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Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन (Completed)

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Jitu kumar

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Update 36
मैं ने रूम चेंज करने का सोच लिया
ये मेरा फाइनल डिसिशन था
रेशमा मेरे फ़ैसले से दुखी थी
उसने तो मायके जाने का इरादा भी कॅन्सल कर दिया
रेशमा पूरी तरह से टूट गयी थी मेरी वजह से
उसके दिल मे क्या है ये मैं जान भी नही पाया
शायद वो मुझे प्यार करने लगी थी
लेकिन मैं ने सारे रास्ते ख़तम कर दिए थे
उसकी तो बची हुई हँसी भी छीन ली थी मैं ने
रेशमा उस दिन के बाद ऑफीस गयी ही नही
बस अपने अपार्टमेंट मे अकेली पूरा दिन बिताने लगी
बाल्कनी का डोर तो अब हमेशा के लिए बंद हो गया था
मिसेज़ गुप्ता से पता चला कि उनसे भी बात नही की रेशमा ने
रेशमा को हुआ क्या है
मिसेज़ गुप्ता जब उसके यहाँ गयी तो मैं ने चुपके रेशमा को देखा
रेशमा की हालत देख कर खुद पे गुस्सा आ रहा था
रेशमा से अच्छे तो रास्ते के भिकारी दिखते है
रेशमा की तारीफ करते मैं थकता नही था उसको ऐसे देख कर मेरे दिल मे दर्द की सूनामी उठने
लगी
रेशमा को कभी ऐसे भी देख पाउन्गा सोचा नही था
बाल बिखरे हुए जैसे सालो से कंघी ना की हो
साड़ी ज़बरदस्ती पहनी गयी हो
आँख के पास ब्लॅक स्पॉट आ गये थे
चेहरे का तेज़ तो गायब हो गया था
उसके चेहरे हँसी दिखाई भी नही दी
झूठी हसी तो होती ही थी पर वो भी नही दिखाई दी
मिसेज़ गुप्ता तो रेशमा को ऐसे देख कर टेन्षन मे आ गयी
पर रेशमा ने बीमारी का नाटक किया ,
पर मैं जानता था कि रेशमा को कौनसी बीमारी हुई है
हम दोनो पड़ोसी को हुआ क्या है ये समझ नही आ रहा था
रेशमा तो देवदासी बन गयी थी
मेरे यहाँ से जाने के फ़ैसले को फिर से सोचना पड़ रहा था
मिसेज़ गुप्ता ने मुझे बताया कि रेशमा को कोई बात खाए जा रही है
रेशमा किसी बात को लेकर कन्फ्यूज़ है
मिसेज़ गुप्ता के लिए उनकी बेटी जैसी थी रेशमा तो उनको चिंता हो रही थी
रेशमा की चिंता तो मुझे भी हो रही थी
रेशमा को प्यार की ज़रूरत है
ऐसे प्यार की जो उसकी लाइफ को खुशियों से भर दे
रेशमा को ये प्यार मुझसे मिले शायद ये वो चाहती थी
पर मैं अब कोई पहल नही कर रहा था
रेशमा मेरे दिल मे बस गयी थी
माला से ज़्यादा मैं रेशमा के बारे में सोच रहा था
रेशमा ही मेरे लिए सब कुछ बन गयी थी
रेशमा के बारे में सोचते हुए वो दिन भी आ गया जब मैं अपना समान शिफ्ट करने वाला था
मेरा दिल कह रहा था कि रेशमा से दूर मत जा
और दिमाग़ कह रहा था कि रेशमा को खुद से दूर करो
मैं इसी दुविधा मे अपना समान पॅक कर रहा था
ज़्यादा कुछ नही था
सब कुछ जल्दी पॅक हो गया
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था
मिसेज़ गुप्ता मेरे अपार्टमेंट मे आ गयी
अवी- आप , आइए
मिसेज़ गुप्ता- तुम जा रहे हो ऐसा सुना है
अवी- हाँ ,
मिसेज़ गुप्ता- क्यूँ यहाँ अच्छा नही लग रहा
अवी- ऐसी बात नही है
मिसेज़ गुप्ता- मैं भी क्या पूछ रही हूँ , तुम अपने मर्ज़ी के मालिक हो , जब चाहो तब जा सकते हो ,
मैं ही तुम्हें अपने बेटे जैसा मानने लगी थी
अवी- मैं आपको आंटी की तरह
मिसेज़ गुप्ता- अजीब रिस्ता बन गया कुछ महीनो मे ,हैना
अवी- हाँ , और मैं जहाँ भी जाउ आपसे मिलने ज़रूर आउन्गा
मिसेज़ गुप्ता- मैं घुमा फिरा कर बात नही करूँगी , देखो तुमसे ज़्यादा दुनिया देखी है , इन आँखो से
कुछ छुप नही पाया है
अवी- आप कहना क्या चाहती है ,
मिसेज़ गुप्ता- तुम और रेशमा एक दूसरे से प्यार करते हो ना
अवी- ये आप क्या कह रही हो
मिसेज़ गुप्ता- रेशमा मुझे अपनी सहेली माँ दादी सब कुछ मानती है , और वो मुझसे कुछ छुपा
नही पाई
अवी- आप ग़लत समझ रही है
मिसेज़ गुप्ता- दुनिया देखी है मैं ने , ये बाल धूप मे सफेद नही हुए है , जब से तुम आए हो तब
से देख रही हूँ रेशमा मे कैसे बदलाव आ रहे है
अवी- रेशमा ने क्या कहा आपसे
मिसेज़ गुप्ता- वो पगली क्या कहेगी , उसके आँसू सब बता गये , उसकी हालत बता गयी कि क्या हुआ है
अवी- मुझे उस से दूर जाने का दिल नही कर रहा है , पर वो नही चाहती कि मैं उसके पास रहूं
मिसेज़ गुप्ता- वो तो तुम्हारे साथ ज़िंदगी भर रहना चाहती है
अवी- क्या ?
मिसेज़ गुप्ता-रेशमा एक औरत है , ये तुम भूल रहे हो , वो खुद ये नही कहेगी , तुम्हें समझना
चाहिए उसके दिल की बात
अवी- ट्राइ किया पर उसने कुछ जवाब नही दिया , मैं बताया कि मैं उसका दोस्त नही उसका प्यार बनके
रहना चाहता हूँ
मिसेज़ गुप्ता- वो बिचारी प्यार के नाम से डरती है , कब से अकेली है वो , उसको तो अकेले रहना ही अच्छा
लगता था , उसी को उसने अपनी लाइफ बना लिया था , पर तुम आए और उसको हँसी क्या होती है वो पता
चला , तुमने उसको जीना सिखाया और अब तुम उसको अकेला छोड़ कर जा रहे हो
मिसेज़ गुप्ता- रेशमा तुम्हारे जाने से बिखर जाएगी , क्या पता वो स्यूयिसाइड कर ले ,
अवी- ये आप क्या बोल रही है
मिसेज़ गुप्ता- रेशमा सिर्फ़ एक बार प्यार हुआ है और वो तुमसे हुआ है , अगर प्यार दूर चला जाए तो कोई
कैसे जी सकता है
अवी- वो शादी शुदा है
मिसेज़ गुप्ता- तुम्हें ये तब सोचना चाहिए था जब तुमने उसकी ज़िंदगी मे आने का सोचा था ,
अवी- तब मुझे तन की भूख थी पर रेशमा को मिलते ही प्यार की भूक बन गयी ,
मिसेज़ गुप्ता- तो अपनी भूक मिटा लो
अवी- मैं रेशमा से शादी करने को भी तैयार हूँ पर मैं ने किसी और को वादा किया है
मिसेज़ गुप्ता- बताया था तुमने
अवी- तो आप ही बताइए मैं क्या करूँ
मिसेज़ गुप्ता- रेशमा को बस थोडा सा प्यार दो
अवी- मतलब
मिसेज़ गुप्ता- प्यार का अंज़ाम शादी ही हो ये ज़रूरी नही होता , पुराणो मे भी लिखा है ,
अवी- क्या लिखा है पुराणो मे
मिसेज़ गुप्ता-ये तुम खुद पढ़ लेना ,
अवी- पढ़ा है ,राजशर्मा लव स्टोरी
मिसेज़ गुप्ता- तुम्हें तो सब पता है , तुम अपनी ज़िंदगी जियो , रेशमा को उसकी ज़िंदगी जीने दो , साथ ही
तुम दोनो अपनी सीक्रेट ज़िंदगी भी जीते रहो
अवी- रेशमा ये चाहती है
मिसेज़ गुप्ता- चाहती तो वो बहुत कुछ है , पर तुम क्या चाहते हो वो इम्पोर्टेंट है , क्या पता तुम जो चाहो
वो रेशमा भी चाहने लगे
अवी- मैं रेशमा से बात करता हूँ
मिसेज़ गुप्ता- रेशमा अपने अपार्टमेंट मे नही है
अवी- कहाँ गयी
मिसेज़ गुप्ता- मुझे नही पता
अवी- आपको कुछ तो बताया होगा
मिसेज़ गुप्ता- मैं सुबह जब रेशमा को विश करने गयी तो वो अपार्टमेंट मे नही थी
अवी- किस बात की विश
मिसेज़ गुप्ता- आज उसका बर्तडे है
अवी- व्हाट
मिसेज़ गुप्ता- और तुमने दिन भी जाने का ऐसा चुना कि क्या बताऊ ,
अवी- मुझे बिल्कुल भी पता नही था कि आज उसका बर्तडे है
मिसेज़ गुप्ता- पता है , पर तुम जाकर उसकी ढुंढ़ो , कहीं वो खुद को कुछ कर ना दे
अवी- क्या वो ऐसा कर सकती है
मिसेज़ गुप्ता- एक औरत के दिल मे प्यार ना हो तो वो कुछ भी कर सकती है
अवी- कुछ तो बताइए कि वो कहाँ जा सकती है
मिसेज़ गुप्ता- तुम खुद से पूछो कि वो कहाँ जा सकती है
अवी- मैं खुद ढूँढ लूँगा उसको
मिसेज़ गुप्ता- आज उसका बर्तडे है , तो आज उसका नया जनम हो रहा है , कल नयी रेशमा को देखना
चाहूँगी
अवी- एक शरत पर कि आप ये सीक्रेट अपने तक राकेंगी
मिसेज़ गुप्ता- मैं बस रेशमा को खुश देखना चाहती हूँ , रेशमा को मत बताना कि मुझे तुम दोनो
के बारे में पता है
और मैं भी मिस्टर गुप्ता को नही बताउन्गी
मिसेज़ गुप्ता ने बताया कि रेशमा के दिल मे क्या है
रेशमा मुझसे इतना प्यार करती है
एक बार इशारा तो करती
अच्छा हुआ मिसेज़ गुप्ता ने रेशमा के दिल की बात बताई
और आज उसका बर्तडे है
इतनी बड़ी बात भी भूल गया मैं और आज मैं यहाँ से जा रहा था
रेशमा के लिए कितना मुश्किल होगा ये दिन
मुझे जल्दी उसको ढूँढना होगा
______________________________
Awesome update bhai,
ye update bilkul dil ki gaharaiyon tak utar gaya,
bhai aaj aapki story padhte padhte hi raat beet gayi,
 

