
अर्जुन जल्दी से - अरे मा वो तो मे ऐसे ही
सुमन अर्जुन के कान पकर - ये बता कब से ये खुशबु तेरा चल रहा था लाला मुझसे झुठ मत बोलना
अर्जुन दर्द मे आह करते हुवे - मा आज ही मेने दिल कि बात बताई अब छोरो मेरे कान दर्द हो रहा है
सुमन अर्जुन के कान छोरते - तभी मे सोचु आज तुम इतना खुश कियु थे ये बताओ कब हमने मिलवाने वाले तो अपनी खुशबु से
अर्जुन सर्माते हुवे - वो मा आज ही तो दिल कि बात कही ही तो कुछ दिन बाद मिलवा दुगा पक्का
सुमन मुस्कुराते हुवे - चलो अच्छा है तुमने खुद अपने पसंद कि लरकी ढूंढ ली
तभी माया जो दरवाजे पे थी चिलाते हुवे - किया मेरे छोटे भाई ने लरकी ढूंढ ली कैसे कब यकीन नही हो रहा
माया चलते हुवे अंदर आती है सुमन माया को देख
सुमन मुस्कुराते हुवे - तुम सब लर रहे थे ना में अर्जुन के लिये लरकी पसंद करुगी लेकिन तुम सब का पत्ता साफ मेरे लाल ने खुद अपनी पसंद की लरकी ढुंढ ली है ( सुमन जाते हुवे) तुम सब का भाई तो तेज निकला
ये केह सुमन चली जाती है तो वही अर्जुन डरे हुवे माया को देख रहा था माया अर्जुन को गुस्से से देख
माया - अच्छा बचु लगा नही था तुम इतने तेज निकालोगे कोन है वो लरकी कहा रेहती है
अर्जुन माया को देख डरते हुवे - दीदी उसका नाम खुशबु है और वो हमारे बगल वाले गाव की है
माया अर्जुन को देख - अच्छा ये बात है तो मामला सेट है पूरा
अर्जुन डरते हुवे - जी लगता तो है
माया - चल कोई बात नही लेकिन पेहले मुझे मिलवायेगा अपनी खुशबु से ( माया गुस्से से अर्जुन को देख) समझ मे आया
अर्जुन कापते हुवे - जी जी दीदी वादा है
माया अर्जुन के पास जाके गाल पे किस करते हुवे - ये हुई ना बात अच्छा अब सोजा जायदा मत सोचना नींद नही आयेगी फिर
माया फिर मुस्कुराते हुवे चली जाती है अर्जुन चैन कि सास लेते हुवे
अर्जुन - यार आज ही तो दिल की बात कही और मा दीदी का पता भी चल गया मुझे लगता है जल्दी सब को पता चल जायेगा
( सुबह 9.30 बजे ) स्कूल
अर्जुन स्कूल के टाइम से पेहले आके खुशबु का बेसबरी से इंतज़ार कर रहा था तभी खुशबु आते हुवे दिखाई देती ही तो अर्जुन खुश हो जाता है खुशबु की नजर अर्जुन पे जाती है सर्म से लाल हो जाती है
खुशबु चलते हुवे अर्जुन के पास जाके खरी हो जाती है लेकिन सर्म से नजरे नीचे झुकी हुई थी अर्जुन खुशबु को देख मुस्कुराते हुवे
अर्जुन - मेरी जान सर्माना छोरो जरा एक नजर मुझे भी देखो
खुशबु सर्माते हुवे अर्जुन को देखती है अर्जुन भी खुशबु को देखता है
अर्जुन मुस्कुराते हुवे - चलो चलते है
खुशबु - हा
दोनो भी अंदर चले जाते है
( साम 4 बजे)
अर्जुन फिर खुशबु की उसकी जगह छोरने आता है
अर्जुन फिर जहा रोज खुशबु को छोरता था वही साइकल रोक देता है
खुशबु नीचे उतर सर्माये खरी रेहती है अर्जुन भी नीचे उतर साइकल लगा देता है
अर्जुन खुशबु को देख - मेरी जान कल तुम किस कर के भाग गई थी लेकिन आज नही
खुशबु सर्माते हुवे - वो मुझे
अर्जुन खुशबु को बाहों मे भर लेता तो खुशबु और सर्म से लाल हो जाती है अर्जुन खुशबु के चेहरे को उपर कर आखो मे देख
अर्जुन - किस कर लू
खुशबु अर्जुन को देख शर्मा के कर लो -
