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Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन (Completed)

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Iron Man

Try and fail. But never give up trying
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Iron Man

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Mast gaadi dheere dheere patri par aa rahi hai, sahi kaha hai sehej pake so meetha hoye
Thanks for review and liking
Keep supporting.....
 

Iron Man

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No 65 66. kapade ke bahane bat aage bad rahi hai. ab kab dono kapade utarate hai dekana hai tab tak injar.

Aur ab intjar hai update ka !!!!!
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Iron Man

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MEGAUPDATE 28

रेशमा मेरे साथ रहने से अपना अकेला पन भूल गयी थी
उसको तो मेरा मज़ाक करना भी पसंद आ रहा था
2 दिन मे हम बेस्ट फ्रेंड बन गये
मैं रेशमा को मज़ाक मज़ाक मे छेड़ने भी लग जाता
मेरा अब तक का प्लान कामयाब हो गया था
बस धीरे धीरे रेशमा के करीब आना था
आज तो लंच करते हुए रेशमा के अकेलेपन का पता भी लगा लूँगा
आज तो रेशना के हाथो का खाना मिलेगा
मैं तो बस रेशमा के कॉल का इंतज़ार कर रहा था
दोपेहर मे रेशमा का कॉल भी आ गया
रेशमा से मिलने के लिए तो मैं हमेशा तैयार रहता हूँ
जब से रेशमा से बाते शुरू हुई तब से ऑफीस पे ध्यान ही नही दिया
वो सब रेशमा के बहो मे आते कवर कर लूँगा लेकिन अबी तो रेशमा को ज़्यादा अहमियत दे रहा था
रेशमा ने जल्दी खाना बना लिया
रेशमा किसी को अपने घर नही बुलाती थी
लेकिन मेरे लिए अब कोई रोक टोक नही थी
मुझे रेशमा के लिए गिफ्ट लेकर जाना चाहिए था लेकिन अचानक लंच का प्रोग्राम बना तो कुछ कर
भी नही सकता था
रेशमा ने डाइनिंग टेबल पर खाना लगाने के बाद कॉल किया
फिर भी मैं ज़्यादा से ज़्यादा समय रेशमा के साथ रहना पसंद करूँगा
अवी-खाने की स्मेल तो बढ़िया आ रही है
रेशमा-तुम फिर शुरू हो गये ,
अवी-क्या करूँ तुम्हें देखता हूँ तो बस तारीफ करने का दिल करता है
रेशमा-मतलब तुम्हारी तारीफ कभी कभी झूठी भी होती है
अवी-ग़लत , अभी तो खाने की स्मेल से मेरे मुँह मे पानी आ रहा है
रेशमा-तो देर किस बात की है
अवी-खाना लगा दो , आज तो उंगली खा लूँगा ,
रेशमा-किसकी , मेरी या अपनी
अवी-खाना टेस्टी हुआ तो तुम्हारे हाथो को चूम लूँगा
रेशमा-तो थप्पड़ खाने को भी तैयार रहना