Jitu kumar

Active Member
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Update 37

रेशमा के दिल की बात जान क्यूँ नही पाया मैं
मिसेज़ गुप्ता की बात अगर सच हुई तो ये मेरे और रेशमा के लिए अच्छा रहेगा
अगर मिसेज़ गुप्ता ग़लत हुई तो मुझ पर भारी पड़ सकती है रेशमा
रेशमा के लिए अब मैं रिस्क ले सकता हूँ
मैं ने खुद देखा कि रेशमा ने मेरे लिए अपना क्या हाल बनाया है
ऐसे मे रेशमा के दिमाग़ मे मेरे लिए विश्वास और दिल मे प्यार जगाना होगा
पर पहले रेशमा को ढूँढना पड़ेगा
कहीं वो खुद को कुछ कर ना दे
कुछ दिनो से तो उसने ऑफीस जाना भी बंद किया और खुद का ख़याल भी नही रख रही थी , जॉगिंग को
जाना भी छोड़ दिया , कहीं जीना ना छोड़ दे
ऐसे अकेली औरत के दिमाग़ मे बहुत कुछ चलता रहता है
मिसेज़ गुप्ता ने हम दोनो की आँखो मे वो देखा जो हम नही देख पाए
मिसेज़ गुप्ता के एक्सपीरियेन्स ने हमारे प्यार को देख लिया , और अच्छी बात ये थी कि उनको हमारा प्यार
ग़लत नही लगा
मिसेज़ गुप्ता रेशमा के बहुत करीब है , रेशमा को खुश देखना चाहती है वो , और रेशमा की
खुशी मुझ मे है ये मिसेज़ गुप्ता देख चुकी है
मिसेज़ गुप्ता के जाते ही मैं बाल्कनी से रेशमा के यहाँ आ गया
शुरुआत रेशमा के घर से करनी ठीक होगी
पर रेशना के घर मे कुछ भी खास नही मिला
फिर मैं ने रेशमा के ऑफीस कॉल किया पर वहाँ भी वो नही गयी
मुझे तो ये भी नही पता कि उसके कोई रिश्तेदार यहाँ रहते है
मिसेज़ गुप्ता को पता होगा इस लिए उनके पास गया तो उन्होने कुछ पूछने से पहले बता दिया कि
रेशमा उसके मायके मे नही है
सुबह से गायब है
कहाँ जा सकती है रेशमा
आज उसका बर्तडे भी है , और मैं यहाँ से जा रहा था ऐसे मे वो कोई ग़लत कदम ना उठा ले
मैं उसको आस पास देखने लगा
पर रेगिस्तान मे पानी मिल जाएगा पर मुंबई मे किसी को ढूँढना मुश्किल है
इतने बड़े शहर मे रेशमा को ढूँढना बेमतलब था
ऐसे मे मैं ने अपनी किस्मत का साथ लिया और रेशमा के आने का इंतज़ार करने का डिसाइड किया
रेशमा को ढूँढना मुश्किल हो सकता है
रेशमा इतनी भी कमज़ोर नही हो सकती कि वो स्यूयिसाइड कर सके , वो वापस ज़रूर आएगी
उसके आने पर अगर उसका बर्तडे सेलेब्रेट किया जाए तो
रेशमा ये देखेगी कि मैं बर्तडे केक लेकर उसका इंतज़ार कर रहा हूँ सुबह से तो उसकी खुशी
देखने लायक होगी
ये ख़याल दिमाग़ मे आते ही मैं पास के शॉप मे जाकर बढ़िया केक लेकर आया
रेशमा के पसंद का केक था , उसको चॉक्लेट बहुत पसंद है
मैने बताया मिसेज़ गुप्ता को कि रेशमा को ढूँढना बेमतलब है , पर उसके लिए मैं क्या प्लान कर
रहा हूँ
मैं बाल्कनी से रेशमा के अपार्टमेंट मे जाकर उसके बर्तडे की तैयारी करने लगा
हॉल को सजाया , बलून ही बलून फैलाया दिए रूम मे
रेशमा के लिए एक शॅंपियन भी रखी
दोनो के लिए डिन्नर का इंतज़ाम किया
सब कुछ सेट कर दिया था बस रेशमा के आने का इंतज़ार था
रेशमा के लिए रेशम की साड़ी भी खरीद ली
ये सब रेशमा देखेगी तो कितनी खुश होगी
मुझे उस पल का इंतज़ार था जब रेशमा डोर खोल कर अंदर आएगी और उसके चेहरे पे वो स्माइल
आएगी जो मुझे पसंद है
मैं रेशमा के अपार्टमेंट मे बैठ कर उसका इंतज़ार कर रहा था
बलून की हवा निकल रही थी पर रेशमा का कुछ पता नही था
टाइम बीत रहा था पर रेशमा का कोई खबर नही थी
रेशमा का मोबाइल भी स्विच ऑफ था
शाम से रात होने को आ गयी पर रेशमा कहाँ हो तुम
बस एक बार आ जाओ ,
मैं हॉल मे चक्कर लगाते हुए रेशमा का इंतज़ार कर रहा था
मैं सोच रहा था कि क्या किया जाए , कहाँ हो सकती है रेशमा
ऐसे सोचते हुए मेरे दिमाग़ की लाइट जल गयी
मैं भाग कर रेशमा के बेडरूम मे गया
बेडरूम.मे रेशमा की एक तस्वीर थी
ये तस्वीर पास के एक मंदिर की थी
उस तस्वीर को ध्यान से देखा तो मेरे समझ मे आ गया कि रेशमा कहाँ होगी
तस्वीर के एक कॉर्नर मे मुझे केक का कॉर्नर दिखा
मतलब पिछले साल रेशमा ने अपना बर्तडे मंदिर मे मनाया था
वहाँ भी वो अकेली थी
पूरी सज कर थी लेकिन उसके चेहरे पे अकेलापन सॉफ दिख रहा था
अब समझा कि मिसेज़ गुप्ता क्या कहना चाहती थी
बर्तडे पर ज़्यादातर लोग कहाँ जाते है , मंदिर मे
और जो अकेले होते है तो हम खास मंदिर मे जाते है ये दुआ करने कि अगले बर्तडे पे वो
अकेला ना हो
रेशमा भी वही होगी
रेशमा का पता चलते ही मैं ने उसके पास जाने के लिए एक सेकेंड भी नही गवाया