अर्जुन फिर खुशबु को बाहों मे भर किस करने लगता है खुशबु भी अर्जुन का साथ देने लगती है दोनो एक दूसरे के होठो का रस पीते है

2 मिनट तक अच्छे से दोनो एक दूसरे का रस पीने के बाद अलग होते है खुशबु सर्म से पानी पानी हो जाती है और भाग जाती है अर्जुन खुशबु को भाग कर जाते देख मुस्कुराते हुवे
अर्जुन - होठो का रस बहोत मिठा था ये केहना था लेकिन पेहले ही भाग गई
अर्जुन फिर खुशी खुशी घर आ जाता है
( रात 10 बजे)
खाना खाने के बाद अर्जुन कमरे बैठा हुआ था जूही माया भी बैठी हुई थी और अर्जुन मोना से बात कर रहा था
मोना - छोटे तुम तो बहोत तेज निकले छुपे रुस्तम निकले खुद लरकी ढूंढ ली मेने तो सोचा था मे तेरे लिये लरकी धुनढूंगी लेकिन कोई ना मे जल्दी ही आउंगी तो मिलवाना अपनी खुशबु से समझ गया
अर्जुन - समझ गया दीदी
फोन कट
अर्जुन माया को देख - आपने ही कहा ना मोना दीदी को
माया मुस्कुराते हुवे - हा लेकिन मेने जीना को भी बता दिया
अर्जुन अपना सर पकर लेता है
जूही हस्ते हुवे - अरे देवर जी कियु परेसान हो रहे है एक ना एक दिन तो सब को पता चलना ही था
अर्जुन गहरी सास लेते हुवे जूही को देख - सायद आप सही केह रही ही भाभी
तभी अभय का फोन बजता माया ये देख मुस्कुराते हुवे - जीना दीदी
अर्जुन मुह बना के फोन उठा लेता है
जीना - छोटे तूने लरकी भी पता ली और मुझे बताया भी नही अगर माया मुझे नही बताती तो तुम मुझे कब बताने वाले थे हा
अर्जुन - दीदी कल की तो दिल की बात कही थी कुछ दिनों बाद आप सब को बता ही देता खुद
जीना - हा हा किया बता नही भी बताता अच्छा ये बता लरकी खूबसूरत तो है ना
अर्जुन - आप कि तरह बहोत खूबसूरत है
जीना हस्ते हुवे - अच्छा ऐसा है तो ठीक जल्दी ही आने वाली हु तो मिलवाना ठीक है
अर्जुन - जी दीदी
फोन कट
माया हस्ते हुवे - बेचरा मेरा छोटू भाई चिंता मत कर हम सब तेरी शादी खुद खुशबु से करवा देगे
अर्जुन ये सुन खुश होते हुवे माया को देख- सच्ची
माया हस्ते हुवे - सच्ची
कुछ देर और बात करने के बाद जूही माया चली जाती है तो अर्जुन youtub खोल वीडियो देखने लगता है और वीडियो देख मन मे - काश इस हीरो की जगह मे होता
दिन गुजरने लगते है अर्जुन खुशबु का प्यार बढ़ता रहा मुलाकाते किस होती रही
( 20 दिन बाद )
जीना मोना अपने पतियों के साथ आ गये कियुंकी माया की शादी 10 दिन बाद होने वाली थी घर मे अभी से तैयारी सुरु हो चुकी थी लेकिन अर्जुन की लाइफ मे मुकेश उसका भाई बर्बाद करने का प्लान बना चुका था
रात 10 बजे
अर्जुन के कमरे मे जूही और तीनों बेहने बैठी ही थी
मोना अर्जुन को देख - अब हम आ गये शादी मे खुशबु का बुला तो रहा है ना
अर्जुन सभी को देख - हा हा हा आ रही है आप सब खुद मिल लेना
जीना मुस्कुराते हुवे - ये हुई ना बात मिलना तो पड़ेगा ही अपने छोटे भाई की होने वाली बीवी से
माया हस्ते हुवे - हा उसके बाद तेरी भी जल्दी शादी करवा देगे हम
ऐसे ही सभी के बीच बाते होती रहती है
अगले दिन दोपर 2 बजे
सुमन अपने अपने कपड़े लेने के लिये पीछे जाती है लेकिन सुमन को अपनी चड्डी नही मिलती है
सुमन मन मे - मेरी दोनो चड्डी कहा गई यही तो सुखने के लिये रखी थी