अवी-एक किस के लिए तो हज़ारो थप्पड़ खा लूँ
रेशमा-ऐसी बातों से कितनो को पटाया है
अवी-तुम पट गयी तो , तुम पहली और आख़िरी रहोगी
रेशमा-बच्चू मैं शादी शुदा हूँ
अवी-तो क्या हुआ , मुझे चल जाएगा
रेशमा-तुमसे तो बात करना ही बेकार है
और रेशमा ने दो प्लेट मे खाना लगा लिया
पनीर की सब्जी थी खाने मे
मेरे मनपसंद खाना देखते ही मुँह मे सच मे पानी आ गया
अवी-पनीर की हर सब्जी मेरी फवरेट है
रेशमा-मैं ने बनाया तो पनीर तुम्हारा फवरेट बन गया
अवी-झूठ नही बोल रहा हूँ , चाहो तो मेरी माँ से फोन पर बात करवाऊ
रेशमा-नही रहने दो ,
और मैं ने रेशमा के बनाए हुए खाने का टेस्ट लिया
पनीर मुँह मे जाते ही आँख बंद करके टेस्ट का स्वाद लेने लगा
रेशमा तो मुझे देखती रह गयी
रेशमा समझ गयी कि मुझे उसका खाना पसंद आ गया
पहला नीवाला खाते ही मैं ने रेशमा के हाथ को पकड़ कर चूम लिया
रेशमा देखती रह गयी
अवी-तुमने मेरे माँ की याद दिला दी , वही टेस्ट , वही प्यार था इस खाने मे
प्यार बोलना ज़रूरी था
रेशमा-बस बस और ज़्यादा तारीफ करोगे तो मेरा पेट भर जाएगा
अवी-सच मे रेशमा तुम्हारे हाथो मे जादू है ,
रेशमा-तुम्हें मेरा खाना सच मे पसंद आया या मुझे खुश करने के लिए बोल रहे हो
अवी-मेरी माँ की कसम , अब तक खाया हुआ बेस्ट खाना है ये
रेशमा मेरे तारीफ करने से खुश हो गयी
अवी-खास खास तुम्हारी शादी ना हुई होती तो मैं तुमसे शादी करता , और रोज तुम्हारे खाने की तारीफ
करता , और रोज मुझे टेस्टी खाना खाने को मिलता
रेशमा- कुछ भी
अवी- तुम खुद खा कर देखो , रूको मैं ही खिलाता हूँ
और मैं ने एक नीवाला रेशमा की तरफ बढ़ाया
रेशमा मुझे देखती रह गयी पर उसने मेरे हाथ से नीवाला खा लिया
मेरी बाते और मेरे हाथो से खाना खाते सुनते रेशमा की आँख मे आँसू आ गये
रेशमा अपने आसू छुपाने लगी पर मैं ने देख लिए आसू
अवी-सॉरी , मेरी वजह से तुम्हारी आँख मे आसू आ गये
रेशमा-ये आँसू तुम्हारी वजह से नही मेरी किस्मत की वजह से आए है
अवी-क्यूँ क्या हुआ
रेशमा-एक तुम हो जो मेरे खाने की तारीफ कर रहे हो और एक मेरा हज़्बेंड है जिस ने कभी ये भी
नही कहा कि खाना अच्छा बना है , बस भुक्कड़ की तरह ख़ाता है और ये भी नही पूछता कि मैं ने
खाना खाया कि नही
अवी-शायद तुम्हारी किस्मत मे यही लिखा हो
रेशमा-पता नही क्यूँ मेरी किस्मत ऐसी है
अवी-तुम्हारा हज़्बेंड यहाँ नही है तो भूल जाओ कि तुम शादी शुदा हो , और अपनी लाइफ को एंजाय करो
रेशमा-क्या मतलब
अवी-तुम ये चुप चाप गुम्सुम रहना बंद करो , देखो 2 दिन मे तुम हर पल हँसती आ रही हो
रेशमा-जब से तुम्हारी दोस्त बनी हूँ तब से हसना भी सिख गयी हूँ