वो मंदिर पास मे ही था
मैं भाग कर ही उस मंदिर के पास आ गया
मंदिर बंद हो रहा था
रात हो चुकी थी और मंदिर मे कोई दिख नही रहा था सिवाय मंदिर के लोगो के
फिर भी मैं मंदिर मे रेशमा को देखने लगा
मंदिर के पंडितजी ने कहा कि यहाँ अब कोई नही है ,
मेरा दिल कह रहा था कि रेशमा यही होगी
पर मंदिर के बंद होते ही मुझे यहाँ से जाना लड़ा
एक उम्मीद दिखी थी
पर रेशमा फिर भी नही मिली
मैं निराश होकर जा रहा था कि मुझे मंदिर के कॉंपाउंड के लेफ्ट साइड मे एक कार दिखाई दी
दूर से कुछ खास पता नही चला पर अंदर से आवज़ आ रही थी कि एक बार जाकर देख लूँ
जब मैं कार के पास गया तो मेरे खुशी का कोई ठिकाना नही था
ये कार रेशमा की थी
कार मे रेशमा नही थी मतलब रेशमा मंदिर मे ही है
पर मंदिर तो बंद हो गया और पंडितजी भी अपने घर गये है
कही मंदिर के पीछे वाले गार्डन जैसे पेड़ो के मैदान मे तो नही है रेशमा
वही हो सकती है , उस तस्वीर मे भी पेड़ दिख रहे थे
मैं ने इधर उधर देखा और कॉम्पोन्ड वाल से जंप मार कर अंदर आ गया
मुझे बस रेशमा से मिलना था
मैं रेशमा को इधर उधर देखते हुए मंदिर के पीछे आ गया
मंदिर के पीछे बहुत जगह थी
मैं लग गया रेशमा को ढूँढने मे
रेशमा को आवाज़ भी दे नही सकता था अगर किसी और ने सुन ली तो प्राब्लम होगी
मैं पेड़ो के बीच मे रेशमा को तलाश करने लगा
अंदर जाकर तो मुझे टॉर्च का ईस्तमाल करना पड़ा
कही कही जगह पर खुली जगह थी जहाँ बैठ कर आराम किया जा सकता है
दिन का टाइम होता तो तस्वीर वाली जगह जल्दी मिल जाती
पर दिल से माँगो तो मिल ही जाता है
मुझे ऐसा लगा कि पेड़ के नीचे कोई बैठ कर आसमान की तरफ देख रहा है
मैं ने ठीक से देखा तो कोई औरत दिखाई दी
मैं उसके पास गया तो ये कोई और नही रेशमा ही थी
रेशमा , मेरी रेशमा थी
रेशमा को देखते ही मैं भाग कर उसको गले लगाना चाहता था
पर मेरी नज़र रेशमा के मायूस चेहरे की तरफ गयी
रेशमा आसमान मे निकले चाँद की तरफ बिना पलकें झुकाए देख रही थी
पता नही क्या सोच रही होगी रेशमा
पर इस तरह रेशमा को अकेला देख कर बड़ा दुख हुआ
रेशमा को डर भी नही था कि यहाँ रात मे वो अकेली है
उसको तो होश ही नही था
रेशमा खो गयी थी आसमान की दुनिया मे
शायद आसमान के तारों की तरह अकेली हो गयी थी
अजीब अजीब ख़याल आ जाते है जब कोई अकेला होता है
किसी को भी अपना साथी बना लेता है
ऐसे ही रेशमा ने इस जगह और आसमान के तारों को अपना साथी बनाया हो
रेशमा की इस हालत का ज़िम्मेदार मैं ही था
रेशमा ने अकेले जीना सीख लिया था पर मेरी वजह से वो जीना क्या होता है ये तक भूल गयी थी
उसकी बची हुई हसी भी छीन ली थी मैं ने
रेशमा को ऐसे देख कर मेरी आँख मे आँसू आ गये
पर मुझे रेशमा के आँसुओं को खुशियों मे बदलना था
मैं अब कभी रेशमा को अकेला नही पड़ने दूँगा
मैं रेशमा को प्यार करने की ज़िद्द कभी नही करूँगा
अगर रेशमा मुझे दोस्त बना कर ही रखना चाहती है तो यही सही
पर रेशमा इस तरह उदास होने नही दूँगा
मैं रेशमा के आसू को मोती मे बदलने के लिए उसके पास गया
रेशमा तो होश ही खो चुकी थी जिस से उसको पता भी नही चला कि मैं उसके पास आ गया हूँ
रेशमा की तरफ से रेस्पॉन्स ना पा कर मैं उसके पास बैठ कर उसको आसमान की दुनियाँ से
ज़मीन पर वापस लाने लगा
______________________________
Awesome update bhai,
pyaar ki gahraiyon ko iss update me aapne itni achchhi tarah se dikhaya hai ki,
Mujhe ek chhoti si bhool ki yaad aa gayi,
dono stories me ek common baat ye hai ki dono mumbai ki story hi hai
 

Jitu kumar

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Update 37

रेशमा के दिल की बात जान क्यूँ नही पाया मैं
मिसेज़ गुप्ता की बात अगर सच हुई तो ये मेरे और रेशमा के लिए अच्छा रहेगा
अगर मिसेज़ गुप्ता ग़लत हुई तो मुझ पर भारी पड़ सकती है रेशमा
रेशमा के लिए अब मैं रिस्क ले सकता हूँ
मैं ने खुद देखा कि रेशमा ने मेरे लिए अपना क्या हाल बनाया है
ऐसे मे रेशमा के दिमाग़ मे मेरे लिए विश्वास और दिल मे प्यार जगाना होगा
पर पहले रेशमा को ढूँढना पड़ेगा
कहीं वो खुद को कुछ कर ना दे
कुछ दिनो से तो उसने ऑफीस जाना भी बंद किया और खुद का ख़याल भी नही रख रही थी , जॉगिंग को
जाना भी छोड़ दिया , कहीं जीना ना छोड़ दे
ऐसे अकेली औरत के दिमाग़ मे बहुत कुछ चलता रहता है
मिसेज़ गुप्ता ने हम दोनो की आँखो मे वो देखा जो हम नही देख पाए
मिसेज़ गुप्ता के एक्सपीरियेन्स ने हमारे प्यार को देख लिया , और अच्छी बात ये थी कि उनको हमारा प्यार
ग़लत नही लगा
मिसेज़ गुप्ता रेशमा के बहुत करीब है , रेशमा को खुश देखना चाहती है वो , और रेशमा की
खुशी मुझ मे है ये मिसेज़ गुप्ता देख चुकी है
मिसेज़ गुप्ता के जाते ही मैं बाल्कनी से रेशमा के यहाँ आ गया
शुरुआत रेशमा के घर से करनी ठीक होगी
पर रेशना के घर मे कुछ भी खास नही मिला
फिर मैं ने रेशमा के ऑफीस कॉल किया पर वहाँ भी वो नही गयी
मुझे तो ये भी नही पता कि उसके कोई रिश्तेदार यहाँ रहते है
मिसेज़ गुप्ता को पता होगा इस लिए उनके पास गया तो उन्होने कुछ पूछने से पहले बता दिया कि
रेशमा उसके मायके मे नही है
सुबह से गायब है
कहाँ जा सकती है रेशमा
आज उसका बर्तडे भी है , और मैं यहाँ से जा रहा था ऐसे मे वो कोई ग़लत कदम ना उठा ले
मैं उसको आस पास देखने लगा
पर रेगिस्तान मे पानी मिल जाएगा पर मुंबई मे किसी को ढूँढना मुश्किल है
इतने बड़े शहर मे रेशमा को ढूँढना बेमतलब था
ऐसे मे मैं ने अपनी किस्मत का साथ लिया और रेशमा के आने का इंतज़ार करने का डिसाइड किया
रेशमा को ढूँढना मुश्किल हो सकता है
रेशमा इतनी भी कमज़ोर नही हो सकती कि वो स्यूयिसाइड कर सके , वो वापस ज़रूर आएगी
उसके आने पर अगर उसका बर्तडे सेलेब्रेट किया जाए तो
रेशमा ये देखेगी कि मैं बर्तडे केक लेकर उसका इंतज़ार कर रहा हूँ सुबह से तो उसकी खुशी
देखने लायक होगी
ये ख़याल दिमाग़ मे आते ही मैं पास के शॉप मे जाकर बढ़िया केक लेकर आया
रेशमा के पसंद का केक था , उसको चॉक्लेट बहुत पसंद है
मैने बताया मिसेज़ गुप्ता को कि रेशमा को ढूँढना बेमतलब है , पर उसके लिए मैं क्या प्लान कर
रहा हूँ
मैं बाल्कनी से रेशमा के अपार्टमेंट मे जाकर उसके बर्तडे की तैयारी करने लगा
हॉल को सजाया , बलून ही बलून फैलाया दिए रूम मे
रेशमा के लिए एक शॅंपियन भी रखी
दोनो के लिए डिन्नर का इंतज़ाम किया
सब कुछ सेट कर दिया था बस रेशमा के आने का इंतज़ार था
रेशमा के लिए रेशम की साड़ी भी खरीद ली
ये सब रेशमा देखेगी तो कितनी खुश होगी
मुझे उस पल का इंतज़ार था जब रेशमा डोर खोल कर अंदर आएगी और उसके चेहरे पे वो स्माइल
आएगी जो मुझे पसंद है
मैं रेशमा के अपार्टमेंट मे बैठ कर उसका इंतज़ार कर रहा था
बलून की हवा निकल रही थी पर रेशमा का कुछ पता नही था
टाइम बीत रहा था पर रेशमा का कोई खबर नही थी
रेशमा का मोबाइल भी स्विच ऑफ था
शाम से रात होने को आ गयी पर रेशमा कहाँ हो तुम
बस एक बार आ जाओ ,
मैं हॉल मे चक्कर लगाते हुए रेशमा का इंतज़ार कर रहा था
मैं सोच रहा था कि क्या किया जाए , कहाँ हो सकती है रेशमा
ऐसे सोचते हुए मेरे दिमाग़ की लाइट जल गयी
मैं भाग कर रेशमा के बेडरूम मे गया
बेडरूम.मे रेशमा की एक तस्वीर थी
ये तस्वीर पास के एक मंदिर की थी
उस तस्वीर को ध्यान से देखा तो मेरे समझ मे आ गया कि रेशमा कहाँ होगी
तस्वीर के एक कॉर्नर मे मुझे केक का कॉर्नर दिखा
मतलब पिछले साल रेशमा ने अपना बर्तडे मंदिर मे मनाया था
वहाँ भी वो अकेली थी
पूरी सज कर थी लेकिन उसके चेहरे पे अकेलापन सॉफ दिख रहा था
अब समझा कि मिसेज़ गुप्ता क्या कहना चाहती थी
बर्तडे पर ज़्यादातर लोग कहाँ जाते है , मंदिर मे
और जो अकेले होते है तो हम खास मंदिर मे जाते है ये दुआ करने कि अगले बर्तडे पे वो
अकेला ना हो
रेशमा भी वही होगी
रेशमा का पता चलते ही मैं ने उसके पास जाने के लिए एक सेकेंड भी नही गवाया