सुमन आस पास देखती है लेकिन नही मिलती सुमन भी हार मान जाती है साम को जीना की बिकनी गायब हो जाती है उसके बाद मोना जूही की चडी भी
दो दिन मे जूही माया सुमन मोना जीना के चड्डी बिकनी गायब हो जाते है सब एक दूसरे से पूछते है लेकिन सभी को पता चलता है सब की चड्डी बिकनी गायब है
रात 10 बजे
मोना के कमरे मे जीना जूही माया सभी बैठे हुवे थे
मोना - कोन हो सकता हो जो हम सब की चड्डी बिकनी चुरा रहा है
जूही - किया पता कही आपके पति देव
जीना मोना जूही को देख - किया बात कर रही हो भाभी हमारे होते हुवे भला हमारे पति कियु बिकनी चड्डी चुराने लगे मान लो चुराते भी तो आपका माया का चुराते हमारे कियु चुराते
जूही - ये भी सही तो कोन हो सकता है कही देवर जी
माया मोना जीना जूही को घूर के देखती है
जूही डरते हुवे - आप तीनों गलत समझ रही हो जरा सोचिये घर मे चार ही मर्द है ससुर जि को जोर कर मे तो इनमें से ही कोई एक होगा मेने कुछ गलत बोला
जूही की बात सुन तीनों बेहने - नही
मोना - लेकिन कोई बाहर का भी तो हो सकता है
जीना - दीदी सायद आप सही केह रही ही लेकिन घर मे से भी चड्डी बिकनी बाहर का कोई थोरि ही चुरा कर ले जायेगा
माया - हा जीना दीदी सही केह रही है कोन है ऐसी गंदी हरकत कोन कर सकता है अर्जुन तो बिल्कुल नही हो सकता
जीना - मे भी मानती हु हमारा छोटा ऐसा नही है
मोना जूही - हा ये तो है
सभी बैठ सोचने लगते है कोन हो सकता है
2 दिन बाद
सुमन वापस कपड़े लेने जाती ही लेकिन इस बार चड्डी तो थी लेकिन उसपे लंड का पानी था तो सुमन देख कर ही समझ जाती है अब सुमन को गुस्सा आ जाता है
सुमन मन मे - कोन है ये गंदा इंसान किसकी नजर मुझपे गंदी है
यही सेम चीजे जूही मोना जीना माया के चड्डी बिकनी के साथ होता है अब इसका सब का गुस्सा भी हाई हो जाता है
रात 10 बजे
फिर सब की मीटिंग बैठती है
मोना सभी को देख - ठीक है अब बहोत हो गया मे अपने पति से भाभी आप भाई से जीना तुम जीजा जी से जाके पूछो प्यार से
बाते हो जाती है
सुबह सुमन अर्जुन के कमरे मे साफ सफाई करने जाती है सुमन तो सुमन को खटिये के नीचे कोने मे एक कालि थैली दिखाई देती है सुमन नीचे झुक कर उस थैली को बाहर निकाल कर देखती है तो उसके अंदर सुमन सभी की चड्डी बिकनी थी और सभी पे लंड का पानी लगा हुवा था उसी के साथ बहोत बदबु भी आ रही थी
सुमन ये देख गुस्से से लाल हो जाती है अर्जुन जो आराम से सोया था उसे पता नही था आज से जो उसे प्यार करते थे वही उन्हे इतना दर्द देने वाले थे जिसे सायद अर्जुन कभी भूल नही पायेगा
सुमन गुस्से से लाल जोर से चिलाते हुवे - अर्जुन
सुमन की तेज आवाज सुन अर्जुन एकदम से हरबरा कर डर के उठ जाता है वही सुमन की तेज आवाज सुन बाकी सभी भागते हुवे कमरे मे आते है
अर्जुन सुमन को गुस्से मे देख समझ नही पाता
अर्जुन - मा किया हुवा आप इतनी गुस्से मे कियु देख रही है मुझे
सुमन गुस्से से अर्जुन को देख - कमीने तु इतना गिरा नीच निकलेगा सोचा नही था
अर्जुन को बहोत बरा झटका लगता है अपनी मा की बात सुन कर
बाकी सभी जूही जीना माया मोना जीजा सभी कोभी समझ नही आ रहा था सुमन इतने गुस्से मे कियु है और अर्जुन को इस तरह गाली कियु दे रही है