अवी-दोस्त होते है हंसाने के लिए , और तुम.ना हँसते हुए और खूबसूरत लगती हो
रेशमा-पर क्या फ़ायदा ऐसी खूबसूरती का , जिसके लिए है वो तो बहुत दूर जाके बैठा है ,
अवी-ऐसा मत कहो , खूबसूरती को ऐसे बर्बाद मत करो
रेशमा-तो क्या करूँ
अवी-मैं हूँ ना
रेशमा-क्या ?
अवी-मुझसे दोस्ती की है तो मेरे साथ जीना शुरू करो , देखो मैं तुम्हें कभी रोने नही दूँगा
रेशमा-थॅंक्स
अवी-अब एक प्यारी सी स्माइल दो , एक कातिल स्माइल भी दे सकती हो या फिर सेक्सी स्माइल भी दे सकती हो या फिर
झूठी स्माइल भी कर सकती हो
रेशमा-बस बस , वरना हंस हंस कर मेरा पेट दुख जाएगा
अवी-अभी तो और टाइप है स्माइल के
रेशमा-तुम क्या एक दिन मे हंसा कर जाना चाहते हो
अवी-सच कहूँ तो जब मुंबई मे आया तो सोचा कि जल्दी वापस जाउन्गा , लेकिन जब से तुमसे मिला हूँ
तो सोचा कि अब यही रहूँगा
रेशमा-मेरे लिए
अवी-दोस्त के लिए
रेशमा-थॅंक्स
अवी-वैसे तुम्हारी शादी अरेंज मॅरेज थी
रेशमा-हाँ ,
अवी-तुम इतनी.खूबसूरत हो तो.कोई अच्छा लड़का नही मिला
रेशमा-मेरे मम्मी पापा ने बिना पूछे शादी तय कर दी , पैसे देख कर शादी हुई
अवी-जाने दो ,, अब मैं आ गया हूँ ना , तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हें पैसे देगा और मैं तुम्हें खुशी
दूँगा
रेशमा-इसका ग़लत मतलब तो नही हैना
अवी-नही , अगर हमे ग़लती करनी हो तो एक दूसरे से सहमति से करेंगे
रेशमा-मतलब ग़लती करना चाहते हो
अवी-तुम हाँ कहो तो
रेशमा-नही
अवी-तो बात ख़तम , चलो खाना खाते है , तुम्हारी और तारीफ करनी है
रेशमा-फिर नही खाउन्गी मैं खाना , तुम्हारी तारीफ से मेरा पेट भर जाता है
अवी-वैसे पता है ऐसी तारीफ हमेशा लड़की को पटाने के लिए करते है
रेशमा-पता है
अवी-तुम्हें बुरा नही लगता या डाउट नही होता मुझ पे
रेशमा-शादी के बाद अब हँसने लगी हूँ तो रोना शुरू क्यूँ करू
अवी-नाइस आन्सर
रेशमा-वैसे तुम मेरे बारे में बहुत पूछ रहे हो कुछ अपने बारे में बताओ
अवी-मेरे घर मे माता पिता है एक बड़े भैया भाभी है , भाभी जल्दी.माँ बनेगी , मेरी एक
गर्लफ्रेंड है , जिस से 2 साल बाद शादी करूँगा , उसका नाम.माला है
रेशमा-एक बार मे सब कुछ बता दिया
अवी-मेरे बारे में जान कर ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करना चाहता था
रेशमा-तो तुम माला से शादी करोगे
अवी-हाँ
रेशमा-अगर मैं डाइवोर्स लूँ और कहूँ कि तुमसे शादी करना चाहती हो तो क्या कहोगे
अवी-देखो सच बोलूँगा , मैं माला से प्यार करता हूँ , उसकी जगह कोई नही ले सकती , शादी माला से ही
करूँगा
रेशमा-तुम मेरी इतनी तारीफ करते हो फिर भी
अवी-अगर तुम माला से पहले मिलती तो ज़रूर तुमसे शादी करता , लेकिन सच यही है कि.मैं माला को
प्यार करता हूँ
रेशमा-मतलब मैं सेफ हूँ , तुम से मुझे कोई ख़तरा नही है
अवी-तो इस लिए पूछा मुझे लगा तुम्हारे दिल मे मेरे लिए कुछ कुछ हो रहा है
रेशमा-देख रही थी कि तुम क्या कहोगे , तुमने जो जवाब दिया वो बहुत कम लोग जवाब देते है
अवी-सच बोलना अच्छा रहता है ,
रेशमा-माला लकी है
अवी-क्यूँ ?
रेशमा-ऐसे ही
अवी-ऐसे ही कुछ नही होता
रेशमा-तुम इतने अच्छे हो कि तुम्हारी बीवी बहुत लकी होगी
अवी-तुम भी लकी हो जो मेरा जैसा दोस्त मिला है
रेशमा-अच्छा , मैं नही ,तुम लकी हो जो मेरी जैसी दोस्त मिली है
अवी-तो इस बात पे ड्रिंक हो जाए
रेशमा-मैं ड्रिंक नही करती
अवी-रेड वाइन
रेशमा-कभी कभी ,
अवी-तुम्हें किसी दिन डिन्नर पर ले जाउन्गा
रेशमा-मैं ने लंच पे बुलाया तो तुम डिन्नर पर ले जाओगे
अवी-हाँ , चलोगि
रेशमा-जब ले जाना चाहो तब ले जाना
और हम ऐसे खाना खाते हुए बाते करने लगे
रेशमा अपनी शादी की बाते बता कर दुखी भी हो रही थी
खाना खाने के बाद हम.काफ़ी देर तक बाते करने लगे
रेशमा को.मुझसे बात करना अच्छा लग रहा था
जब से मुझसे मिली है तब से उसके चेहरे की हसी वापस आ गयी है
अब देखो पूरी तरह से बदल गयी है रेशमा
उसको पता है कि मैं डेंजर हूँ तो उसने पूछ लिया कि मेरा इरादा क्या है
रेशमा मेरे बहुत करीब आ रही है
रेशमा की बाते कभी कभी ऐसी लगती जैसे वो मुझे लाइक करने लगी है
रेशमा को मेरा साथ बहुत पसंद था
अब तो हम रोज जॉगिंग को.जाते
वहाँ तो रेशमा मेरी वाइफ जैसे रहती
उसको अब अंकल आंटी की बाते अच्छी लगती
हम तो उसके सामने पति पत्नी जैसे रहते
उसके बाद हसी मज़ाक करते उस बात पर
मुझे तो जॉगिंग वाला पार्ट अच्छा लगता क्यूँ कि उस समय रेशमा मेरी बीवी बन जाती थी
______________________________
 