वो मंदिर पास मे ही था
मैं भाग कर ही उस मंदिर के पास आ गया
मंदिर बंद हो रहा था
रात हो चुकी थी और मंदिर मे कोई दिख नही रहा था सिवाय मंदिर के लोगो के
फिर भी मैं मंदिर मे रेशमा को देखने लगा
मंदिर के पंडितजी ने कहा कि यहाँ अब कोई नही है ,
मेरा दिल कह रहा था कि रेशमा यही होगी
पर मंदिर के बंद होते ही मुझे यहाँ से जाना लड़ा
एक उम्मीद दिखी थी
पर रेशमा फिर भी नही मिली
मैं निराश होकर जा रहा था कि मुझे मंदिर के कॉंपाउंड के लेफ्ट साइड मे एक कार दिखाई दी
दूर से कुछ खास पता नही चला पर अंदर से आवज़ आ रही थी कि एक बार जाकर देख लूँ
जब मैं कार के पास गया तो मेरे खुशी का कोई ठिकाना नही था
ये कार रेशमा की थी
कार मे रेशमा नही थी मतलब रेशमा मंदिर मे ही है
पर मंदिर तो बंद हो गया और पंडितजी भी अपने घर गये है
कही मंदिर के पीछे वाले गार्डन जैसे पेड़ो के मैदान मे तो नही है रेशमा
वही हो सकती है , उस तस्वीर मे भी पेड़ दिख रहे थे
मैं ने इधर उधर देखा और कॉम्पोन्ड वाल से जंप मार कर अंदर आ गया
मुझे बस रेशमा से मिलना था
मैं रेशमा को इधर उधर देखते हुए मंदिर के पीछे आ गया
मंदिर के पीछे बहुत जगह थी
मैं लग गया रेशमा को ढूँढने मे
रेशमा को आवाज़ भी दे नही सकता था अगर किसी और ने सुन ली तो प्राब्लम होगी
मैं पेड़ो के बीच मे रेशमा को तलाश करने लगा
अंदर जाकर तो मुझे टॉर्च का ईस्तमाल करना पड़ा
कही कही जगह पर खुली जगह थी जहाँ बैठ कर आराम किया जा सकता है
दिन का टाइम होता तो तस्वीर वाली जगह जल्दी मिल जाती
पर दिल से माँगो तो मिल ही जाता है
मुझे ऐसा लगा कि पेड़ के नीचे कोई बैठ कर आसमान की तरफ देख रहा है
मैं ने ठीक से देखा तो कोई औरत दिखाई दी
मैं उसके पास गया तो ये कोई और नही रेशमा ही थी
रेशमा , मेरी रेशमा थी
रेशमा को देखते ही मैं भाग कर उसको गले लगाना चाहता था
पर मेरी नज़र रेशमा के मायूस चेहरे की तरफ गयी
रेशमा आसमान मे निकले चाँद की तरफ बिना पलकें झुकाए देख रही थी
पता नही क्या सोच रही होगी रेशमा
पर इस तरह रेशमा को अकेला देख कर बड़ा दुख हुआ
रेशमा को डर भी नही था कि यहाँ रात मे वो अकेली है
उसको तो होश ही नही था
रेशमा खो गयी थी आसमान की दुनिया मे
शायद आसमान के तारों की तरह अकेली हो गयी थी
अजीब अजीब ख़याल आ जाते है जब कोई अकेला होता है
किसी को भी अपना साथी बना लेता है
ऐसे ही रेशमा ने इस जगह और आसमान के तारों को अपना साथी बनाया हो
रेशमा की इस हालत का ज़िम्मेदार मैं ही था
रेशमा ने अकेले जीना सीख लिया था पर मेरी वजह से वो जीना क्या होता है ये तक भूल गयी थी
उसकी बची हुई हसी भी छीन ली थी मैं ने
रेशमा को ऐसे देख कर मेरी आँख मे आँसू आ गये
पर मुझे रेशमा के आँसुओं को खुशियों मे बदलना था
मैं अब कभी रेशमा को अकेला नही पड़ने दूँगा
मैं रेशमा को प्यार करने की ज़िद्द कभी नही करूँगा
अगर रेशमा मुझे दोस्त बना कर ही रखना चाहती है तो यही सही
पर रेशमा इस तरह उदास होने नही दूँगा
मैं रेशमा के आसू को मोती मे बदलने के लिए उसके पास गया
रेशमा तो होश ही खो चुकी थी जिस से उसको पता भी नही चला कि मैं उसके पास आ गया हूँ
रेशमा की तरफ से रेस्पॉन्स ना पा कर मैं उसके पास बैठ कर उसको आसमान की दुनियाँ से
ज़मीन पर वापस लाने लगा
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Awesome update bhai,
pyaar ki gahraiyon ko iss update me aapne itni achchhi tarah se dikhaya hai ki,
Mujhe ek chhoti si bhool ki yaad aa gayi,
dono stories me ek common baat ye hai ki dono mumbai ki story hi hai
 