तभी सभी के नाको में गंदी स्मैल् जाती है तो सभी अपना नाक बंद कर लेते है
मोना नाक बन्द किये - मा ये बदबु कैसी है
सुमन मुकेश दामाद देख- बेटा दामाद जी आप बाहर जाइये
सुमन के केहती ही सभी बाहर चले जाते है
सुमन मोना सभी को देख पीछे हटती है तो नीचे सभी को अपनी बिकनी पैंटी दिखाई देती है जिसे देख सभी को बरा झटका लगता है
अर्जुन की नजर भी नीचे पैंटी बुरा पे जाती है तो अर्जुन भी पूरी तरह से हैरान हो जाता है अर्जुन समझ नही पा रहा था हालत किया है
मोना जूही माया जीना चारों एक दूसरे को हैरानी से देखते है फिर अर्जुन को देखने लगते है
अर्जुन सुमन को देख - मा बात क्या है और ये सब मेरे कमरे मे कियु है
सुमन अर्जुन को एक जोर का चाता मारती है तो अर्जुन की पूरी दुनिया हिल जाती है अर्जुन यकीन नही कर पा रहा था उसकी मा ने उसे मारा
सुमन गुस्से से अर्जुन को देख - कमीने तो तुंही था जो हमारे पैंटी बिकनी चुरा के छी मुझे के केहने मे भी सर्म आ रही हैं
अर्जुन घबराते हुवे - मा आप ये किया केह रही है आप जैसा सोच रही है मेने ऐसा कुछ नही किया भला मे इतनी गिरी हरकत कियु करुगा
सुमन एक और जोर दार चाता अर्जुन को मारते हुवे - कमीने तो ये हमारी पैंटी बिकनी तुम्हारे बिस्तर के नीचे किया कर रही थी
अर्जुन को बरा धक्का लगता है सब सुन कर अर्जुन आखो मे आसु लिये - मा कसम से मेने कुछ नही किया और ये मेरे कमरे मे कैसे आया मुझे पता नही किया आपको मुझपे बिस्वास नही है
तभी एक जोरदार चाता और अर्जुन के गाल पे परता है लेकिन इस बार चाता मारने वाली मोना थी जिसे देख अर्जुन के दिल मे बहोत तेज दर्द होता है चाता से जायदा
मोना अर्जुन को देख गुस्से से - कमीने तुम्हे पता है हम सब अपने पति बरे भाई यहा तक पापा पर भी सक किये लेकिन हम चारों को तुम पर बिस्वास था भरोसा था लेकिन अपने आखो से सब देखने के बाद मुझे खुद पे सर्म आ रही गिल्टी फिल हो रही है की हमने तुम जैसे नीचे गिरे हुवे पे भरोसा किया लेकिन अपने पति भाई पे नही थु है तेरे तेरे जैसे भाई पे मुझे नही चाहिये तेरा जैसा हवसी भाई जो अपनी ही मा बेहन छी छी
अर्जुन सभी की बात सुन पथर् का बन जाता है आखो से भर भर कर आसु निकल गिरे जा रहे थे
जीना अर्जुन के पास जाके - हमने तुम्हे इतना प्यार दिया लेकिन उसके बाद भी तुम ने हम सब पे गंदी नजर डाली अपनी बेहन मा पे ये तेरे झूठे आसु दिखा कर किया लगता है हम तुझे माफ कर देगे ( जीना भी एक जोर दार चाता अर्जुन को दे मारती है) तुझ जैसे भाई से दूर रेहना ही अच्छा है थु
माया अर्जुन को देख आखो मे आसु लिये - छोटे तूने ऐसा कियु किया अरे हमने तुझे इतना प्यार दुलार दिया लेकिन तुम हमे गंदी नजर से देखते थे 6 दिन मे मेरी शादी है किया सोचा किया हो गया मुझे भी तेरे जैसा भाई नही चाहिये जो अपनी मा बेहन पे चढ़ना चाहता है थु
जूही - देवर जी किया मजबूरी आ गई थी आपकी खुशबु तो थी फिर भी छी देवर जी हमे ये उमीद नही थी आप इतने गिरे इंसान निकलोगे
सभी की बात अर्जुन के दिल को चीरते जा रही थी आज अर्जुन को जितना दर्द मिल रहा था अपनो से जिसका अंदाज़ा कोई लगा नही सकता था