Kabir

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superb update
 

Dark Devil

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रेशमा मेरे साथ रहने से अपना अकेला पन भूल गयी थी
उसको तो मेरा मज़ाक करना भी पसंद आ रहा था
2 दिन मे हम बेस्ट फ्रेंड बन गये
मैं रेशमा को मज़ाक मज़ाक मे छेड़ने भी लग जाता
मेरा अब तक का प्लान कामयाब हो गया था
बस धीरे धीरे रेशमा के करीब आना था
आज तो लंच करते हुए रेशमा के अकेलेपन का पता भी लगा लूँगा
आज तो रेशना के हाथो का खाना मिलेगा
मैं तो बस रेशमा के कॉल का इंतज़ार कर रहा था
दोपेहर मे रेशमा का कॉल भी आ गया
रेशमा से मिलने के लिए तो मैं हमेशा तैयार रहता हूँ
जब से रेशमा से बाते शुरू हुई तब से ऑफीस पे ध्यान ही नही दिया
वो सब रेशमा के बहो मे आते कवर कर लूँगा लेकिन अबी तो रेशमा को ज़्यादा अहमियत दे रहा था
रेशमा ने जल्दी खाना बना लिया
रेशमा किसी को अपने घर नही बुलाती थी
लेकिन मेरे लिए अब कोई रोक टोक नही थी
मुझे रेशमा के लिए गिफ्ट लेकर जाना चाहिए था लेकिन अचानक लंच का प्रोग्राम बना तो कुछ कर
भी नही सकता था
रेशमा ने डाइनिंग टेबल पर खाना लगाने के बाद कॉल किया
फिर भी मैं ज़्यादा से ज़्यादा समय रेशमा के साथ रहना पसंद करूँगा
अवी-खाने की स्मेल तो बढ़िया आ रही है
रेशमा-तुम फिर शुरू हो गये ,
अवी-क्या करूँ तुम्हें देखता हूँ तो बस तारीफ करने का दिल करता है
रेशमा-मतलब तुम्हारी तारीफ कभी कभी झूठी भी होती है
अवी-ग़लत , अभी तो खाने की स्मेल से मेरे मुँह मे पानी आ रहा है
रेशमा-तो देर किस बात की है
अवी-खाना लगा दो , आज तो उंगली खा लूँगा ,
रेशमा-किसकी , मेरी या अपनी
अवी-खाना टेस्टी हुआ तो तुम्हारे हाथो को चूम लूँगा
रेशमा-तो थप्पड़ खाने को भी तैयार रहना
अवी-एक किस के लिए तो हज़ारो थप्पड़ खा लूँ
रेशमा-ऐसी बातों से कितनो को पटाया है
अवी-तुम पट गयी तो , तुम पहली और आख़िरी रहोगी
रेशमा-बच्चू मैं शादी शुदा हूँ
अवी-तो क्या हुआ , मुझे चल जाएगा
रेशमा-तुमसे तो बात करना ही बेकार है
और रेशमा ने दो प्लेट मे खाना लगा लिया
पनीर की सब्जी थी खाने मे
मेरे मनपसंद खाना देखते ही मुँह मे सच मे पानी आ गया
अवी-पनीर की हर सब्जी मेरी फवरेट है
रेशमा-मैं ने बनाया तो पनीर तुम्हारा फवरेट बन गया
अवी-झूठ नही बोल रहा हूँ , चाहो तो मेरी माँ से फोन पर बात करवाऊ
रेशमा-नही रहने दो ,
और मैं ने रेशमा के बनाए हुए खाने का टेस्ट लिया
पनीर मुँह मे जाते ही आँख बंद करके टेस्ट का स्वाद लेने लगा
रेशमा तो मुझे देखती रह गयी
रेशमा समझ गयी कि मुझे उसका खाना पसंद आ गया
पहला नीवाला खाते ही मैं ने रेशमा के हाथ को पकड़ कर चूम लिया
रेशमा देखती रह गयी
अवी-तुमने मेरे माँ की याद दिला दी , वही टेस्ट , वही प्यार था इस खाने मे
प्यार बोलना ज़रूरी था
रेशमा-बस बस और ज़्यादा तारीफ करोगे तो मेरा पेट भर जाएगा
अवी-सच मे रेशमा तुम्हारे हाथो मे जादू है ,
रेशमा-तुम्हें मेरा खाना सच मे पसंद आया या मुझे खुश करने के लिए बोल रहे हो
अवी-मेरी माँ की कसम , अब तक खाया हुआ बेस्ट खाना है ये
रेशमा मेरे तारीफ करने से खुश हो गयी
अवी-खास खास तुम्हारी शादी ना हुई होती तो मैं तुमसे शादी करता , और रोज तुम्हारे खाने की तारीफ
करता , और रोज मुझे टेस्टी खाना खाने को मिलता
रेशमा- कुछ भी
अवी- तुम खुद खा कर देखो , रूको मैं ही खिलाता हूँ
और मैं ने एक नीवाला रेशमा की तरफ बढ़ाया
रेशमा मुझे देखती रह गयी पर उसने मेरे हाथ से नीवाला खा लिया
मेरी बाते और मेरे हाथो से खाना खाते सुनते रेशमा की आँख मे आँसू आ गये
रेशमा अपने आसू छुपाने लगी पर मैं ने देख लिए आसू
अवी-सॉरी , मेरी वजह से तुम्हारी आँख मे आसू आ गये
रेशमा-ये आँसू तुम्हारी वजह से नही मेरी किस्मत की वजह से आए है
अवी-क्यूँ क्या हुआ
रेशमा-एक तुम हो जो मेरे खाने की तारीफ कर रहे हो और एक मेरा हज़्बेंड है जिस ने कभी ये भी
नही कहा कि खाना अच्छा बना है , बस भुक्कड़ की तरह ख़ाता है और ये भी नही पूछता कि मैं ने
खाना खाया कि नही
अवी-शायद तुम्हारी किस्मत मे यही लिखा हो
रेशमा-पता नही क्यूँ मेरी किस्मत ऐसी है
अवी-तुम्हारा हज़्बेंड यहाँ नही है तो भूल जाओ कि तुम शादी शुदा हो , और अपनी लाइफ को एंजाय करो
रेशमा-क्या मतलब
अवी-तुम ये चुप चाप गुम्सुम रहना बंद करो , देखो 2 दिन मे तुम हर पल हँसती आ रही हो
रेशमा-जब से तुम्हारी दोस्त बनी हूँ तब से हसना भी सिख गयी हूँ