Jitu kumar

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MEGAUPDATE 38


रेशमा को देख कर मेरे जान मे जान आ गयी
रेशमा कैसे भी हालत मे क्यूँ ना हो वो ठीक है ये मेरे लिए एक पॉज़िटिव बात थी
अब रेशमा की लाइफ को मुझे प्यार से भरना था
अब रेशमा कभी अकेली नही रहेगी
मैं पर पल उसके साथ रहूँगा
रेशमा के हर वो खुशियाँ दूँगा जिससे वो अब तक दूर रही
मैं रेशमा के पास बैठ गया
रेशमा वैसे आसमान की तरफ देख रही थी
मैं ने रेशमा के हाथ को अपने हाथो मे लिया
और रेशमा की तरफ देख कर उसको चूम लिया
मेरे चूमते ही रेशमा की आँख मे आँसू निकल गये
रेशमा के निकल रहा एक एक आँसू मेरे दिल को तेज़ाब की तरह जला रहा था
रेशमा का इस तरह रोना मुझे छलनी छलनी कर रहा था
मैं ने रेशमा के आँसू को अपने हाथ पर लिया और पी गया
मैं रेशमा के सारे दर्द को पीना चाहता था
रेशमा ने मेरी तरफ देखा
उसके आँसू को पीते ही रेशमा की आँख सुख गयी
रेशमा की आँख से आँसू निकलने बंद हो गये
रेशमा मुझे देखती रह गयी
मुझे अपने दर्द को पीता हुआ देख कर इतनी भावुक हो गयी और मेरे गले लग गयी
रेशमा मेरे गले लग कर खुद के दर्द को हल्का करना चाहती हो
मैं ने उसको वो सहारा दिया जो वो चाहती थी
उसको विश्वास दिलाया कि मैं ज़िंदगी भर उसका सहारा बन कर रहूँगा
उसको कभी अकेला नही पड़ने दूँगा
मेरी बाहों मे आते ही रेशमा को सुकून मिला
जैसे उसको मेरा ही इंतज़ार था
वो बस यही चाहती थी कि मैं उसको ढूंढता हुआ आ जाउ
अगर सच मे मैं उसको प्यार करता हूँ तो मैं आज उसके पास ज़रूर आउन्गा
और देखो रेशमा का प्यार मुझे उसके पास ले आया
शायद रेशमा मेरी परीक्षा लेना चाहती हो
शायद वो देखना चाहती थी कि मेरा प्यार कहीं वासना तो नही है
वो खुश थी कि मैं उसके पास हूँ
रेशमा को यकीन नही हो रहा होगा कि मैं उसके पास कैसे आ गया
रेशमा को ये उम्मीद ही नही थी कि कोई उस से इतना प्यार करेगा कि वो उसके पास खिचा चला
आएगा
रेशमा को ये सपना ही लग रहा था
रेशमा ने मुझे और कस के गले लगाया
रेशमा अब मुझे खुद से दूर नही करेगी
मैं भी रेशमा को दूर नही करना चाहता था
हम तो एक दूसरे की बाहों मे आते ही प्यार को फील कर रहे थे
हमारे प्यार ने आज हमे मिलाया था
रेशमा मुझे छोड़ ही नही रही थी
शिकवे शिकायते कर रही थी कि मैं उससे दूर क्यूँ गया
रेशमा की सारी शिकायतों को मैं अपने प्यार से ख़तम करना चाहता था
रेशमा का गले लगना कितना कुछ बया कर रहा था
रेशमा की धड़कनो से जब मेरी धड़कने मिलने लगी तो हमारे दिल मे प्यार से भरने लगा
रेशमा का दिल मैं पा रहा था और रेशमा मेरे दिल को अपना बना रही थी
हम दोनो के दिल एक हो रहे थे
रेशमा के रेशमी बाल तो हम दोनो के मिलन को सब से छुपा रहे थे
रेशमा को शायद डर लग रहा होगा कि वो मुझसे अलग होगी तो उसका सपना टूट जाएगा
पर उस पगली को कौन ये बताएगा कि ये सपना नही हक़ीकत है
रेशमा की तरह मैं भी उसको खुद से दूर नही करना चाहता था
रेशमा से दूर रह कर मैं भी जी नही पा रहा था
रेशमा और मैं तो गले गलने के साथ एक दूसरे की पीठ पर हाथ घुमा रहे थे
मैं ने तो रेशमा के गर्दन को चूमना भी शुरू किया
रेशमा तो इस से मेरी बाहों मे मचलने लगी
पर खुद को मुझसे दूर नही कर रही थी
मैं भी अब उसको खुद से दूर नही होने दे सकता था
और हम एक दूसरे को प्यार करने लगे
रेशमा भी मुझे चूमने लगी
दोनो तो प्यार की आग मे जल रहे थे
इस तरह प्यार करते हुए हम ज़मीन पर लेट गये
और एक दूसरे को चूमते गये
मैं ने रेशमा के चेहरे को किस करना शुरू किया तो उसकी पकड़ ढीली होती गयी
रेशमा ने अपना चेहरा दूसरी तरफ किया शायद वो शरमा रही हो
मैं ने रेशमा के चेहरे को अपनी तरफ किया .रेशमा ने अपनी आँखे बंद कर ली .
मैं ये क्या कर रहा था मुझे समझ नही आ रहा था.
और इस के बाद क्या होगा मैं रेशमा को कैसे समझाउन्गा ये सब चीज़े मेरे दिमाग़ से कहाँ चली
गयी पता नही चला.
रेशमा होश मे नही थी या फिर वो यही चाहती थी कि होश मे ना रहे
अगर होश मे आने के बाद उसको ये पसंद नही आया तो
वो बाद मे देख लूँगा अभी तो मैं रेशमा को उसके हिस्से की खुशी देना चाहता था
किसी ने सच कहा है जब किसी को प्यार होता है तो वो दिमाग़ से नही दिल से सोचता है.
क्या मुझे माला से ज़्यादा रेशमा से...नही नही ये मैं क्या सोच रहा हूँ.
मैं ने रेशमा के चेहरे को गोर से देखा, इस समय रेशमा के चेहरे को पढ़ना मुश्किल था.
उसके चेहरे पे खुशी, गम,दुख, प्यार,नफ़रत, ऐसा बहुत कुछ था.
अगर उसकी आँखे खुली होती तो मैं कुछ समझ पाता.पर रेशमा ने अपनी आँखे बंद कर रखी
थी.
मैं ने उसकी आँखो पर किस किया रेशमा ने फिर भी अपनी आँखे नही खोली.
फिर मैं ने उसके माथे पर किस किया. फिर उसके गालों पर किस किया.
जब मैं उसके चेहरे पे जगह जगह पर किस कर रहा था तो रेशमा के होंठ काप रहे थे.
पता नही क्यूँ काप रहे थे. मेरे होंठो से मिलने के लिए या मेरे होंठ उसे ना छुए इस लिए.
जैसे ही रेशमा ने मुझे छोड़ा वैसे मैं उसके होंठो की तरफ अपने होंठ ले जाने लगा
रेशमा के होंठो से रस टपक रहा था
रेशमा ने अपने होंठो को दातों मे दबा के रखा था
पर जैसे ही मेरे होंठ उसके होंठो के पास आए तो उसके होंठो ने उसको धोका दिया
और मेरे होंठो से जा मिले
मैं ने धीरे से अपने होंठो उसके होंठो से लगा दिए. इतना सॉफ्ट टच था जैसे एक पल के लिए मैं
भूल गया था कि मैं कहाँ हूँ मैं क्या कर रहा हूँ.
मेरे होंठ उसके होंठो से लगते ही रेशमा ने अपनी आँखे खोल कर फिर बंद की.
वो इतना जल्दी हुआ कि मैं उसकी आँखो मे देख नही पाया.
हमारे होंठो के मिलते ही हमारे अंदर प्यार का सूनामी आ गया
इस किस मे इतना प्यार भरा हुआ था कि क्या बताऊ
रेशमा के होंठो को मेरे होंठ छु गये ये सपने जैसे था
जैसे लिफ्ट मे मिरर इमेज को किस करके फील हुआ था उस से कही ज़्यादा स्वीट था ये किस .
इस किस मे रेशमा मेरा साथ दे रही थी
हम दोनो एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे
इस किस से हमारा प्यार के मंदिर की पहली नीव रखी गयी
ये किस हमारे एक होने का सबूत बन रहा था
इस किस से रेशमा मेरी हो गयी
किस के साथ प्यार मिल रहा था हम दोनो को
रेशमा के रस को पी कर मैं उसको अपना प्यार दे रहा था
मैं उसके होंठो को किस करने मे इतना खो गया था कि मैं ने भी अपनी आँखे कब बंद की,
मुझे पता भी नही चला.
इतना मधुर मिलना था हमारे होंठो का कि क्या बताऊ. ऐसा लग रहा था कितनी सदियों के बाद हम
मिले हो और बस ये मिलन कभी ख़तम ना हो.
मैं बस उसके होंठो पर अपने होंठ रख कर वैसे ही बिना कुछ किए 5 मिनिट तक उसके होंठो को
महसूस करता रहा.
उसके होंठो को छूने से मेरी प्यास और बढ़ रही थी. उसके होंठ मुझे प्यासा बना कर होंठो का
गुलाबी रस पीने को कह रहे थे.
मैं ने उसके नाज़ुक होंठो का रस पीना शुरू किया.
रस इतना मीठा था कि उसके सामने पूरी दुनिया फीकी लग जाए.
मैं ने रेशमा के होंठो को चूसने लगा.
रेशमा को किस करते हुए मुझे एक पल के लिए माला की याद आ गयी.पर रेशमा के नशीले होंठो
ने वो याद भी मेरे दिमाग़ से निकाल दी.
रेशमा ने अपने होंठो पर लिपस्टिक नही लगाई थी फिर भी रेशमा के होंठ गुलाब की तरह गुलाबी थे.
मैं ने कितनो के साथ चुदाई की कितनो को मैं ने जन्नत दिखाई पर किसीने मुझे जन्नत जैसा मज़ा
नही दिया था.
पर आज सिर्फ़ किस करने से मुझे ऐसा आनंद मिल रहा था जिसकी कल्पना मैं ने माला के साथ की थी.
पर माला भी मुझे वो खुशी नही दे पाई जो रेशमा के एक किस ने दी.
मेरे साथ साथ रेशमा ने भी मेरे होंठो को चूसना शुरू किया.
हम दोनो दुनिया को पीछे छोड़ कर अपनी नही दुनिया मे खो गये थे जहाँ सिर्फ़ प्यार था.
मैं यहाँ रेशमा को घर ले जाने आया था. मुझे पता नही था कि वहाँ मुझे सिर्फ़ प्यार मिलेगा.
ऐसा प्यार जिसमे मैं इतना खो जाउन्गा कि मैं खुद को भूल जाउन्गा.
मैं रेशमा के होंठो को चूसने लगा. पर मेरी हिम्मत नही हुई कि मैं अपनी जीभ रेशमा के
मुँह मे डालु .
पर रेशमा जैसे मेरे मन की बात जान गयी हो उसने अपनी जीभ मेरे मुँह मे डाल दी.
मैं रेशमा के जीभ को चूसने लगा. फिर रेशमा भी अपनी जीभ के साथ मेरी जीभ भी अपने मुँह मे
ले गयी. और चूसने लगी.
मुझे तो लग रहा था कि ये किस कभी ख़तम ही ना हो पर जो चीज़ हमे अच्छी लगती है वो जल्दी
ख़तम हो जाती है.
रेशमा तो मेरे होंठो को छोड़ने को तैयार नही थी पर उसकी चेस्ट ज़ोर ज़ोर धड़क रही थी.उसकी चेस्ट
फुल रही थी
फिर भी रेशमा मेरे होंठो को छोड़ने के लिए तैयार नही थी.
उसकी धड़कने मेरे धड़कानों से मिल रही थी.
मुझे लगा कि अब मुझे रुक जाना चाहिए.मैं जिस चीज़ के लिए भगवान से दुआ माँग रहा था कि
वो ख़तम ना हो उसी चीज़ को मुझे रोकना पड़ा.
मैं ने अपने होंठो को बड़ी मुश्किल से रेशमा के होंठो से अलग किया. मेरे होंठ अलग होते ही
रेशमा ने अपनी आँखे खोली.
रेशमा की आँखो मे देख कर ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी ने रेशमा के बदन से उसकी आत्मा
अलग की हो.
उसकी आँखे लाल हो गयी थी. जैसे उसके बदन का सारा खून उसकी आँखो मे चला गया हो.
उसकी धड़कने इतनी तेज चल रही थी कि ऐसा लग रहा था कि अगर एक सेकेंड भी देर हो जाती तो कहना
मुश्किल था कि क्या हो जाता.
हमारे होंठ अलग होते ही रेशमा लंबी लंबी सासे लेकर कर अपने आप को नॉर्मल करने की
कोशिस कर रही थी.
मैं भी खुद को नॉर्मल कर रहा था.मेरी भी हालत रेशमा जैसी थी.
किस करने से मेरा प्यार और बढ़ गया .
ये बर्तडे रेशमा के लिए बेस्ट साबित होगा
उसको प्यार मिल रहा था
इस बर्तडे पे वो अकेली नही है उसके साथ मैं था
______________________________
Awesome update bhai,
behad hi shandaar, lajawab aur amazing update hai bhai,
reshma aur avi ka pyaar lagta hai duniya se pare pahunch chuka hai,
avi ne khud bhi nhi socha tha ki use reshma se iss kadar pyaar ho jayega,
ab dekhte hain ki unke pyaar ka anjaam kya hota hai,
Waiting for next update
 

