आँखे,गेसू - शेरी शायरीचंद शेर पेश करने की इजाज़त चाहूंगी , आँखों के बारे में और दोस्तों से अर्ज़ है, गुज़ारिश है, इल्तज़ा है , अपनी राय से जरूर नवाजेंगे और हो सके तो इसमें शिरक़त भी करें , उस्तादों के कलाम हों , या उनके अपने, अज़ीज़ों के, .... लेकिन हों इस सिलसिले से जुड़े और इसी ज़मीन पर,... तो...