अवी-दोस्त होते है हंसाने के लिए , और तुम.ना हँसते हुए और खूबसूरत लगती हो
रेशमा-पर क्या फ़ायदा ऐसी खूबसूरती का , जिसके लिए है वो तो बहुत दूर जाके बैठा है ,
अवी-ऐसा मत कहो , खूबसूरती को ऐसे बर्बाद मत करो
रेशमा-तो क्या करूँ
अवी-मैं हूँ ना
रेशमा-क्या ?
अवी-मुझसे दोस्ती की है तो मेरे साथ जीना शुरू करो , देखो मैं तुम्हें कभी रोने नही दूँगा
रेशमा-थॅंक्स
अवी-अब एक प्यारी सी स्माइल दो , एक कातिल स्माइल भी दे सकती हो या फिर सेक्सी स्माइल भी दे सकती हो या फिर
झूठी स्माइल भी कर सकती हो
रेशमा-बस बस , वरना हंस हंस कर मेरा पेट दुख जाएगा
अवी-अभी तो और टाइप है स्माइल के
रेशमा-तुम क्या एक दिन मे हंसा कर जाना चाहते हो
अवी-सच कहूँ तो जब मुंबई मे आया तो सोचा कि जल्दी वापस जाउन्गा , लेकिन जब से तुमसे मिला हूँ
तो सोचा कि अब यही रहूँगा
रेशमा-मेरे लिए
अवी-दोस्त के लिए
रेशमा-थॅंक्स
अवी-वैसे तुम्हारी शादी अरेंज मॅरेज थी
रेशमा-हाँ ,
अवी-तुम इतनी.खूबसूरत हो तो.कोई अच्छा लड़का नही मिला
रेशमा-मेरे मम्मी पापा ने बिना पूछे शादी तय कर दी , पैसे देख कर शादी हुई
अवी-जाने दो ,, अब मैं आ गया हूँ ना , तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हें पैसे देगा और मैं तुम्हें खुशी
दूँगा
रेशमा-इसका ग़लत मतलब तो नही हैना
अवी-नही , अगर हमे ग़लती करनी हो तो एक दूसरे से सहमति से करेंगे
रेशमा-मतलब ग़लती करना चाहते हो
अवी-तुम हाँ कहो तो
रेशमा-नही
अवी-तो बात ख़तम , चलो खाना खाते है , तुम्हारी और तारीफ करनी है
रेशमा-फिर नही खाउन्गी मैं खाना , तुम्हारी तारीफ से मेरा पेट भर जाता है
अवी-वैसे पता है ऐसी तारीफ हमेशा लड़की को पटाने के लिए करते है
रेशमा-पता है
अवी-तुम्हें बुरा नही लगता या डाउट नही होता मुझ पे
रेशमा-शादी के बाद अब हँसने लगी हूँ तो रोना शुरू क्यूँ करू
अवी-नाइस आन्सर
रेशमा-वैसे तुम मेरे बारे में बहुत पूछ रहे हो कुछ अपने बारे में बताओ
अवी-मेरे घर मे माता पिता है एक बड़े भैया भाभी है , भाभी जल्दी.माँ बनेगी , मेरी एक
गर्लफ्रेंड है , जिस से 2 साल बाद शादी करूँगा , उसका नाम.माला है
रेशमा-एक बार मे सब कुछ बता दिया
अवी-मेरे बारे में जान कर ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करना चाहता था
रेशमा-तो तुम माला से शादी करोगे
अवी-हाँ
रेशमा-अगर मैं डाइवोर्स लूँ और कहूँ कि तुमसे शादी करना चाहती हो तो क्या कहोगे
अवी-देखो सच बोलूँगा , मैं माला से प्यार करता हूँ , उसकी जगह कोई नही ले सकती , शादी माला से ही
करूँगा
रेशमा-तुम मेरी इतनी तारीफ करते हो फिर भी
अवी-अगर तुम माला से पहले मिलती तो ज़रूर तुमसे शादी करता , लेकिन सच यही है कि.मैं माला को
प्यार करता हूँ
रेशमा-मतलब मैं सेफ हूँ , तुम से मुझे कोई ख़तरा नही है
अवी-तो इस लिए पूछा मुझे लगा तुम्हारे दिल मे मेरे लिए कुछ कुछ हो रहा है
रेशमा-देख रही थी कि तुम क्या कहोगे , तुमने जो जवाब दिया वो बहुत कम लोग जवाब देते है
अवी-सच बोलना अच्छा रहता है ,
रेशमा-माला लकी है
अवी-क्यूँ ?
रेशमा-ऐसे ही
अवी-ऐसे ही कुछ नही होता
रेशमा-तुम इतने अच्छे हो कि तुम्हारी बीवी बहुत लकी होगी
अवी-तुम भी लकी हो जो मेरा जैसा दोस्त मिला है
रेशमा-अच्छा , मैं नही ,तुम लकी हो जो मेरी जैसी दोस्त मिली है
अवी-तो इस बात पे ड्रिंक हो जाए
रेशमा-मैं ड्रिंक नही करती
अवी-रेड वाइन
रेशमा-कभी कभी ,
अवी-तुम्हें किसी दिन डिन्नर पर ले जाउन्गा
रेशमा-मैं ने लंच पे बुलाया तो तुम डिन्नर पर ले जाओगे
अवी-हाँ , चलोगि
रेशमा-जब ले जाना चाहो तब ले जाना
और हम ऐसे खाना खाते हुए बाते करने लगे
रेशमा अपनी शादी की बाते बता कर दुखी भी हो रही थी
खाना खाने के बाद हम.काफ़ी देर तक बाते करने लगे
रेशमा को.मुझसे बात करना अच्छा लग रहा था
जब से मुझसे मिली है तब से उसके चेहरे की हसी वापस आ गयी है
अब देखो पूरी तरह से बदल गयी है रेशमा
उसको पता है कि मैं डेंजर हूँ तो उसने पूछ लिया कि मेरा इरादा क्या है
रेशमा मेरे बहुत करीब आ रही है
रेशमा की बाते कभी कभी ऐसी लगती जैसे वो मुझे लाइक करने लगी है
रेशमा को मेरा साथ बहुत पसंद था
अब तो हम रोज जॉगिंग को.जाते
वहाँ तो रेशमा मेरी वाइफ जैसे रहती
उसको अब अंकल आंटी की बाते अच्छी लगती
हम तो उसके सामने पति पत्नी जैसे रहते
उसके बाद हसी मज़ाक करते उस बात पर
मुझे तो जॉगिंग वाला पार्ट अच्छा लगता क्यूँ कि उस समय रेशमा मेरी बीवी बन जाती थी
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Nice update bhai.
Aapki story recently padhni shuru ki hai
Badhiya likhte ho aap aur aapki writing
Skills bhi bahut zabardast hai