अर्जुन होस मे आते हुवे सभी के सामने घुटनों पे आते हुवे हाथ जोर कर सभी को देख रोते हुवे - मा दीदी मेने ये सब नही किया कसम क्या आप सभी को लगता है मे ऐसा कर सकता हु
अर्जुन की बात सुन सभी सोचने ही वाले थे की पीछे से मुकेश
मुकेश - मेने कई बार अर्जुन को नहाने के जगह देखा कमरे मे झाकते देखा है उस समय समझ नही पाया एक अब समझ मे आया छोटे कियु ऐसा करता था
मुकेश अंदर ही अंदर मुस्कुराते हुवे मन मे - छोटे मुझे पता है मा बेहन सभी तुझे बहोत प्यार करते है तो तुम्हारी बात सुनेंगे भी लेकिन मे ऐसा होने नही दे ना किसी को सोचने का तुम पे तारा खाने का मौका दे सकता हु
मुकेश की बात सुन सभी को जोर का झटका लगता है
सुमन मुह पे हाथ रखते हुवे अर्जुन को गुस्से से देख - किया तुम हमे नहाते हुवे भी देखते थे
सुमन गुस्से से पागल हो जाती है और बिना रुके अर्जुन का बहोत मारती है और अर्जुन बे जान मार खाता रेहता है
मोना - सोचा नही था तु इतना गिर जायेगा
बस यही वो पल था अर्जुन से सब जितना प्यार करते थे अब उसके उलट सब अर्जुन से नफरत करने लगते है जो आखे हमेस अर्जुन को तलास करती थी अब वही आखे अब अर्जुन को देखना नही चाहती वही सब आखो मे जितना अर्जुन के लिये प्यार था अब गुस्सा था वही दिल जिसमे अर्जुन बस्ता था अब उसी दिल से सभी ने अर्जुन को निकाल फेका
अर्जुन ने बहोत कोसिस की सबके सामने गिरगीराया हाथ जोरे एक मौका मांगा केहता रहा वो बेकसूर है लेकिन किसी ने अर्जुन की नही सुनी
6 दिन बाद माया की शादी हो गई और उसके 2 दिन बाद जीना मोना भी चले गये लेकिन किसी ने अर्जुन को ना देखा ना उन्हे अर्जुन पे दया आई दिन गुजरते रहे अर्जुन को इतना बरा सोक लगा था की बेचारा अपने आप को संभाल नही पा रहा था सुमन जूही कोई भी अर्जुन को देखने भी नही जाते थे की अर्जुन कैसा है बस सुमन कुतो को जैसा खाना देते है सुमन जाके कमरे मे खाना फेक आती थी खुशबु जिसे अर्जुन इतना प्यार करता था शादी मे आई और उसे भी पता चला तब उसने भी मुह मोर लिया जिसकी वजह से अर्जुन और टूट गया
( पास्ट खतम)
और आज का दिन है जब अर्जुन बहोत दुबला पतला हो गया था अर्जुन को पता लग गया था सब उसके बरे भाई का किया धरा है लेकिन अर्जुन जाके सब को केह नही सकता था कियुंकी कोई बिस्वास नही करता
vietnamese accent
अर्जुन उठ कर बैठ जाता है और एक लास्ट बार कोसिस करने कि सोचता हो फिर अर्जुन अपनी मा के कमरे मे जाता है अंदर सुमन कपड़े चेंज कर रही थी जिसे देख अर्जुन बहोत डर जाता हो तब तक सुमन की नजर अर्जुन पे जाती है तो सुमन गुस्से से लाल हो जाती है तो वही अर्जुन थर थर कापने लगता है
सुमन जल्दी से कपड़े पेहन अर्जुन के पास जाके बिना कुछ सोने अर्जुन को मारने लगती है अर्जुन बहोत कमजोर हो चुका था इस लिये नीचे गिर जाता है दर्द से रोने लगता है अपनी मा को रुकने के लिये केहता है लेकिन सुमन नही सुनती
सुमन अर्जुन को मारते हुवे - कमीने तु अभी तक नही सुधरा अपनी मा को देखता है छी जाके कही मर कियु नही जाता
अपनी मा के मुह से मर सुन अर्जुन का दर्द गायब हो जाता था जैसे जान हो ही ना सुमन बहोत मारने के बाद छोर देती है जूही दरवाजे पे खरी देख रही थी लेकिन अर्जुन के लिये कोई दया नही दिखाती बलकी अर्जुन को घिन की नजर से देखती है