anandsngh12

Well-Known Member
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Ek Heart Touching Story Hai
Halanki Abhi Beech Ke Kuch Updates Padhna Baki Hai
Lekin Start Se Jitna Bhi Padha hai, Uske According Bahut H Khubsurat Kahani Hai
Shuruwat me Jaha Avi me Reshma ke Liye ek Junoon ki had tak deewangi dikhayi hai
Ye deewangi pyar hai ya phir sirf hawash..ye bhi aage ja kar pata chal gaya
Iss douran kayi utar chadhav aate rahe dono ke jeevan me
Avi ne reshma ko chhod kar mala ko apni premika bana liya
Main bhi ye samajh nahi pa raha tha ki avi haqiqat me chahta kis ko hai....?
Kintu Reshma ke iss birthday par huye kiss ne ye to clear kar diya ki avi sirf reshma se pyar karta hai (true love)
Yaha par aapne reshma aur vishesh kar avi ke dil ki bhavnao ko bahut behtareen dhang se ujagar kiya hai
It's A Fantastic Love Story...With excellent Narration of every situations.
 

Johnboy11

Nadaan Parinda.
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Update 37

रेशमा के दिल की बात जान क्यूँ नही पाया मैं
मिसेज़ गुप्ता की बात अगर सच हुई तो ये मेरे और रेशमा के लिए अच्छा रहेगा
अगर मिसेज़ गुप्ता ग़लत हुई तो मुझ पर भारी पड़ सकती है रेशमा
रेशमा के लिए अब मैं रिस्क ले सकता हूँ
मैं ने खुद देखा कि रेशमा ने मेरे लिए अपना क्या हाल बनाया है
ऐसे मे रेशमा के दिमाग़ मे मेरे लिए विश्वास और दिल मे प्यार जगाना होगा
पर पहले रेशमा को ढूँढना पड़ेगा
कहीं वो खुद को कुछ कर ना दे
कुछ दिनो से तो उसने ऑफीस जाना भी बंद किया और खुद का ख़याल भी नही रख रही थी , जॉगिंग को
जाना भी छोड़ दिया , कहीं जीना ना छोड़ दे
ऐसे अकेली औरत के दिमाग़ मे बहुत कुछ चलता रहता है
मिसेज़ गुप्ता ने हम दोनो की आँखो मे वो देखा जो हम नही देख पाए
मिसेज़ गुप्ता के एक्सपीरियेन्स ने हमारे प्यार को देख लिया , और अच्छी बात ये थी कि उनको हमारा प्यार
ग़लत नही लगा
मिसेज़ गुप्ता रेशमा के बहुत करीब है , रेशमा को खुश देखना चाहती है वो , और रेशमा की
खुशी मुझ मे है ये मिसेज़ गुप्ता देख चुकी है
मिसेज़ गुप्ता के जाते ही मैं बाल्कनी से रेशमा के यहाँ आ गया
शुरुआत रेशमा के घर से करनी ठीक होगी
पर रेशना के घर मे कुछ भी खास नही मिला
फिर मैं ने रेशमा के ऑफीस कॉल किया पर वहाँ भी वो नही गयी
मुझे तो ये भी नही पता कि उसके कोई रिश्तेदार यहाँ रहते है
मिसेज़ गुप्ता को पता होगा इस लिए उनके पास गया तो उन्होने कुछ पूछने से पहले बता दिया कि
रेशमा उसके मायके मे नही है
सुबह से गायब है
कहाँ जा सकती है रेशमा
आज उसका बर्तडे भी है , और मैं यहाँ से जा रहा था ऐसे मे वो कोई ग़लत कदम ना उठा ले
मैं उसको आस पास देखने लगा
पर रेगिस्तान मे पानी मिल जाएगा पर मुंबई मे किसी को ढूँढना मुश्किल है
इतने बड़े शहर मे रेशमा को ढूँढना बेमतलब था
ऐसे मे मैं ने अपनी किस्मत का साथ लिया और रेशमा के आने का इंतज़ार करने का डिसाइड किया
रेशमा को ढूँढना मुश्किल हो सकता है
रेशमा इतनी भी कमज़ोर नही हो सकती कि वो स्यूयिसाइड कर सके , वो वापस ज़रूर आएगी
उसके आने पर अगर उसका बर्तडे सेलेब्रेट किया जाए तो
रेशमा ये देखेगी कि मैं बर्तडे केक लेकर उसका इंतज़ार कर रहा हूँ सुबह से तो उसकी खुशी
देखने लायक होगी
ये ख़याल दिमाग़ मे आते ही मैं पास के शॉप मे जाकर बढ़िया केक लेकर आया
रेशमा के पसंद का केक था , उसको चॉक्लेट बहुत पसंद है
मैने बताया मिसेज़ गुप्ता को कि रेशमा को ढूँढना बेमतलब है , पर उसके लिए मैं क्या प्लान कर
रहा हूँ
मैं बाल्कनी से रेशमा के अपार्टमेंट मे जाकर उसके बर्तडे की तैयारी करने लगा
हॉल को सजाया , बलून ही बलून फैलाया दिए रूम मे
रेशमा के लिए एक शॅंपियन भी रखी
दोनो के लिए डिन्नर का इंतज़ाम किया
सब कुछ सेट कर दिया था बस रेशमा के आने का इंतज़ार था
रेशमा के लिए रेशम की साड़ी भी खरीद ली
ये सब रेशमा देखेगी तो कितनी खुश होगी
मुझे उस पल का इंतज़ार था जब रेशमा डोर खोल कर अंदर आएगी और उसके चेहरे पे वो स्माइल
आएगी जो मुझे पसंद है
मैं रेशमा के अपार्टमेंट मे बैठ कर उसका इंतज़ार कर रहा था
बलून की हवा निकल रही थी पर रेशमा का कुछ पता नही था
टाइम बीत रहा था पर रेशमा का कोई खबर नही थी
रेशमा का मोबाइल भी स्विच ऑफ था
शाम से रात होने को आ गयी पर रेशमा कहाँ हो तुम
बस एक बार आ जाओ ,
मैं हॉल मे चक्कर लगाते हुए रेशमा का इंतज़ार कर रहा था
मैं सोच रहा था कि क्या किया जाए , कहाँ हो सकती है रेशमा
ऐसे सोचते हुए मेरे दिमाग़ की लाइट जल गयी
मैं भाग कर रेशमा के बेडरूम मे गया
बेडरूम.मे रेशमा की एक तस्वीर थी
ये तस्वीर पास के एक मंदिर की थी
उस तस्वीर को ध्यान से देखा तो मेरे समझ मे आ गया कि रेशमा कहाँ होगी
तस्वीर के एक कॉर्नर मे मुझे केक का कॉर्नर दिखा
मतलब पिछले साल रेशमा ने अपना बर्तडे मंदिर मे मनाया था
वहाँ भी वो अकेली थी
पूरी सज कर थी लेकिन उसके चेहरे पे अकेलापन सॉफ दिख रहा था
अब समझा कि मिसेज़ गुप्ता क्या कहना चाहती थी
बर्तडे पर ज़्यादातर लोग कहाँ जाते है , मंदिर मे
और जो अकेले होते है तो हम खास मंदिर मे जाते है ये दुआ करने कि अगले बर्तडे पे वो
अकेला ना हो
रेशमा भी वही होगी
रेशमा का पता चलते ही मैं ने उसके पास जाने के लिए एक सेकेंड भी नही गवाया