Waiting for the next update
 
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Dark Devil

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रेशमा मेरे साथ रहने से अपना अकेला पन भूल गयी थी
उसको तो मेरा मज़ाक करना भी पसंद आ रहा था
2 दिन मे हम बेस्ट फ्रेंड बन गये
मैं रेशमा को मज़ाक मज़ाक मे छेड़ने भी लग जाता
मेरा अब तक का प्लान कामयाब हो गया था
बस धीरे धीरे रेशमा के करीब आना था
आज तो लंच करते हुए रेशमा के अकेलेपन का पता भी लगा लूँगा
आज तो रेशना के हाथो का खाना मिलेगा
मैं तो बस रेशमा के कॉल का इंतज़ार कर रहा था
दोपेहर मे रेशमा का कॉल भी आ गया
रेशमा से मिलने के लिए तो मैं हमेशा तैयार रहता हूँ
जब से रेशमा से बाते शुरू हुई तब से ऑफीस पे ध्यान ही नही दिया
वो सब रेशमा के बहो मे आते कवर कर लूँगा लेकिन अबी तो रेशमा को ज़्यादा अहमियत दे रहा था
रेशमा ने जल्दी खाना बना लिया
रेशमा किसी को अपने घर नही बुलाती थी
लेकिन मेरे लिए अब कोई रोक टोक नही थी
मुझे रेशमा के लिए गिफ्ट लेकर जाना चाहिए था लेकिन अचानक लंच का प्रोग्राम बना तो कुछ कर
भी नही सकता था
रेशमा ने डाइनिंग टेबल पर खाना लगाने के बाद कॉल किया
फिर भी मैं ज़्यादा से ज़्यादा समय रेशमा के साथ रहना पसंद करूँगा
अवी-खाने की स्मेल तो बढ़िया आ रही है
रेशमा-तुम फिर शुरू हो गये ,
अवी-क्या करूँ तुम्हें देखता हूँ तो बस तारीफ करने का दिल करता है
रेशमा-मतलब तुम्हारी तारीफ कभी कभी झूठी भी होती है
अवी-ग़लत , अभी तो खाने की स्मेल से मेरे मुँह मे पानी आ रहा है
रेशमा-तो देर किस बात की है
अवी-खाना लगा दो , आज तो उंगली खा लूँगा ,
रेशमा-किसकी , मेरी या अपनी
अवी-खाना टेस्टी हुआ तो तुम्हारे हाथो को चूम लूँगा
रेशमा-तो थप्पड़ खाने को भी तैयार रहना
अवी-एक किस के लिए तो हज़ारो थप्पड़ खा लूँ
रेशमा-ऐसी बातों से कितनो को पटाया है
अवी-तुम पट गयी तो , तुम पहली और आख़िरी रहोगी
रेशमा-बच्चू मैं शादी शुदा हूँ
अवी-तो क्या हुआ , मुझे चल जाएगा
रेशमा-तुमसे तो बात करना ही बेकार है
और रेशमा ने दो प्लेट मे खाना लगा लिया
पनीर की सब्जी थी खाने मे
मेरे मनपसंद खाना देखते ही मुँह मे सच मे पानी आ गया
अवी-पनीर की हर सब्जी मेरी फवरेट है
रेशमा-मैं ने बनाया तो पनीर तुम्हारा फवरेट बन गया
अवी-झूठ नही बोल रहा हूँ , चाहो तो मेरी माँ से फोन पर बात करवाऊ
रेशमा-नही रहने दो ,
और मैं ने रेशमा के बनाए हुए खाने का टेस्ट लिया
पनीर मुँह मे जाते ही आँख बंद करके टेस्ट का स्वाद लेने लगा
रेशमा तो मुझे देखती रह गयी
रेशमा समझ गयी कि मुझे उसका खाना पसंद आ गया
पहला नीवाला खाते ही मैं ने रेशमा के हाथ को पकड़ कर चूम लिया
रेशमा देखती रह गयी
अवी-तुमने मेरे माँ की याद दिला दी , वही टेस्ट , वही प्यार था इस खाने मे
प्यार बोलना ज़रूरी था
रेशमा-बस बस और ज़्यादा तारीफ करोगे तो मेरा पेट भर जाएगा
अवी-सच मे रेशमा तुम्हारे हाथो मे जादू है ,
रेशमा-तुम्हें मेरा खाना सच मे पसंद आया या मुझे खुश करने के लिए बोल रहे हो
अवी-मेरी माँ की कसम , अब तक खाया हुआ बेस्ट खाना है ये
रेशमा मेरे तारीफ करने से खुश हो गयी
अवी-खास खास तुम्हारी शादी ना हुई होती तो मैं तुमसे शादी करता , और रोज तुम्हारे खाने की तारीफ
करता , और रोज मुझे टेस्टी खाना खाने को मिलता
रेशमा- कुछ भी
अवी- तुम खुद खा कर देखो , रूको मैं ही खिलाता हूँ
और मैं ने एक नीवाला रेशमा की तरफ बढ़ाया
रेशमा मुझे देखती रह गयी पर उसने मेरे हाथ से नीवाला खा लिया
मेरी बाते और मेरे हाथो से खाना खाते सुनते रेशमा की आँख मे आँसू आ गये
रेशमा अपने आसू छुपाने लगी पर मैं ने देख लिए आसू
अवी-सॉरी , मेरी वजह से तुम्हारी आँख मे आसू आ गये
रेशमा-ये आँसू तुम्हारी वजह से नही मेरी किस्मत की वजह से आए है
अवी-क्यूँ क्या हुआ
रेशमा-एक तुम हो जो मेरे खाने की तारीफ कर रहे हो और एक मेरा हज़्बेंड है जिस ने कभी ये भी
नही कहा कि खाना अच्छा बना है , बस भुक्कड़ की तरह ख़ाता है और ये भी नही पूछता कि मैं ने
खाना खाया कि नही
अवी-शायद तुम्हारी किस्मत मे यही लिखा हो
रेशमा-पता नही क्यूँ मेरी किस्मत ऐसी है
अवी-तुम्हारा हज़्बेंड यहाँ नही है तो भूल जाओ कि तुम शादी शुदा हो , और अपनी लाइफ को एंजाय करो
रेशमा-क्या मतलब
अवी-तुम ये चुप चाप गुम्सुम रहना बंद करो , देखो 2 दिन मे तुम हर पल हँसती आ रही हो
रेशमा-जब से तुम्हारी दोस्त बनी हूँ तब से हसना भी सिख गयी हूँ