अर्जुन जिन्दा लास कि तरह अपने कमरे मे जाता है अपना मोबाइल गले से लॉकेट हाथों से घड़ी सब निकाल बिस्तर पे रख देता है और घर से बाहर आता है एक नजर आसु से भरी आखो से घर को देखता है फिर मूर जाने लगता है
चलते चलते अर्जुन एक पहारी के चोटी पे आके घुटनों पे बैठ जोर जोर से रोने लगता है
अर्जुन रोते हुवे - कियु भाई कियु आपने मेरे साथ ऐसा कियु किया क्या बिगारा था मेने आप का दीदी आप सब तो मुझे जान से जायदा प्यार करती थी ना तो कियु कियु आप सब ने मुझपे बिस्वास नही किया मा आप का तो लाल था ना दुलारा था ना कम से कम मुझे ये यकीन थी या पूरी दुनिया के हर बेटे को यकीन होता है बिस्वास होता है की हर मोर मुस्किलोे मे उसकी मा उसका साथ देगी पूरी दुनिया बिस्वास करे या ना करे लेकिन मा जरूर करेगी लेकिन आप ने भी मेरा साथ छोर दिया
अर्जुन खरा होता है और आसु साफ करते हुवे मुस्कुरा के - मा पेहली बार आपने मुझसे कुछ मांगा है तो भला मे कैसे ना दु भले वो मौत ही कियु ना हो
अर्जुन नीचे देखता है बहोत गहरी खाई थी अर्जुन आखे बंद कर जैसे ही खुदने की कोसिस करता है अर्जुन को एक आवाज सुनाई देती है
डिंग डिंग होस्ट मरने से किया होगा रुक जाइये
अर्जुन रुक जाता है और आखे खोल कर देखता है तो अर्जुन को सिस्टम दिखाई देता है अर्जुन पूरी तरह हैरान हो जाता है
अर्जुन आखे मिच कर फिर देखता है फिर भी अर्जुन को हवा मे सिस्टम दिखाई देता है
अर्जुन हस्ते हुवे - इतनी manawa anime देखी सिस्टम वाला इसी लिये लगता है मेरी आखरी सास चल रही ही इसी लिये मुझे सिस्टम दिखाई दे रहा था
सिस्टम - होस्ट ये सपना नही है चाहो तो अपना सर पथर् पे मार कर देख सकते है
अर्जुन हस्ते हुवे - अच्छा ठीक है फिर
अर्जुन एक पथर् उठा के अपने सर पे जोर से मारता है तो सर से खून निकलने लगता है अर्जुन जोर से चिल्लाता है नही
सिस्टम अब बिस्वास हुवा मे सच मुच का सिस्टम हु
अर्जुन सिस्टम को देख यकीन नही कर पा रहा था अर्जुन ने कई manawa anime सिस्टम वाला देखा था फिर भी
अर्जुन सिस्टम को देख - अगर तुम सच मे हो तो मेरे पास आये कियु हो
सिस्टम - आप चाहते थे ना दुनिया का सबसे अमीर आदमी बनना
अर्जुन - चाहता था लेकिन अब किया फायेदा किसके लिये पैसा कमाऊ
सिस्टम - होस्ट लाइफ जीने के कई तरीके है और किया आप नही जानना चाहते आपके भाई ने आपके साथ ऐसा कियु किया क्या आप सब के सामने अपनी बेगुनाही नही साबित करना चाहता अगर अभी जान दे देते है तो उसका कोई फायेदा नही होगा सोच लीजिये अच्छे से
अर्जुन मन मे - बात तो सही है मेरी मा दीदी सब ने जो मुझे दर्द दिया वो मे जिंदगी भर नही भुलुगा ना ही मे किसी को माफ करुगा लेकिन मे अभी जान दे देता हु तो सभी की नजरो मे मै गिरा हुवा ही रहुंगा
अर्जुन सिस्टम को देख - तुम मुझे कैसे अमीर बना सकते हो
सिस्टम - आपका टास्क दिया जायेगा और जैसे जैसे आप हर एक टास्क पुरा करेगे आपको उसके बदले पैसा मिलेगा
अर्जुन - कैसा टास्क
सिस्टम - सेक्स टास्क कियुंकी मे हु ( लाइफ चेंजर सेक्स सिस्टम )
आज के लिये इतना ही