वो मंदिर पास मे ही था
मैं भाग कर ही उस मंदिर के पास आ गया
मंदिर बंद हो रहा था
रात हो चुकी थी और मंदिर मे कोई दिख नही रहा था सिवाय मंदिर के लोगो के
फिर भी मैं मंदिर मे रेशमा को देखने लगा
मंदिर के पंडितजी ने कहा कि यहाँ अब कोई नही है ,
मेरा दिल कह रहा था कि रेशमा यही होगी
पर मंदिर के बंद होते ही मुझे यहाँ से जाना लड़ा
एक उम्मीद दिखी थी
पर रेशमा फिर भी नही मिली
मैं निराश होकर जा रहा था कि मुझे मंदिर के कॉंपाउंड के लेफ्ट साइड मे एक कार दिखाई दी
दूर से कुछ खास पता नही चला पर अंदर से आवज़ आ रही थी कि एक बार जाकर देख लूँ
जब मैं कार के पास गया तो मेरे खुशी का कोई ठिकाना नही था
ये कार रेशमा की थी
कार मे रेशमा नही थी मतलब रेशमा मंदिर मे ही है
पर मंदिर तो बंद हो गया और पंडितजी भी अपने घर गये है
कही मंदिर के पीछे वाले गार्डन जैसे पेड़ो के मैदान मे तो नही है रेशमा
वही हो सकती है , उस तस्वीर मे भी पेड़ दिख रहे थे
मैं ने इधर उधर देखा और कॉम्पोन्ड वाल से जंप मार कर अंदर आ गया
मुझे बस रेशमा से मिलना था
मैं रेशमा को इधर उधर देखते हुए मंदिर के पीछे आ गया
मंदिर के पीछे बहुत जगह थी
मैं लग गया रेशमा को ढूँढने मे
रेशमा को आवाज़ भी दे नही सकता था अगर किसी और ने सुन ली तो प्राब्लम होगी
मैं पेड़ो के बीच मे रेशमा को तलाश करने लगा
अंदर जाकर तो मुझे टॉर्च का ईस्तमाल करना पड़ा
कही कही जगह पर खुली जगह थी जहाँ बैठ कर आराम किया जा सकता है
दिन का टाइम होता तो तस्वीर वाली जगह जल्दी मिल जाती
पर दिल से माँगो तो मिल ही जाता है
मुझे ऐसा लगा कि पेड़ के नीचे कोई बैठ कर आसमान की तरफ देख रहा है
मैं ने ठीक से देखा तो कोई औरत दिखाई दी
मैं उसके पास गया तो ये कोई और नही रेशमा ही थी
रेशमा , मेरी रेशमा थी
रेशमा को देखते ही मैं भाग कर उसको गले लगाना चाहता था
पर मेरी नज़र रेशमा के मायूस चेहरे की तरफ गयी
रेशमा आसमान मे निकले चाँद की तरफ बिना पलकें झुकाए देख रही थी
पता नही क्या सोच रही होगी रेशमा
पर इस तरह रेशमा को अकेला देख कर बड़ा दुख हुआ
रेशमा को डर भी नही था कि यहाँ रात मे वो अकेली है
उसको तो होश ही नही था
रेशमा खो गयी थी आसमान की दुनिया मे
शायद आसमान के तारों की तरह अकेली हो गयी थी
अजीब अजीब ख़याल आ जाते है जब कोई अकेला होता है
किसी को भी अपना साथी बना लेता है
ऐसे ही रेशमा ने इस जगह और आसमान के तारों को अपना साथी बनाया हो
रेशमा की इस हालत का ज़िम्मेदार मैं ही था
रेशमा ने अकेले जीना सीख लिया था पर मेरी वजह से वो जीना क्या होता है ये तक भूल गयी थी
उसकी बची हुई हसी भी छीन ली थी मैं ने
रेशमा को ऐसे देख कर मेरी आँख मे आँसू आ गये
पर मुझे रेशमा के आँसुओं को खुशियों मे बदलना था
मैं अब कभी रेशमा को अकेला नही पड़ने दूँगा
मैं रेशमा को प्यार करने की ज़िद्द कभी नही करूँगा
अगर रेशमा मुझे दोस्त बना कर ही रखना चाहती है तो यही सही
पर रेशमा इस तरह उदास होने नही दूँगा
मैं रेशमा के आसू को मोती मे बदलने के लिए उसके पास गया
रेशमा तो होश ही खो चुकी थी जिस से उसको पता भी नही चला कि मैं उसके पास आ गया हूँ
रेशमा की तरफ से रेस्पॉन्स ना पा कर मैं उसके पास बैठ कर उसको आसमान की दुनियाँ से
ज़मीन पर वापस लाने लगा
______________________________
Khoi khoi si h meri jane jigar.
Mili bhi to band mandir k andar.
.
Excellent update.
.
But agar avi reshma ko lekar aayega to suprise ka to thoda popat ho jayega.
.
Par koi na bahot thes pahuchi h bechari akelepan aur pati k tayag ki maari.
.
Avi ne ye bhi soch liya ab kaise bhi reshma k paas rehna h aur reshma ab sab kuch kr jategi avi ko apne paas rakhne k liye.
.
Keep posting.
.
..
...
....
 