अवी-दोस्त होते है हंसाने के लिए , और तुम.ना हँसते हुए और खूबसूरत लगती हो
रेशमा-पर क्या फ़ायदा ऐसी खूबसूरती का , जिसके लिए है वो तो बहुत दूर जाके बैठा है ,
अवी-ऐसा मत कहो , खूबसूरती को ऐसे बर्बाद मत करो
रेशमा-तो क्या करूँ
अवी-मैं हूँ ना
रेशमा-क्या ?
अवी-मुझसे दोस्ती की है तो मेरे साथ जीना शुरू करो , देखो मैं तुम्हें कभी रोने नही दूँगा
रेशमा-थॅंक्स
अवी-अब एक प्यारी सी स्माइल दो , एक कातिल स्माइल भी दे सकती हो या फिर सेक्सी स्माइल भी दे सकती हो या फिर
झूठी स्माइल भी कर सकती हो
रेशमा-बस बस , वरना हंस हंस कर मेरा पेट दुख जाएगा
अवी-अभी तो और टाइप है स्माइल के
रेशमा-तुम क्या एक दिन मे हंसा कर जाना चाहते हो
अवी-सच कहूँ तो जब मुंबई मे आया तो सोचा कि जल्दी वापस जाउन्गा , लेकिन जब से तुमसे मिला हूँ
तो सोचा कि अब यही रहूँगा
रेशमा-मेरे लिए
अवी-दोस्त के लिए
रेशमा-थॅंक्स
अवी-वैसे तुम्हारी शादी अरेंज मॅरेज थी
रेशमा-हाँ ,
अवी-तुम इतनी.खूबसूरत हो तो.कोई अच्छा लड़का नही मिला
रेशमा-मेरे मम्मी पापा ने बिना पूछे शादी तय कर दी , पैसे देख कर शादी हुई
अवी-जाने दो ,, अब मैं आ गया हूँ ना , तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हें पैसे देगा और मैं तुम्हें खुशी
दूँगा
रेशमा-इसका ग़लत मतलब तो नही हैना
अवी-नही , अगर हमे ग़लती करनी हो तो एक दूसरे से सहमति से करेंगे
रेशमा-मतलब ग़लती करना चाहते हो
अवी-तुम हाँ कहो तो
रेशमा-नही
अवी-तो बात ख़तम , चलो खाना खाते है , तुम्हारी और तारीफ करनी है
रेशमा-फिर नही खाउन्गी मैं खाना , तुम्हारी तारीफ से मेरा पेट भर जाता है
अवी-वैसे पता है ऐसी तारीफ हमेशा लड़की को पटाने के लिए करते है
रेशमा-पता है
अवी-तुम्हें बुरा नही लगता या डाउट नही होता मुझ पे
रेशमा-शादी के बाद अब हँसने लगी हूँ तो रोना शुरू क्यूँ करू
अवी-नाइस आन्सर
रेशमा-वैसे तुम मेरे बारे में बहुत पूछ रहे हो कुछ अपने बारे में बताओ
अवी-मेरे घर मे माता पिता है एक बड़े भैया भाभी है , भाभी जल्दी.माँ बनेगी , मेरी एक
गर्लफ्रेंड है , जिस से 2 साल बाद शादी करूँगा , उसका नाम.माला है
रेशमा-एक बार मे सब कुछ बता दिया
अवी-मेरे बारे में जान कर ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करना चाहता था
रेशमा-तो तुम माला से शादी करोगे
अवी-हाँ