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Johnboy11

Nadaan Parinda.
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रेशमा को देख कर मेरे जान मे जान आ गयी
रेशमा कैसे भी हालत मे क्यूँ ना हो वो ठीक है ये मेरे लिए एक पॉज़िटिव बात थी
अब रेशमा की लाइफ को मुझे प्यार से भरना था
अब रेशमा कभी अकेली नही रहेगी
मैं पर पल उसके साथ रहूँगा
रेशमा के हर वो खुशियाँ दूँगा जिससे वो अब तक दूर रही
मैं रेशमा के पास बैठ गया
रेशमा वैसे आसमान की तरफ देख रही थी
मैं ने रेशमा के हाथ को अपने हाथो मे लिया
और रेशमा की तरफ देख कर उसको चूम लिया
मेरे चूमते ही रेशमा की आँख मे आँसू निकल गये
रेशमा के निकल रहा एक एक आँसू मेरे दिल को तेज़ाब की तरह जला रहा था
रेशमा का इस तरह रोना मुझे छलनी छलनी कर रहा था
मैं ने रेशमा के आँसू को अपने हाथ पर लिया और पी गया
मैं रेशमा के सारे दर्द को पीना चाहता था
रेशमा ने मेरी तरफ देखा
उसके आँसू को पीते ही रेशमा की आँख सुख गयी
रेशमा की आँख से आँसू निकलने बंद हो गये
रेशमा मुझे देखती रह गयी
मुझे अपने दर्द को पीता हुआ देख कर इतनी भावुक हो गयी और मेरे गले लग गयी
रेशमा मेरे गले लग कर खुद के दर्द को हल्का करना चाहती हो
मैं ने उसको वो सहारा दिया जो वो चाहती थी
उसको विश्वास दिलाया कि मैं ज़िंदगी भर उसका सहारा बन कर रहूँगा
उसको कभी अकेला नही पड़ने दूँगा
मेरी बाहों मे आते ही रेशमा को सुकून मिला
जैसे उसको मेरा ही इंतज़ार था
वो बस यही चाहती थी कि मैं उसको ढूंढता हुआ आ जाउ
अगर सच मे मैं उसको प्यार करता हूँ तो मैं आज उसके पास ज़रूर आउन्गा
और देखो रेशमा का प्यार मुझे उसके पास ले आया
शायद रेशमा मेरी परीक्षा लेना चाहती हो
शायद वो देखना चाहती थी कि मेरा प्यार कहीं वासना तो नही है
वो खुश थी कि मैं उसके पास हूँ
रेशमा को यकीन नही हो रहा होगा कि मैं उसके पास कैसे आ गया
रेशमा को ये उम्मीद ही नही थी कि कोई उस से इतना प्यार करेगा कि वो उसके पास खिचा चला
आएगा
रेशमा को ये सपना ही लग रहा था
रेशमा ने मुझे और कस के गले लगाया
रेशमा अब मुझे खुद से दूर नही करेगी
मैं भी रेशमा को दूर नही करना चाहता था
हम तो एक दूसरे की बाहों मे आते ही प्यार को फील कर रहे थे
हमारे प्यार ने आज हमे मिलाया था
रेशमा मुझे छोड़ ही नही रही थी
शिकवे शिकायते कर रही थी कि मैं उससे दूर क्यूँ गया
रेशमा की सारी शिकायतों को मैं अपने प्यार से ख़तम करना चाहता था
रेशमा का गले लगना कितना कुछ बया कर रहा था
रेशमा की धड़कनो से जब मेरी धड़कने मिलने लगी तो हमारे दिल मे प्यार से भरने लगा
रेशमा का दिल मैं पा रहा था और रेशमा मेरे दिल को अपना बना रही थी
हम दोनो के दिल एक हो रहे थे
रेशमा के रेशमी बाल तो हम दोनो के मिलन को सब से छुपा रहे थे
रेशमा को शायद डर लग रहा होगा कि वो मुझसे अलग होगी तो उसका सपना टूट जाएगा
पर उस पगली को कौन ये बताएगा कि ये सपना नही हक़ीकत है
रेशमा की तरह मैं भी उसको खुद से दूर नही करना चाहता था
रेशमा से दूर रह कर मैं भी जी नही पा रहा था
रेशमा और मैं तो गले गलने के साथ एक दूसरे की पीठ पर हाथ घुमा रहे थे
मैं ने तो रेशमा के गर्दन को चूमना भी शुरू किया
रेशमा तो इस से मेरी बाहों मे मचलने लगी
पर खुद को मुझसे दूर नही कर रही थी
मैं भी अब उसको खुद से दूर नही होने दे सकता था
और हम एक दूसरे को प्यार करने लगे
रेशमा भी मुझे चूमने लगी
दोनो तो प्यार की आग मे जल रहे थे
इस तरह प्यार करते हुए हम ज़मीन पर लेट गये
और एक दूसरे को चूमते गये
मैं ने रेशमा के चेहरे को किस करना शुरू किया तो उसकी पकड़ ढीली होती गयी
रेशमा ने अपना चेहरा दूसरी तरफ किया शायद वो शरमा रही हो
मैं ने रेशमा के चेहरे को अपनी तरफ किया .रेशमा ने अपनी आँखे बंद कर ली .
मैं ये क्या कर रहा था मुझे समझ नही आ रहा था.
और इस के बाद क्या होगा मैं रेशमा को कैसे समझाउन्गा ये सब चीज़े मेरे दिमाग़ से कहाँ चली
गयी पता नही चला.
रेशमा होश मे नही थी या फिर वो यही चाहती थी कि होश मे ना रहे
अगर होश मे आने के बाद उसको ये पसंद नही आया तो
वो बाद मे देख लूँगा अभी तो मैं रेशमा को उसके हिस्से की खुशी देना चाहता था
किसी ने सच कहा है जब किसी को प्यार होता है तो वो दिमाग़ से नही दिल से सोचता है.
क्या मुझे माला से ज़्यादा रेशमा से...नही नही ये मैं क्या सोच रहा हूँ.
मैं ने रेशमा के चेहरे को गोर से देखा, इस समय रेशमा के चेहरे को पढ़ना मुश्किल था.
उसके चेहरे पे खुशी, गम,दुख, प्यार,नफ़रत, ऐसा बहुत कुछ था.
अगर उसकी आँखे खुली होती तो मैं कुछ समझ पाता.पर रेशमा ने अपनी आँखे बंद कर रखी
थी.
मैं ने उसकी आँखो पर किस किया रेशमा ने फिर भी अपनी आँखे नही खोली.
फिर मैं ने उसके माथे पर किस किया. फिर उसके गालों पर किस किया.
जब मैं उसके चेहरे पे जगह जगह पर किस कर रहा था तो रेशमा के होंठ काप रहे थे.
पता नही क्यूँ काप रहे थे. मेरे होंठो से मिलने के लिए या मेरे होंठ उसे ना छुए इस लिए.
जैसे ही रेशमा ने मुझे छोड़ा वैसे मैं उसके होंठो की तरफ अपने होंठ ले जाने लगा
रेशमा के होंठो से रस टपक रहा था
रेशमा ने अपने होंठो को दातों मे दबा के रखा था
पर जैसे ही मेरे होंठ उसके होंठो के पास आए तो उसके होंठो ने उसको धोका दिया
और मेरे होंठो से जा मिले
मैं ने धीरे से अपने होंठो उसके होंठो से लगा दिए. इतना सॉफ्ट टच था जैसे एक पल के लिए मैं
भूल गया था कि मैं कहाँ हूँ मैं क्या कर रहा हूँ.
मेरे होंठ उसके होंठो से लगते ही रेशमा ने अपनी आँखे खोल कर फिर बंद की.
वो इतना जल्दी हुआ कि मैं उसकी आँखो मे देख नही पाया.
हमारे होंठो के मिलते ही हमारे अंदर प्यार का सूनामी आ गया
इस किस मे इतना प्यार भरा हुआ था कि क्या बताऊ
रेशमा के होंठो को मेरे होंठ छु गये ये सपने जैसे था
जैसे लिफ्ट मे मिरर इमेज को किस करके फील हुआ था उस से कही ज़्यादा स्वीट था ये किस .
इस किस मे रेशमा मेरा साथ दे रही थी
हम दोनो एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे
इस किस से हमारा प्यार के मंदिर की पहली नीव रखी गयी
ये किस हमारे एक होने का सबूत बन रहा था
इस किस से रेशमा मेरी हो गयी
किस के साथ प्यार मिल रहा था हम दोनो को
रेशमा के रस को पी कर मैं उसको अपना प्यार दे रहा था
मैं उसके होंठो को किस करने मे इतना खो गया था कि मैं ने भी अपनी आँखे कब बंद की,
मुझे पता भी नही चला.
इतना मधुर मिलना था हमारे होंठो का कि क्या बताऊ. ऐसा लग रहा था कितनी सदियों के बाद हम
मिले हो और बस ये मिलन कभी ख़तम ना हो.
मैं बस उसके होंठो पर अपने होंठ रख कर वैसे ही बिना कुछ किए 5 मिनिट तक उसके होंठो को
महसूस करता रहा.
उसके होंठो को छूने से मेरी प्यास और बढ़ रही थी. उसके होंठ मुझे प्यासा बना कर होंठो का
गुलाबी रस पीने को कह रहे थे.
मैं ने उसके नाज़ुक होंठो का रस पीना शुरू किया.
रस इतना मीठा था कि उसके सामने पूरी दुनिया फीकी लग जाए.
मैं ने रेशमा के होंठो को चूसने लगा.
रेशमा को किस करते हुए मुझे एक पल के लिए माला की याद आ गयी.पर रेशमा के नशीले होंठो
ने वो याद भी मेरे दिमाग़ से निकाल दी.
रेशमा ने अपने होंठो पर लिपस्टिक नही लगाई थी फिर भी रेशमा के होंठ गुलाब की तरह गुलाबी थे.
मैं ने कितनो के साथ चुदाई की कितनो को मैं ने जन्नत दिखाई पर किसीने मुझे जन्नत जैसा मज़ा
नही दिया था.
पर आज सिर्फ़ किस करने से मुझे ऐसा आनंद मिल रहा था जिसकी कल्पना मैं ने माला के साथ की थी.
पर माला भी मुझे वो खुशी नही दे पाई जो रेशमा के एक किस ने दी.
मेरे साथ साथ रेशमा ने भी मेरे होंठो को चूसना शुरू किया.
हम दोनो दुनिया को पीछे छोड़ कर अपनी नही दुनिया मे खो गये थे जहाँ सिर्फ़ प्यार था.
मैं यहाँ रेशमा को घर ले जाने आया था. मुझे पता नही था कि वहाँ मुझे सिर्फ़ प्यार मिलेगा.
ऐसा प्यार जिसमे मैं इतना खो जाउन्गा कि मैं खुद को भूल जाउन्गा.
मैं रेशमा के होंठो को चूसने लगा. पर मेरी हिम्मत नही हुई कि मैं अपनी जीभ रेशमा के
मुँह मे डालु .
पर रेशमा जैसे मेरे मन की बात जान गयी हो उसने अपनी जीभ मेरे मुँह मे डाल दी.
मैं रेशमा के जीभ को चूसने लगा. फिर रेशमा भी अपनी जीभ के साथ मेरी जीभ भी अपने मुँह मे
ले गयी. और चूसने लगी.
मुझे तो लग रहा था कि ये किस कभी ख़तम ही ना हो पर जो चीज़ हमे अच्छी लगती है वो जल्दी
ख़तम हो जाती है.
रेशमा तो मेरे होंठो को छोड़ने को तैयार नही थी पर उसकी चेस्ट ज़ोर ज़ोर धड़क रही थी.उसकी चेस्ट
फुल रही थी
फिर भी रेशमा मेरे होंठो को छोड़ने के लिए तैयार नही थी.
उसकी धड़कने मेरे धड़कानों से मिल रही थी.
मुझे लगा कि अब मुझे रुक जाना चाहिए.मैं जिस चीज़ के लिए भगवान से दुआ माँग रहा था कि
वो ख़तम ना हो उसी चीज़ को मुझे रोकना पड़ा.
मैं ने अपने होंठो को बड़ी मुश्किल से रेशमा के होंठो से अलग किया. मेरे होंठ अलग होते ही
रेशमा ने अपनी आँखे खोली.
रेशमा की आँखो मे देख कर ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी ने रेशमा के बदन से उसकी आत्मा
अलग की हो.
उसकी आँखे लाल हो गयी थी. जैसे उसके बदन का सारा खून उसकी आँखो मे चला गया हो.
उसकी धड़कने इतनी तेज चल रही थी कि ऐसा लग रहा था कि अगर एक सेकेंड भी देर हो जाती तो कहना
मुश्किल था कि क्या हो जाता.
हमारे होंठ अलग होते ही रेशमा लंबी लंबी सासे लेकर कर अपने आप को नॉर्मल करने की
कोशिस कर रही थी.
मैं भी खुद को नॉर्मल कर रहा था.मेरी भी हालत रेशमा जैसी थी.
किस करने से मेरा प्यार और बढ़ गया .
ये बर्तडे रेशमा के लिए बेस्ट साबित होगा
उसको प्यार मिल रहा था
इस बर्तडे पे वो अकेली नही है उसके साथ मैं था
______________________________
Grand kissi update.
.
kya baat h pura update wo bhi mega sirf lete lete kiss mai hi nikal diya avi ne.
.
Mala bhi kuch nhi lg rahi avi ko reshma k saamne sahi h mala to aasani se pat gye hogi aur ab to uss se sab kuch kr liya aur shadi bhi karega h to reshma ko itne muskil se paya h to jannat to milegi hi.
.
Good update.
.
Keep posting.
.
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Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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ek baat kahna chahunga dost ye update thoda sa chota laga ya kaho itne kam sabdon me itna hi likha ja sakta tha isme na use ghar late uske liye jo taiyariyan kiya wo sab use dikhate tab update khatam karte to jada badhiya hota
Thanks for reading and support
Bhai ye story faimly insect nhi hai , yh romance wala seen thoda lmba rkha gya jo 1-2 update me shmbhw nhi
Thoda sa sym rkhe kuchh nya lge
Smjhta hu aise seen bich me chhorna achha nhi lgta pr koshish krta hu
Stay with us.....

New update on page no :- 53
 
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Rahul

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Bhai ye story faimly insect nhi hai , yh romance wala seen thoda lmba rkha gya jo 1-2 update me shmbhw nhi
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Smjhta hu aise seen bich me chhorna achha nhi lgta pr koshish krta hu
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Mujhe sex me interest nahi hai bhai mai kewal bhavnaon ko mahsus karta hun jahan sex suru hoga mai wahin se skip karke padhunga :dost:
 
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