रेशमा-अगर मैं डाइवोर्स लूँ और कहूँ कि तुमसे शादी करना चाहती हो तो क्या कहोगे
अवी-देखो सच बोलूँगा , मैं माला से प्यार करता हूँ , उसकी जगह कोई नही ले सकती , शादी माला से ही
करूँगा
रेशमा-तुम मेरी इतनी तारीफ करते हो फिर भी
अवी-अगर तुम माला से पहले मिलती तो ज़रूर तुमसे शादी करता , लेकिन सच यही है कि.मैं माला को
प्यार करता हूँ
रेशमा-मतलब मैं सेफ हूँ , तुम से मुझे कोई ख़तरा नही है
अवी-तो इस लिए पूछा मुझे लगा तुम्हारे दिल मे मेरे लिए कुछ कुछ हो रहा है
रेशमा-देख रही थी कि तुम क्या कहोगे , तुमने जो जवाब दिया वो बहुत कम लोग जवाब देते है
अवी-सच बोलना अच्छा रहता है ,
रेशमा-माला लकी है
अवी-क्यूँ ?
रेशमा-ऐसे ही
अवी-ऐसे ही कुछ नही होता
रेशमा-तुम इतने अच्छे हो कि तुम्हारी बीवी बहुत लकी होगी
अवी-तुम भी लकी हो जो मेरा जैसा दोस्त मिला है
रेशमा-अच्छा , मैं नही ,तुम लकी हो जो मेरी जैसी दोस्त मिली है
अवी-तो इस बात पे ड्रिंक हो जाए
रेशमा-मैं ड्रिंक नही करती
अवी-रेड वाइन
रेशमा-कभी कभी ,
अवी-तुम्हें किसी दिन डिन्नर पर ले जाउन्गा
रेशमा-मैं ने लंच पे बुलाया तो तुम डिन्नर पर ले जाओगे
अवी-हाँ , चलोगि
रेशमा-जब ले जाना चाहो तब ले जाना
और हम ऐसे खाना खाते हुए बाते करने लगे
रेशमा अपनी शादी की बाते बता कर दुखी भी हो रही थी
खाना खाने के बाद हम.काफ़ी देर तक बाते करने लगे
रेशमा को.मुझसे बात करना अच्छा लग रहा था
जब से मुझसे मिली है तब से उसके चेहरे की हसी वापस आ गयी है
अब देखो पूरी तरह से बदल गयी है रेशमा
उसको पता है कि मैं डेंजर हूँ तो उसने पूछ लिया कि मेरा इरादा क्या है
रेशमा मेरे बहुत करीब आ रही है
रेशमा की बाते कभी कभी ऐसी लगती जैसे वो मुझे लाइक करने लगी है
रेशमा को मेरा साथ बहुत पसंद था
अब तो हम रोज जॉगिंग को.जाते
वहाँ तो रेशमा मेरी वाइफ जैसे रहती
उसको अब अंकल आंटी की बाते अच्छी लगती
हम तो उसके सामने पति पत्नी जैसे रहते
उसके बाद हसी मज़ाक करते उस बात पर
मुझे तो जॉगिंग वाला पार्ट अच्छा लगता क्यूँ कि उस समय रेशमा मेरी बीवी बन जाती थी
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Nice update bhai.
Aapki story recently padhni shuru ki hai
Badhiya likhte ho aap aur aapki writing
Skills bhi bahut zabardast hai

Waiting for the next update
 
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